Salman Khan In Gujarat: फिल्म अंतिम द फाइनल ट्रुथ के प्रमोशन के लिए साबरमती आश्रम पहुंचे सलमान खान, चरखे पर भी आजमाया हाथ
Salman Khan In Gujarat सलमान खान सोमवार को अपनी फिल्म अंतिम द फाइनल ट्रुथ के प्रमोशन के लिए साबरमती आश्रम पहुंचे। सलमान ने आश्रम में चरखे पर भी हाथ आजमाया। सलमान खान की फिल्म अंतिम रिलीज हो गई है।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। बालीवुड अभिनेता सलमान खान सोमवार को अपनी फिल्म अंतिम द फाइनल ट्रुथ के प्रमोशन के लिए साबरमती आश्रम पहुंचे। सलमान ने आश्रम में चरखे पर भी हाथ आजमाया। सलमान खान की फिल्म अंतिम रिलीज हो गई है। इसके प्रमोशन के लिए ही सलमान सोमवार को अहमदाबाद पहुंचे। सलमान ने साबरमती आश्रम गांधी संग्रहालय का भी दौरा किया। सलमान खान अपने निजी सुरक्षा गार्ड के साथ गांधी निवास हृदय कुंज पहुंचे। यहां उन्होंने गांधी का कमरा गांधी की वस्तुएं और संग्रहालय में रखी गांधी की निजी वस्तुओं को देखा। आश्रम संचालकों ने सलमान को गांधी के सिद्धांतों और आश्रम से जुड़ी उनकी यादों के बारे में बताया। सलमान ने हृदय कुंज चबूतरे पर बैठ कर चरखा चलाने का भी प्रयास किया। आश्रम संचालिका के सहयोग से उन्होंने कुछ देर चरखा चलाया। इसके बाद सलमान ने आश्रम और महात्मा गांधी के बारे में आश्रम की डायरी में अपने विचार व्यक्त किए।
आश्रम की डायरी में लिखा संदेश
आश्रम की कम्युनिकेटर लता बेन ने बताया कि हृदय कुंज पर प्रतिमा बेन ने उन्हें चरखा चलाना सिखाया। सलमान ने आश्रम की डायरी में अपने संदेश में लिखा कि यहां आकर मैं अपने आप को भाग्यशाली मानता हूं। मुझे यह जगह काफी पसंद आई, यहां आना मेरे लिए सम्मान की बात है। मैं इस जगह को कभी भूल नहीं सकता। चरखा पर पहली बार हाथ चला रहा हूं। अद्भुत महसूस कर रहा हूं। परमात्मा गांधी की आत्मा को शांति प्रदान करें। मैं यहां फिर आना चाहूंगा और इनके बारे में बहुत कुछ सीखना चाहूंगा। गांधी आश्रम के प्रोजेक्ट संचालक विराट कोठारी ने सलमान को गांधी आश्रम के विभिन्न स्थलों के बारे में तथा गांधीजी के जीवन के बारे में कई बातें बताईं। सलमान गांधी आश्रम पर पहुंचकर गदगद हो गए और अपने साथ आए फिल्म के निर्माता निर्देशक महेश मांजरेकर के साथ गांधीजी के बारे में उनके सिद्धांतों के बारे में चर्चा की। सलमान ने गांधी आश्रम की दिव्यता को महसूस किया और दोबारा फिर इस पवित्र स्थल पर आने की इच्छा जताई। आश्रम की कम्युनिकेटर प्रतिमा वैन से उन्होंने चरखा सीखने की भी इच्छा व्यक्त की।