Rajya Sabha Election 2020: नाराज विधायकों के मन की बात जानने में जुटे राष्ट्रीय नेता, विधायकों की हो रही काउंसलिंग
Rajya Sabha Election 2020 राज्यसभा की 3 सीटों के लिए 19 जून को होने वाले चुनाव में कांग्रेस ने पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री के.सी.वेणुगोपाल व नीरज डांगी कोे मैदान में उतारा
जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। राजस्थान में राज्यसभा से पूर्व कांग्रेस, निर्दलीय एवं भारतीय ट्राइबल पार्टी के विधायकों की बाड़ेबंदी रविवार को लगातार चौथे दिन जारी रही। रविवार को सुबह कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे, पर्यवेक्षक राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला व छत्तीसगढ़ के केबिनेट मंत्री टी.एस.सिंहदेव ने विधायकों के मन की बात जानी। इन नेताओं ने विधायकों से पूछा की वे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अथवा सरकार से खुश तो हैं ना। जयपुर के दिल्ली रोड़ स्थित एक होटल में विधायकों की बाड़ेबंदी के बीच उनके मन की बात जानने का सिलसिला शुरू हुआ है। यह क्रम लगातार दो दिन तक चलेगा।
पार्टी के केंद्रीय नेताओं की नजर नाराज चल रहे प्रदेश के खाघ एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री रमेश मीणा, वरिष्ठ विधायक हेमाराम चौधरी व रामनारायण मीणा पर है। मंत्री रमेश मीणा तो चार दिन की बाड़ेबंदी में एक दिन भी नहीं पहुंचे। मुख्यमंत्री और केंद्रीय नेताओं ने मीणा को कई बार बुलाया, लेकिन वे नहीं पहुंचे। मीणा पिछले कई दिनों से सरकार में अपनी सुनवाई नहीं होने से नाराज है।
मीणा की शिकायत है कि उनके विभाग में अधिकारी उनसे पूछकर नहीं लगाए जाते हैं। हेमाराम चौधरी व रामनारायण मीणा मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज है और पिछले डेढ़ साल से कई बार विधानसभा के अंदर व बाहर अपनी ही सरकार की आलोचना कर चुके हैं।
विधायकों की हो रही काउंसलिंग
कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों में नाराजगी की खबरों और भाजपा द्वारा उन पर डोरे डालने की चर्चाओं के बीच पार्टी नेतृत्व ने उनकी नाराजगी दूर करने की मुहिम शुरू की है। दिल्ली से आए नेता अब ये पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि कौन-कौन विधायक नाराज है और उनकी सरकार या सीएम से शिकायत क्या है? अविनाश पांडे, सुरजेवाला व सिंहदेव के साथ ही पार्टी के चार राष्ट्रीय सचिव विवेक बंसल काजी निजामुद्दीन, देवेंद्र यादव और तरुण कुमार एक-एक विधायक से बात कर रहे हैं।
प्रत्येक विधायक से बात कर उनसे पूछा जा रहा है कि सरकार से नाराजगी तो नहीं है। विधायकों को ये भी कहा जा रहा है कि वे निष्ठा बनाए रखें और भाजपा के किसी भी प्रलोभन से दूर रहें। बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए 6 विधायक अब तक मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज है।
उनकी नाराजगी दूर करने की जिम्मेदारी सीएम गहलोत व सुरजेवाला ने संभाली है। भारतीय ट्राइबल पार्टी के दोनों विधायकों को आदिवासी इलाके के विकास के साथ ही उनके निर्वाचन क्षेत्र में विकास कार्यों पर विशेष फोकस करने का वादा किया गया है। राज्य विधानसभा में सरकारी मुख्य सचेतक डॉ.महेश जोशी ने एक बार फिर भाजपा पर प्रलोभन देने का आरोप लगाया है।
यह है वोटों का गणित
राज्यसभा की 3 सीटों के लिए 19 जून को होने वाले चुनाव में कांग्रेस ने पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री के.सी.वेणुगोपाल व नीरज डांगी कोे मैदान में उतारा है। वहीं भाजपा ने राजेंद्र गहलोत व ओंकार सिंह लखावत को टिकट दिया है। कांग्रेस के खुद के 107 व 13 निर्दलीयों के साथ ही 2 भारतीय ट्राइबल पार्टी के विधायक साथ है। सीपीएम के 2 विधायकों के लिए सीताराम येचुरी से संपर्क किया गया है। उधर भााजपा के खुद के 72 व राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के 3 विधायकों का समर्थन हासिल है।