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तस्‍वीराें में देखें- सीएम योगी आदित्‍यनाथ वनटांगियों के बीच जंगल पहुंचे तो कैसा था वहां का माहौल Gorakhpur News

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दिवाली मनाने गोरखपुर के वनटांगिया गांव पहुंचे तो वहां का माहौल जंगल में मंगल सा था।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Mon, 28 Oct 2019 01:53 PM (IST)Updated: Tue, 29 Oct 2019 02:56 PM (IST)
तस्‍वीराें में देखें- सीएम योगी आदित्‍यनाथ वनटांगियों के बीच जंगल पहुंचे तो कैसा था वहां का माहौल Gorakhpur News
तस्‍वीराें में देखें- सीएम योगी आदित्‍यनाथ वनटांगियों के बीच जंगल पहुंचे तो कैसा था वहां का माहौल Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। वनटांगिया गांव तिनकोनिया जंगल नंबर-3 का माहौल रविवार को जंगल में मंगल सा था। अवसर था वनटांगिया गांवों के लोगों के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिवाली मनाने का। इसे लेकर वनटांगियों की उत्सुकता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता था कि आयोजन स्थल की कुर्सियां मुख्यमंत्री के आगमन से घंटा भर पहले ही भर गई थीं। इसके बाद भी लोगों के पहुंचने का सिलसिला जारी रहा।

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लोगों ने किया योगी का जयघोष

जैसे ही मुख्यमंत्री के हेलीकॉप्टर की आवाज सुनाई दी, लोगों ने जयघोष शुरू कर दिया। तारणहार को अपने बीच पाकर वनटांगियों के चेहरे की खुशी देखने लायक थी। मुख्यमंत्री योगी मंच पर पहुंचे तो कार्यक्रम की शुरुआत विधायक विपिन सिंह ने स्वागत भाषण से की। महाराणा प्रताप पीजी कॉलेज जंगल धूसड़ के प्राचार्य डॉ. प्रदीप राव ने आयोजन की प्रस्तावना रखी।

वनटांगियों की आवाज बने योगी

लंबे समय तक वनटांगियों के लिए संघर्ष की दास्तां सुनाते हुए डॉ. राव ने बताया कि कैसे योगी आदित्यनाथ ने वनटांगियों की समस्या को सड़क से संसद तक पहुंचाया। वनटांगिया बस्ती में निजी संसाधनों से विद्यालयों की स्थापना की। वन विभाग की ओर से एफआइआर दर्ज कराने के बावजूद वह नहीं रुके और वनटांगियों की आवाज बने रहे। अंतत: मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्हें उनका हक दिलाया। डॉ. राव ने वनटांगियों के विकास में महाराणा प्रताप पीजी कॉलेज जंगल धूसड़, महाराणा प्रताप कृषक इंटर कॉलेज और गुरु गोरक्षनाथ चिकित्सा संस्थान की भूमिका का भी विस्तार से जिक्र किया।

सीएम ने किया सम्‍मानित

मुख्यमंत्री नेमुख्यमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। इनमें रामगणेश, करनी देवी, राजकुमार, रामकरन, बिंदू, मंगली, रामधनी, चंद्रमोहन, बुद्ध और कलावती शामिल रहीं। मुख्यमंत्री ने प्राथमिक विद्यालय के बच्‍चों को मंच से उपहार दिए।

संबोधन के बाद मुख्यमंत्री ने जब एक करोड़ 32 लाख की आधा दर्जन से अधिक परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया तो मंच के सामने बेरीकेडिंग पर सजाई सैकड़ों फुलझडिय़ां फूट पड़ीं। पर्यावरण मित्र फुलझडिय़ों के फूटते ही कार्यक्रम स्थल दिवालीमय हो गया। मुख्यमंत्री वनटांगियों की बस्ती में गए और उनका हालचाल लेकर दिवाली की बधाई दी।

इन परियोजनाओं का हुआ लोकार्पण और शिलान्यास

गोरखपुर छावनी से रेलवे लाइन रजही तक 4.75 मीटर खडंज़ा सड़क का लोकार्पण।

तिनकोनिया नंबर-3 में 300 मीटर आंतरिक संपर्क मार्ग पर इंटरलॉकिंग का लोकार्पण।

रजही-आजादनगर वनटांगिया गांव में 158 मीटर इंटरलॉकिंग सड़क का लोकार्पण।

वनटांगिया गांव चिलबिलवा में आंगनबाड़ी केंद्र भवन के निर्माण कार्य का लोकार्पण

आमबाग और जंगल तिनकोनिया नंबर-3 में प्राथमिक विद्यालय के लिए टीन शेड निर्माण कार्य का लोकार्पण।

