Rajasthan Political Crisis: रणदीप सिंह सुरजेवाला बोले, पहले बागी विधायकोंं को भाजपा से तोड़नी होगी दोस्ती
Rajasthan Political Crisis रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि सबसे पहले बागी विधायक वार्तालाप करें और उसको करने के लिए पहली शर्त है कि भाजपा की मेजबानी छोड़ें।
जागरण संवाददाता, जयपुर। Rajasthan Political Crisis: कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला का कहना है कि राजस्थान के बागी विधायकों की पार्टी में वापसी तब ही हो सकती है, जब वे हरियाणा सरकार की मेजबानी छोड़ें। उन्हें पहले भाजपा से दोस्ती तोड़नी होगी। भाजपा सरकार की मेजबानी छोड़कर घर लौटना होगा। मंगलवार को जैसलमेर में मीडिया से बात करते हुए रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि सबसे पहले बागी विधायक वार्तालाप करें और उसको करने के लिए पहली शर्त है कि भाजपा की मेजबानी छोड़ें। मनोहर लाल खट्टर की अगुवाई वाली हरियाणा की भाजपा सरकार का सुरक्षा चक्र छोड़े।
रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इस अवसर पर राम मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम के बारे में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का बयान भी जारी किया। इसमें प्रियंका गांधी ने कहा है कि रामलला के मंदिर के भूमिपूजन का कायर्क्रम बुधवार को है। भगवान राम की कृपा से यह कायर्क्रम उनके संदेश को प्रसारित करने वाला राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक समागम का कायर्क्रम बने। इस बीच, बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले में महाराष्ट्र पुलिस द्वारा सहयोग नहीं करने को लेकर बिहार सरकार के आरोप पर सुरजेवाला ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार बिहार सरकार के अधिकार क्षेत्र में दखलंदाजी नहीं कर सकती।
एक सवाल के जवाब में रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि इस देश का संविधान और कानून यह कहता है किसी प्रदेश के अंदर कानून व्यवस्था की पूरी जिम्मेदारी महाराष्ट्र सरकार की है। उन्होंने कहा कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार को संविधान दुबाना पढ़ना चाहिए। नीतीश कुमार सरकार जबरन पुलिस भेजकर महाराष्ट्र के अधिकार क्षेत्र में दखलंदाजी नहीं कर सकते। इस मौके पर उन्होंने कहा कि राजस्थान के बागी विधायकों को तलाशने के लिए जब राजस्थान एसओजी की टीम हरियाणा गई तो उसने वहां की पुलिस से संपर्क किया। पुलिस की जिम्मेदारी है कि पहले संबंधित प्रदेश की पुलिस से बात करे।