Move to Jagran APP

राम मंदिर निर्माण के लिए जनवरी में बंगाल के सभी गांवों से अयोध्या जाएगी मिट्टी : आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत

बंगाल के तीन दिवसीय दौरे के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कोलकाता में पदाधिकारियों के साथ बैठक में कहा। राम मंदिर निर्माण से लोगों में उत्साह। सेवा कार्य जारी रखने पर दिया जोर। स्वदेशी अपनाने की अपील की।

By Vijay KumarEdited By: Published: Fri, 25 Sep 2020 07:08 PM (IST)Updated: Fri, 25 Sep 2020 07:08 PM (IST)
राम मंदिर निर्माण के लिए जनवरी में बंगाल के सभी गांवों से अयोध्या जाएगी मिट्टी : आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने संघ व उसके सहयोगी संगठनों के पदाधिकारियों व प्रचारकों के साथ बैठक की।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : जनवरी में बंगाल सहित देश के सभी गांवों की मिट्टी अयोध्या जाएगी। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में उस मिट्टी का इस्तेमाल किया जाएगा। बंगाल के तीन दिवसीय दौरे के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने कोलकाता में संघ पदाधिकारियों के साथ बैठक में इस पर जोर दिया। 

loksabha election banner

मंदिर के निर्माण में हर तरह से मदद के लिए तत्पर

भागवत ने बुधवार व गुरुवार को यहां संघ व उसके सहयोगी संगठनों के पदाधिकारियों व प्रचारकों के साथ बैठक की। आरएसएस के एक प्रांत प्रचारक ने बताया कि  बैठक के दौरान संघ प्रमुख ने कहा कि लंबे संघर्ष के बाद ऐतिहासिक राम मंदिर का निर्माण शुरू हुआ है। मंदिर के शिलान्यास के बाद से सभी हिंदुओं में उत्साह पैदा हुआ है। मंदिर के निर्माण में हर तरह से मदद के लिए सभी लोग तत्पर हैं। 

पौष पूर्णिमा व माघ पूर्णिमा के बीच होगा कार्यक्रम 

अगले साल जनवरी में बंगाल सहित देश के सभी गांवों से अयोध्या मिट्टी जाएगी और मंदिर निर्माण में उसका इस्तेमाल किया जाएगा। यह कार्यक्रम पौष पूर्णिमा व माघ पूर्णिमा के बीच होगा। उन्होंने यहां के संघ पदाधिकारियों से इस कार्य में बढ़- चढ़कर हिस्सा लेने को कहा। बैठक के दौरान संघ प्रमुख ने कोरोना वायरस के दौरान सेवा कार्य तथा देश के विभिन्न भागों से लौटे प्रवासी श्रमिकों के लिए स्वरोजगार के अवसर पैदा करने पर जोर दिया। 

संघ की बंगाल इकाई के सेवा कार्यो की भी सराहा

भागवत ने बंगाल में कुछ माह पहले आए चक्रवाती तूफान एम्फन व कोरोना महामारी के दौरान संघ की बंगाल इकाई के सेवा कार्यो की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि बंगाल में एम्फन के दौरान अभूतपूर्व तरीके से सेवा कार्य हुए हैं। संघ ने चक्रवात प्रभावित 8 जिलों के 100 गांवों के सामाजिक व आर्थिक विकास का जिम्मा लिया है। 

आधुनिक अर्थव्यवस्था बनाएं, विदेशी पर भरोसा नहीं 

लॉकडाउन व कोरोना के दौरान  स्वयंसेवकों के सेवा कार्यो की तारीफ की संघ प्रमुख ने कहा कि लॉकडाउन व कोरोना के दौरान समाज के साथ-साथ संघ के स्वयंसेवकों ने हर तरह से सेवा कार्य किए। उन्होंने कहा- 'महामारी एक दिन चली जाएगी। फिर हमें राज्य का पुनर्निर्माण करना होगा। हमें इस महामारी से सीखना होगा। हमें एक आधुनिक अर्थव्यवस्था बनानी होगी। हम अब विदेशियों पर भरोसा नहीं कर सकते। 

आत्मनिर्भरता भविष्य के विकास का प्रमुख संदेश होगा

स्वदेशी व्यवहार के लिए अपना मन बनाना होगा। स्वदेशी उत्पादन पर जोर दिया जाना चाहिए। आत्मनिर्भरता भविष्य के विकास का प्रमुख संदेश होगा।' उन्होंने यह भी कहा कि कई लोग स्वार्थ के कारण लोगों को संघ के कार्यों के लेकर गुमराह करने की कोशिश कर सकते हैं। लेकिन इस पर ध्यान दिए बिना और सावधान रहते हुए सेवा तब तक जारी रहेगी जब तक बुरा समय जारी रहेगा।

भागवत 22 सितंबर को ओडिशा के लिए रवाना हो गए

बताते चलें कि एक साल के भीतर संघ प्रमुख का यह चौथा बंगाल दौरा था। भागवत 22 सितंबर को ही कोलकाता पहुंचे थे और शुक्रवार को वे यहां से ओडिशा के लिए रवाना हो गए। बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव भी होने हैं ऐसे में उनका दौरा महत्वपूर्ण माना जा रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.