राजीव गांधी जयंती: कांग्रेस दफ्तर पहुंचे सचिन पायलट तो अचानक रद्द हो गया अशोक गहलोत का आना
पायलट कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे तो गहलोत का कार्यक्रम अचानक रद्द- पायलट बोले भाजपा राजीव गांधी से सीखे राजनीति में बड़प्पन
जयपुर, जागरण संवाददाता। घर वापसी और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद सचिन पायलट गुरुवर को पहली बार प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे। पायलट पहुंचे तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कांग्रेस मुख्यालय पहुंचने का कार्यक्रम अचानक रद्द हो गया।
दरअसल, पूर्व प्रधानमंत्री स्व.राजीव गांधी की जयंती पर पुष्पांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया था। प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से कहा गया था कि गहलोत और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नये अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सुबह साढ़े दस बजे स्व.राजीव गांधी की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में उनके चित्र पर पुष्पांजलि करेंगे। डोटासरा तो तय समय पर पहुंच गए और सीएम का इंतजार करने लगे। लेकिन गहलोत नहीं आए, 10:45 बजे सूचना आई कि वे नहीं आएंगे। इससे गहलोत और पायलट को एक साथ देखने की उम्मीद लगाए बैठे कांग्रेसजनों को निराशा हुई।
कांग्रेसियों में चर्चा होने लगी कि संभवत: पायलट के साथ गहलोत कार्यक्रम में मौजूद नहीं रहना चाहते हो इस कारण ऐनवक्त पर उनके आने का कार्यक्रम बदल गया, अब वे बाद में आएंगे। इस मौके पर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए पायलट ने कहा कि एक वक्त था जब स्व.राजीव गांधी लोकसभा में 400 से ज्यादा सीटें लेकर आए थे, लेकिन वे 2 सीटों वाली भाजपा का सम्मान करते थे।
उन्होंने कहा कि आज भाजपा घमंड में कांग्रेस मुक्त भारत की बात करती है। भाजपा को राजीव गांधी से राजनीति का बडप्पन सीखना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज जो सूचना क्रांति के बल पर देश आगे बढ़ रहा है,वह राजीव गांधी की ही सोच का परिणाम है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अच्छा काम कर रही है। काम में जो सुधार की बात थी वो हम आलाकमान को कह चुके हैं। 3 साल बाद फिर चुनाव लड़ना है। अगर वादे पूरे होंगे तो कांग्रेस की सरकार वापस आएगी। इस मौके पर डोटासरा ने कहा कि स्व.राजीव गांधी ने देश में सूचना क्रांति शुरू की थी, जिसकी बदौलत आज देश नई ऊंचाई पर पहुंच रहा है ।