सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी की कानून-व्यवस्था पर उठाए सवाल, कहा- हर तरफ अराजकता
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि लाॅकडाउन में जबकि हर जगह पुलिस तैनात है उसके बाद भी अपराधी तत्व प्रदेश में हत्या कर रहे हैं।
लखनऊ, जेएनएन। समाजवादी पार्टी (SP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने संभल जिले के चंदौसी विधानसभा क्षेत्र में दोहरे हत्याकांड पर आक्रोश व्यक्त करते हुए सपा के नेता छोटेलाल दिवाकर और उनके पुत्र सुनील दिवाकर की नृशंस हत्या की घोर निंदा की है। उन्होंने कहा कि कहा कि भाजपा सरकार में उत्तर प्रदेश अराजकता की भेंट चढ़ गया है। कानून व्यवस्था से लेकर हर व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। अपराधी लोगों को सरेआम गोलियों से मार रहे हैं। मजदूर और कामगार त्राहि त्राहि कर रहे हैं। दबंगों और अपराधी तत्वों के हौसले आसमान पर हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लेकर पूर्वांचल तक अपराधियों का मनोबल बढ़ा हुआ है। लाॅकडाउन में जबकि हर जगह पुलिस तैनात है उसके बाद भी अपराधी तत्व हत्या कर रहे हैं।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि सत्तारूढ़ दल के समर्थक समाजवादी पार्टी के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न विगत तीन वर्षों से कर रहे हैं। लाॅकडाउन के समय राज्य में अपराधों पर कोई रोक नहीं है। निर्दोषों की हत्या भाजपा सरकार में रोज-रोज की घटना हो गई है। भाजपा की रागद्वेश की राजनीति के कारण समाजवादी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं की हत्याएं हो रही हैं। इसके पूर्व भी जौनपुर और आजमगढ़ में भी हत्याएं हुई हैं।
सूरत से सुल्तानपुर, हम चल दिए ख़ुद के सहारे
सबने भुला दिया पर मुझको मेरा ‘गाँव’ पुकारे!#AatmNirbhar pic.twitter.com/yyCPpRQJsB— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 19, 2020
अखिलेश यादव ने कहा कि प्रवासी मजदूर भूखे प्यासे प्रदेश की सड़कों पर भटक कर रहे हैं। पुलिस मजदूरों पर लाठीचार्ज कर रही है। भाजपा अपनी राजनीति चमकाने में व्यस्त है। सरकार के लोगों को जनता की जरूरतों और समस्याओं की कोई चिंता नहीं है। सरकार अपनी वाहवाही कराने को लेकर ही परेशान रहती है, जबकि पूरा प्रदेश और देश संकट से गुजर रहा है। अगर सत्ता में बैठे लोग व्यवस्था संभालने में सक्षम नहीं है, तो लोगों की दुर्दशा कराने के बजाय उन्हें सरकार से हट जाना चाहिए। क्योंकि देश और देश की जनता अब भाजपा के कारनामों को और सहने के लिए तैयार नहीं है।
आम जनता को ये समझ नहीं आ रहा है कि जब सरकारी, प्राइवेट और स्कूलों की पचासों हज़ार बसें खड़े-खड़े धूल खा रही हैं तो प्रदेश की सरकार प्रवासी मज़दूरों को घर पहुँचाने के लिए इन बसों को सदुपयोग क्यों नहीं कर रही है. ये कैसा हठ है?
बस की जगह बल का प्रयोग अनुचित है.— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 19, 2020
बस की जगह बल का प्रयोग अनुचित
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा कि आम जनता को यह समझ नहीं आ रहा है कि जब सरकारी, प्राइवेट और स्कूलों की पचासों हजार बसें खड़े-खड़े धूल खा रही हैं तो प्रदेश की सरकार प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने के लिए इन बसों को सदुपयोग क्यों नहीं कर रही है, ये कैसा हठ है? बस की जगह बल का प्रयोग अनुचित है।