Maharashtra: संजय राउत बोले, राहुल गांधी को कांग्रेस का नेतृत्व करने से रोकना पार्टी को विलुप्त कर देगा
Sanjay Raut शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि राहुल गांधी को रोकने की सक्रियता पार्टी के अस्तित्व को ही नष्ट करने वाली सिद्ध होगी।
मुंबई, राज्य ब्यूरो। Sanjay Raut: कांग्रेस अपमान झेलकर भी महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ सत्ता में रहने को मजबूर है। एक बार कांग्रेस को चरमर करने वाली पुरानी खाट बता चुके शिवसेना सांसद संजय राउत ने अब उसे अजर-अमर बुढ़िया करार दिया है। उन्होंने कहा है कि इस बुढ़िया का क्या करना है, यह तो राहुल गांधी को ही तय करना होगा। शिवसेना के मुखपत्र सामना के अपने साप्ताहिक स्तंभ रोखठोक में संजय राउत ने जहां कांग्रेस पर तीखा तंज कसा है, वहीं गांधी परिवार को कांग्रेस की मजबूरी भी माना है। वह कहते हैं कि राहुल गांधी को कांग्रेस का नेतृत्व संभालने से रोका गया तो यह पुरानी पार्टी बिखराव की तरफ जा सकती है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया है कि कांग्रेस में ऐसा कोई नेता नहीं है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने तन कर खड़ा हो सके।
संजय राउत ने अपना इस सप्ताह का स्तंभ कांग्रेस में पिछले सप्ताह 23 नेताओं द्वारा लिखी गई उस चिट्ठी पर केंद्रित किया है, जिसके बाद से कांग्रेस में घमासान मचा हुआ है। राउत ऊत ने इस चिट्ठी पर दस्तखत करने वाले नेताओं पर भी तंज कसा है। वह लिखते हैं कि कांग्रेस में गांधी परिवार से बाहर का कोई अध्यक्ष होना एक अच्छा विचार हो सकता है। लेकिन इन 23 नेताओं में से किसी में भी यह क्षमता दिखाई नहीं देती। राउत के अनुसार माना कि कांग्रेस को एक सक्रिय व रोज कार्यालय में दिखने वाले अध्यक्ष की जरूरत है, लेकिन इन नेताओं को काम करने से रोक कौन रहा है ?
इसी क्रम में संजय राउत राहुल के पुनः अध्यक्ष बनने का समर्थन करते हुए लिखते हैं कि राहुल को रोकने की कोशिश पार्टी में बिखराव पैदा कर सकती है। राउत के अनुसार, कांग्रेस छोड़कर कई नेताओं ने अपनी-अपनी क्षेत्रीय पार्टियां बना ली हैं। इस प्रकार कांग्रेस अलग-अलग चेहरों में पूरे देश में मौजूद है। यदि ये चेहरे उतार फेंके जाएं तो यह एक प्रमुख पार्टी बनकर उभर सकती है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे वीएन गाडगिल की कही एक बात का उल्लेख करते हुए राउत कहते हैं कि कांग्रेस उस बूढ़ी औरत की तरह है, जो कभी मर नहीं सकती। इसमें अपनी बात जोड़ते हुए राउत लिखते हैं कि अब राहुल गांधी को तय करना है कि वह इस बूढ़ी औरत का क्या करते हैं।