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राजस्थान के नेता बांट रहे कोरोना, भीलवाड़ा व रामगंज मॉडल भूली गहलोत सरकार

सरकार ने तय की 50 लोगों की लिमिट लेकिन सीएम ने 100 लोगों को दिया भोज धारा 144 लागू लेकिन पार्टियां एकत्रित कर रही भीड़

By Preeti jhaEdited By: Published: Wed, 02 Sep 2020 10:31 AM (IST)Updated: Wed, 02 Sep 2020 11:01 AM (IST)
राजस्थान के नेता बांट रहे कोरोना, भीलवाड़ा व रामगंज मॉडल भूली गहलोत सरकार
राजस्थान के नेता बांट रहे कोरोना, भीलवाड़ा व रामगंज मॉडल भूली गहलोत सरकार

जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान में पिछले चार दिन कोरोना मरीजों की संख्या 1400 या इससे अधिक आ रही है। वहीं प्रतिदिन 13 से 14 लोगों की मौत हो रही है। प्रदेश में अब तक 82,200 संक्रमित मिलने के साथ ही 1075 लोगों की मौत हुई है। इन आंकड़ों को देखकर साफ नजर आ रहा है कि प्रदेश में किस तरह से कोराना को लेकर हालात खराब काफी खराब हो गए हैं। लेकिन प्रदेश के नेताओं पर इसका कोई असर नजर नहीं आ रहा।

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चाहे कांग्रेस हो या फिर भाजपा दोनों ही पार्टियों के नेता अपनी राजनीति चमकाने के लिए भीड़ एकत्रित कर रहे हैं। कभी कोरोना संक्रमण रोकने को लेकर देश के लिए मॉडल बनी अशोक गहलोत सरकार खुद भी अब कोरोना बांटने में पीछे नहीं है। यह कहा जाने लगा है कि राजस्थान के नेता विशेषकर कांग्रेस सरकार कोरोना बांटने में जुटी है। नेताओं को लग रहा है कि यदि वे घर में बैठे रहेंगे तो उनकी राजनीति कमजोर हो जाएगी।

कोरोना महामारी को देखते हुए प्रदेश में धारा-144 लागू है,इसके तहत किसी भी स्थान पर 5 या इससे अधिक लोग एकत्रित नहीं हो सकते। लेकिन कांग्रेस और भाजपा दोनों ने ही पिछले चार दिन में नियमों की धज्जियां उड़ाई है। इसी का परिणाम है कि चार दिन में एक दर्जन नेता संक्रमित भी हुए हैं। केंद्र सरकार ने सामाजिक समारोह में 100 लोगों के शामिल होने की छूट दी,लेकिन सीएम गहलोत ने महामारी को देखते हुए यह सीमा 50 ही तय कर दी। लेकिन तीन दिन पहले खुद गहलोत ने ही अपने द्वारा बनाए गए नियमों को दरकिनार कर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अजय माकन के सम्मान में रात्रि भोज दिया,जिसमें 100 से अधिक लोग शामिल हुए।

माकन दो दिन तक जयपुर के खासाकोठी होटल में रूके तो उनसे मिलने बड़ी सख्या में मंत्री, विधायक और कांग्रेसी पहुंचे, वहां भीड़ अधिक होने पर धक्का-मुक्की भी हुई। 7 सिंतबर को सचिन पायलट के जन्मदिन पर रक्तदान शिविर सहित कई कार्यक्रम आयोजित करने की तैयारी की जा रही है, जिसमे बड़ी संख्या में भीड़ जुटाने का लक्ष्य रखा गया है। अब सवाल उठने लगा है कि देश में सबसे पहले लॉकडाउन और रामगंज व भीलवाड़ा मॉडल को लेकर देश में चर्चा में आई गहलोत सरकार खुद कोरोना फैला रही है।

नेताओं से ऐसे फैला कोरोना

चार दिन पहले जेईई और नीट की परीक्षा कराने के खिलाफ कांग्रेस ने जयपुर में धरना दिया। वहां कांग्रेसियों की भीड़ जुटी। फोटो खींचाने की होड़ में नेता सोशल डिस्टेंसिंग की गाइडलाइन भूल गए। इसका नतीजा यह रहा कि धरने में शामिल होने वाले परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, पूर्व महापौर ज्याेति खंडेलवाल, कांग्रेस नेता पुष्पेंद्र भारद्वाज सहित कई कांग्रेसी संक्रमित हो गए। भाजपा ने बिजली पर सरचार्ज लगाने और किसानो की सब्सिडी खत्म करने के विरोध में दो दिन पहले जिलों में धरना दिया तो वहां बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और नेता पहुंचे। नतीजा यह रहा कि जयपुर के धरने में शामिल हुए विधायक अशोक लाहोटी संक्रमित हो गए, अब उनके संपर्क में आने वाले भाजपाई अपना टेस्ट कराने में जुटे हैं। अब तक केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, कैलाश चौधरी, अर्जुन राम मेघवाल, सांसद किरोड़ी लाल मीणा, राजेंद्र गहलोत, हनुमान बेनीवाल, कांग्रेस विधायक विश्वेंद्र सिंह, रमेश मीणा, पबाराम विश्नोई व चंद्रभान आक्या संक्रमित हो चुके हैं। 


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