तिकोनिया नंबर-2 में 600 मीटर खड़ंजा सड़क का शिलान्यास।

महिला की गोदभराई कर दो बच्‍चों का योगी ने किया अन्नप्राशन

जंगल तिनकोनिया नंबर-3 में दिवाली को लेकर आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न विभागों द्वारा लगाए स्टालों के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समेकित बाल विकास, सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के स्टाल पर कुछ अधिक समय गुजारे। वजह यह रही कि वहां मुख्यमंत्री ने मुख्य सेविका उर्मिला मिश्रा और मोहित सक्सेना की अपील पर एक गर्भवती महिला की गोद भराई की। इस दौरान उन्होंने दो ब'चों का अन्नप्राशन भी किया।

वनटांगियों ने कहा, हमारे तारनहार हैं महराज जी

वनटांगिया गोरक्षपीठाधीश्वर व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपने बीच पाकर खुश थे। सूबे के मुखिया उनके साथ दीपावली मना रहे थे। वनटांगिया इस बात से भी प्रसन्न थे कि उन्हें समाज व राष्ट्र की मुख्य धारा से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ही जोड़ा। उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद ही उनके गांव राजस्व गांव घोषित हुए, उन्हें मतदान का अधिकार प्राप्त हुआ और वे इस देश के नागरिक हो पाए। जागरण से बातचीत में उन्होंने अपनी खुशी जाहिर की।

योगी आदित्यनाथ जब सांसद थे तभी से हमारे लिए लड़ाई लड़ रहे थे। मुख्यमंत्री होने के बाद उन्होंने हमारे लिए वह सबकुछ किया, जिसकी हमें जरूरत थी। - रामप्रीत

अब सभी सुविधाएं हमें मिलने लगी हैं। हमारे पास खेत हैं, बिजली मिल रही है। पक्का घर बन गया है। शौचालय, स्कूल सब तो इस गांव में हो गया है। -रामसमुझ

हम लोगों को लगता ही नहीं था कि हम भी इस देश के निवासी हैं। देहातों में जो सुविधाएं मिलती हैं, वह हमें नहीं मिल पाती थीं। अब हमें सभी सुविधाएं मिलने लगीं।  -रामलखन निषाद

हमारा घर बन गया, सड़क बन गई। राशन कार्ड बन गए, बच्चों की शिक्षा की अच्छी व्यवस्था हो गई। मुख्यमंत्री ने हमारे लिए बहुत कुछ किया है, आगे भी करते रहेंगे। -बिरंजी

मुख्यमंत्री हर साल दीपावली में यहां आते हैं, जब सांसद थे तब भी आते थे और बच्चों को मिठाई व कपड़े देते हैं, उनके साथ दीपावली मनाते हैं। हम बहुत खुश हैं। - लक्ष्मी

गोरक्षपीठाधीश्वर को अपने बीच पाकर मन बहुत खुश हुआ। सबसे पहले उन्होंने ही यहां हमारे बच्चों के लिए एक स्कूल खोला था। वह शुरू से हम लोगों पर ध्यान देते रहे हैं। - सूरज

5100 दीपों से जगमगाया गोरखनाथ मंदिर

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में दिवाली का पर्व गोरखनाथ मंदिर में श्रद्धा, भक्ति और हर्षोल्लास से मनाया गया। मंदिर परिसर में मां, लक्ष्मी, भगवान गणेश और भगवान कुबेर की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की गई और 5100 दीप जलाए गए। दिवाली पूजा के बाद पहला दीप श्रीनाथ के दरबार को समर्पित किया गया।

मंदिर परिसर के सभी देवी मंदिरों और देव स्थलों पर दीप प्रज्वलित किया गया। पूजन प्रक्रिया मंदिर के प्रधान पुजारी रामानुज त्रिपाठी वैदिक के नेतृत्व में संपन्न कराई गई। इसी क्रम में भीम सरोवर, सभी वृक्षों, समाधि स्थलों पर भी दीप जलाया गया। इस दौरान मंदिर सचिव द्वारिका तिवारी, डॉ. प्रदीप कुमार राय, दिव्य कुमार सिंह, विनय कुमार गौतम, दुर्गेश बजाज, आनंद गुप्ता आदि मौजूद रहे।


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