सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने फिर की मांग, उत्तर प्रदेश में लगाया जाए राष्ट्रपति शासन
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार के कारण उत्तर प्रदेश में संवैधानिक संकट उत्पन्न हो गया है इसलिए सपा फिर से प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग करती है।
लखनऊ, जेएनएन। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार के कारण उत्तर प्रदेश में संवैधानिक संकट उत्पन्न हो गया है, इसलिए सपा फिर से प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग करती है। भाजपा सरकार के कारण ही कानून व्यवस्था का संकट उत्पन्न हुआ है। सरकारें अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी से हटकर जब और कामों में उलझती रहती हैं तो इस तरह के संकट तो पैदा होते ही रहेंगे।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि विभिन्न जिलों में हत्या, डकैती का रिकार्ड बन गया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार से कानून व्यवस्था नहीं संभल रही है। मुख्यमंत्री के गृह जिले गोरखपुर में अपहरण कर 14 वर्षीय बलराम गुप्ता की हत्या के बाद अपनी विफलता पर पर्दा डालने के लिए मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार को पांच लाख रुपये दिए। सपा की मांग है कि सरकार को कम से कम 50 लाख रुपये देने चाहिए। कानपुर में संजीत यादव की हत्या के मामले में भी पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये दिए जाने चाहिए।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि नोएडा में महिला की हत्या, गाजियाबाद में दिनदहाड़े डकैती और मैनपुरी में प्रजापति समाज के लोगों को जिंदा जला दिया। संभल-चंदौसी में पिता-पुत्र की हत्या, प्रयागराज में एक ही परिवार के तीन लोगों की सामूहिक हत्या और कासगंज में तिहरा हत्याकांड जैसी दुखद घटनाएं भाजपा सरकार की नाकामी के उदाहरण हैं।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि पुलिस अब तक कानपुर में संजीत यादव का शव बरामद नहीं कर सकी है। यह भाजपा सरकार के लिए कम शर्मनाक नहीं है। भाजपा सरकार के कारण ही कानून व्यवस्था का संकट उत्पन्न हुआ है। सरकारें अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी से हटकर जब और और कामों में उलझती रहती हैं तो इस तरह के संकट तो पैदा होते ही रहेंगे।