Move to Jagran APP

Maharashtra Government: शिवसेना को गृह, एनसीपी को वित्त व कांग्रेस को मिला राजस्व मंत्रालय

Maharashtra Government महाराष्ट्र सरकार में वीरवार को विभागों का बंटवारा किया गया है। शिवसेना को गृह व शहरी विकास मंत्रालय मिले हैं।

By Sachin MishraEdited By: Published: Thu, 12 Dec 2019 05:33 PM (IST)Updated: Thu, 12 Dec 2019 10:01 PM (IST)
Maharashtra Government: शिवसेना को गृह, एनसीपी को वित्त व कांग्रेस को मिला राजस्व मंत्रालय
Maharashtra Government: शिवसेना को गृह, एनसीपी को वित्त व कांग्रेस को मिला राजस्व मंत्रालय

मुंबई, प्रेट्र/एएनआइ। Maharashtra Government: महाराष्ट्र सरकार में वीरवार को आखिरकार विभागों का बंटवारा किया गया है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना को गृह और शहरी विकास मंत्रालय मिले हैं। जबकि कांग्रेस को राजस्व, ऊर्जा, शिक्षा, पीडब्ल्यूडी, कपड़ा, महिला और बाल मंत्रालय मिला है। वहीं, एनसीपी को वित्त, आवास, सार्वजनिक स्वास्थ्य, सह- ऑपरेशन मंत्रालय मिले हैं।

loksabha election banner

जानें, किसे क्या मिलाः

शिवसेनाः

एकनाथ शिंदे- गृह मंत्रालय, शहरी विकास, पर्यावरण, पीडब्ल्यूडी, पर्यटन और संसदीय कार्य।

सुभाष देसाई-उद्योग, उच्च व तकनीकी शिक्षा, खेल व युवा, रोजगार विभाग ।

कांग्रेसः

नितिन राउत-जनजातीय विकास, ओबीसी विकास, महिला व बाल विकास व राहत व पुनर्वास।

बाला साहेब थोराट-राजस्व, स्कूली शिक्षा, पशुपालन व मतस्य पालन

एनसीपीः

छगन भुजबल-ग्रामीण विकास, सामाजिक न्याय, जल संसाधन और एक्साइज।

जयंत पाटिल-वित्त मंत्रालय, हाउसिंग, खाद्य आपूर्ति और मजदूर।

हिंदुत्व को कभी नहीं छोड़ूंगा : उद्धव

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने विधानसभा में एलान किया था कि वह हिंदुत्व की विचारधारा को कभी नहीं छोड़ेंगे। उद्धव का यह बयान महाविकास अघाड़ी के घटक कांग्रेस और राकांपा के लिए परेशानी का सबब बन सकता है, जिन्होंने शिवसेना के साथ राज्य में गठबंधन सरकार बनाई है। सरकार चलाने के लिए तीनों दलों के बीच बने न्यूनतम साझा कार्यक्रम (सीएमपी) की भूमिका में ही खासकर 'सेक्यूलर' शब्द का उल्लेख किया गया है। विधानसभा सत्र को 16 दिसंबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।

विधानसभा के विशेष सत्र में मुख्यमंत्री व शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा, 'मैं अभी भी हिंदुत्व की विचारधारा के साथ हूं, इसे मुझसे अलग नहीं किया जा सकता है।' भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस पर कटाक्ष करते हुए ठाकरे ने कहा, 'दिए गए वचन का पालन करना ही मेरे हिंदुत्व का हिस्सा है। जय श्री राम बोलना एवं वचन का पालन न करना हिंदुत्व नहीं है। मैं कल भी अपने हिंदुत्व का पालन करता था, आज भी करता हूं और आगे भी करता रहूंगा।'

शिवसेना प्रमुख का इशारा फड़णवीस के उस बयान की तरफ था, जिसमें उन्होंने कहा था कि भाजपा ने कभी मुख्यमंत्री पद को साझा करने का वादा नहीं किया था। बाद में संवाददाताओं से बातचीत में उद्धव ठाकरे ने कहा कि आरे पार्क में मेट्रो रेल कारशेड के निर्माण कार्य के विरोध के दौरान लोगों पर दर्ज केस वापस लिए जाएंगे। उन्होंने केस वापस लेने का आदेश दे दिया है। अब किसी पर कोई केस दर्ज नहीं होगा।

कांग्रेस के पटोले निर्विरोध स्पीकर निर्वाचित

भाजपा द्वारा अपने प्रत्याशी का नाम वापस ले लेने के बाद कांग्रेस के नाना पटोले विधानसभा के निर्विरोध अध्यक्ष (स्पीकर) चुन लिए गए। भाजपा की ओर से किशन कठोरे उम्मीदवार थे। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने आज यह कहते हुए अपने दल का उम्मीदवार वापस ले लिया कि महाराष्ट्र में विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए चुनाव की परंपरा नहीं रही है।

फड़णवीस नेता प्रतिपक्ष 

विधानसभा अध्यक्ष चुने जाने के बाद नाना पटोले ने भाजपा नेता फड़नवीस को नेता प्रतिपक्ष घोषित किया। उन्होंने फड़नवीस पर कटाक्ष करते हुए यह भी कहा कि जो लोग विपक्ष चाहते ही नहीं थे, उनके साथ उचित न्याय हुआ है कि अब वह स्वयं एक प्रभावी विपक्ष की भूमिका में नजर आएंगे।

उद्धव का फड़णवीस पर

कटाक्ष देवेंद्र फड़णवीस के नेता प्रतिपक्ष चुने जाने पर मुख्यमंत्री ठाकरे ने भी उन पर कटाक्ष किया। ठाकरे ने कहा, 'मैंने कभी नहीं कहा था कि मैं पुन: आऊंगा। लेकिन मैं इस सदन में आ गया। मैं इस सदन और महाराष्ट्र के लोगों को आश्र्वस्त करना चाहता हूं कि मैं कोई निर्णय अर्धरात्रि में नहीं करूंगा।' बता दें कि ठाकरे का कटाक्ष फड़नवीस के उस चुनावी नारे को लेकर था जिसमें उन्होंने कहा था कि 'मैं पुन: आऊंगा'।

उद्धव ठाकरे को फड़णवीस का जवाब

फड़णवीस ने भी उद्धव के इस कटाक्ष का जवाब हास्य के अंदाज में दिया। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि 'मैं पुन: आऊंगा' यह कहते हुए मैं अपना टाइम टेबल बताना भूल गया था । उन्होंने आगे एक शेर पढ़ा, 'मेरा पानी उतरते देख किनारे पर घर मत बना लेना, मैं समंदर हूं लौट कर वापस आऊंगा'। फड़नवीस ने यह भी कहा कि पिछले दिनों ठाकरे किसानों की समस्याओं को जानने गए थे, तब उन्होंने किसानों को 25 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर मुआवजा देने की मांग की थी। अब जब वो खुद मुख्यमंत्री बन गए हैं तो किसानों को यह मुआवजा दें।

जिम्मेदार नेता कहूंगा

मुख्यमंत्री ने कहा कि वह फड़णवीस को नेता प्रतिपक्ष कहकर नहीं बल्कि एक जिम्मेदार नेता कह कर बुलाएंगे। ठाकरे ने कहा, 'अगर आप हमारे लिए अच्छे होते तो यह सब होता ही नहीं। मैं अपने घर में बैठकर टीवी देख रहा होता और आप यहां होते।' उद्धव ठाकरे ने यह भी कहा कि उन्होंने फड़णवीस से बहुत कुछ सीखा है और वो हमेशा उनके मित्र बने रहेंगे। 

महाराष्ट्र की अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.