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Rajasthan : कृषि विधेयकों पर कांग्रेस ने जताया विरोध, भाजपा ने पूछा, क्या यह आपके 2019 के घोषणा-पत्र में नहीं है

कृषि से जुड़े तीन विधेयकों के खिलाफ कांग्रेस ने सोमवार को राजस्थान के सभी जिला मुख्यालयों पर विरोध दर्ज कराया । विधेयकों के विरोध में कांग्रेस नेताओं ने जिला कलेक्टरों को ज्ञापन दिया। मीडिया से बात करते हुए डोटासरा ने कहा केंद्र के तीनों विधेयक किसान विरोधी हैं।

By Vijay KumarEdited By: Published: Mon, 21 Sep 2020 08:54 PM (IST)Updated: Mon, 21 Sep 2020 08:54 PM (IST)
Rajasthan : कृषि विधेयकों पर कांग्रेस ने जताया विरोध, भाजपा ने पूछा, क्या यह आपके 2019 के घोषणा-पत्र में नहीं है
जयपुर में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं ने ज्ञापन दिया।

जागरण संवाददाता, जयपुर : कृषि से जुड़े तीन विधेयकों के खिलाफ कांग्रेस ने सोमवार को राजस्थान के सभी जिला मुख्यालयों पर विरोध दर्ज कराया । विधेयकों के विरोध में कांग्रेस नेताओं ने जिला कलेक्टरों को ज्ञापन दिया । जयपुर में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं ने ज्ञापन दिया। डोटासरा के साथ राजस्व मंत्री हरीश चौधरी, परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास और विधायक कृष्णा पूनिया रहे।

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केंद्र के तीनों विधेयक किसान विरोधी : डोटासरा 

मीडिया से बात करते हुए डोटासरा ने कहा केंद्र के तीनों विधेयक किसान विरोधी हैं । यह किसानों की जमीनों पर पूंजीपतियों के कब्जा करवाने का षड्यंत्र है । कांग्रेस इसके खिलाफ मजबूती से संघर्ष करेगी। डोटासरा ने कहा कि 4 दिसम्बर 2012 को लोकसभा में तत्कालीन केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा था कि बड़े बड़े कॉर्पोरेट आएंगे उन्हें किसानों के पसीने की बदबू आएगी। 

कांग्रेस ने पहले भी विरोध किया, आगे भी रहेगा

ये किसानों का भला नहीं कर पाएंगे, क्या इतने साल में बीजेपी की सोच किसानों के बारे में बदल गई है । उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पहले भी विरोध किया था आगे भी तीनों कानूनों को वापस लेने तक विरोध जारी रहेगा। 

सोच गांव और किसान को मजबूत करने की नहीं 

हरीश चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच गांव और किसान को मजबूत करने की नहीं है । वे शहर और कॉरपोरेट को मजबूत करना चाहते हैं। पीएम मोदी और बीजेपी नेता अमेरिका और यूरोप का उदाहरण दे रहे हैं, लेकिन अमेरिका का उदाहरण देने से पहले यह देखें कि हमारे यहां और अमेरिका में किसान को मिलने वाली सब्सिडी में कितना अंतर है। 

किसान को सालाना 15 हजार रुपए से कम सब्सिडी

चौधरी ने कहा कि भारत में किसान को सालाना 15 हजार रुपए से कम सब्सिडी मिलती है, जबकि अमेरिका में हर किसान को सालाना 44 लाख रुपए की सब्सिडी मिलती है । केंद्र सरकार किसान, मंडी, एमएसपी केा खत्म कर रहे हैं । हम इसके खिलाफ अंतिम दम तक लड़ेंगे।

2019 के चुनाव घोषणा-पत्र में यही वादा किया था

उधर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि कांग्रेस विरोध क्यों कर रही है । कांग्रेस ने 2019 के चुनाव घोषणा-पत्र में यही वादा किया था जो अब केंद्र सरकार कर रही है । उन्होंने कांग्रेस को किसान विरोधी बताया है ।


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