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CAA and NRC: सीएम अशोक गहलोत बोले, राजस्थान में लागू नहीं होगा सीएए व एनआरसी

CAA and NRC. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्पष्ट तौर पर एलान किया कि राजस्थान में सीएए और एनआरसी को लागू नहीं किया जाएगा।

By Sachin MishraEdited By: Published: Sun, 22 Dec 2019 03:56 PM (IST)Updated: Sun, 22 Dec 2019 05:31 PM (IST)
CAA and NRC: सीएम अशोक गहलोत बोले, राजस्थान में लागू नहीं होगा सीएए व एनआरसी
CAA and NRC: सीएम अशोक गहलोत बोले, राजस्थान में लागू नहीं होगा सीएए व एनआरसी

जयपुर, जेएनएन। CAA and NRC. नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ जयपुर की सड़कों पर रविवार को कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों तथा सामाजिक और मुस्लिम समुदाय के संगठनों की ओर से शांति मार्च निकाला गया। मार्च में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। शांति मार्च के बाद हुई सभा में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्पष्ट तौर पर एलान किया कि राजस्थान में सीएए और एनआरसी को लागू नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि देश भर में जिस तरह से विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं और खुद एनडीए के साथी दलों की सरकारें इसे लागू नहीं कर रही हैं, ऐेसे में केंद्र को जनभावनाओ को समझते हुए इस कानून को वापस लेना चाहिए और एनआरसी लागू नहीं करने की स्पष्ट घोषणा करनी चाहिए।

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जयपुर में दो दिन पहले भाजपा ने सीएए के समर्थन में रैली निकाली थी। रविवार को कांग्रेस, माकपा, भाकपा, जनता दल सेक्युलर, आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी सहित विभिन्न दलों और पीयूसीएल, जमात-ए-इस्लामी हिंद सहित कई मानवाधिकार और सामाजिक तथा मुस्लिम संगठनों ने संयुक्त शांति मार्च का आयोजन किया।

जयपुर के अल्बर्ट हाॅल से शुरू हुए इस शांति मार्च की अगुवाई खुद मुख्यमंत्री गहलोत और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष तथा उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने की। सरकार के सभी मंत्री और साथी दलों के नेता भी मार्च में शामिल थे। यह शांति मार्च जयपुर के जवाहर लाल नेहरू मार्ग पर निकला और महात्मा गांधी के मूर्ति स्थल पर समाप्त हुआ। मार्च में करीब दो से ढ़ाई लाख लोगों ने शिरकत की। हालांकि मार्च पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा और किसी तरह की नारेबाजी नहीं की गई।

सीएम अशोक गहलोत ने साधा निशाना

इस मौके पर मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि बहुमत से कानून तो बना सकती है, लेकिन लोगों का दिल नहीं जीत सकती। उन्होंने कहा कि पूरे देश में इस कानून के खिलाफ आंदोलन हो रहा है, लेकिन गोली वही चल रही है, जहां भाजपा की सरकार है। जयपुर में शांतिपूर्ण मार्च निकाल कर यहां की जनता ने बड़ा संदेश दिया है। गहलोत ने कहा कि 70 साल तक सारे जहां से अच्छा की भावना से देश चला है। आज संविधान की धज्जियां उड़ाईं जा रही हैं। यह कानून सिर्फ मुसलमान के खिलाफ नहीं है, बल्कि सब के खिलाफ है। इस कानून और एनआरसी के जरिए सरकार देश को एक बार फिर कतारों में खड़ा करना चाहती हैै। इनके इरादे ठीक नहीं है। ये धर्म के आधार पर देश को बांटने चाहते हैं। हिंदुत्व का एजेंडा लागू करना चाहते है। धर्म के नाम पर बना कोई भी देश एक नहीं रह पाया है। हमारे यहां भी खालिस्तान की मांग उठी थी। इसकी कीमत पूरे देश को उठानी पड़ी।

गहलोत ने आरोप लगाया कि आरएसएस और भाजपा का एजेंडा हिंदू राष्ट्र का है। यह बहुत खतरनाक खेल खेला जा रहा है, लेकिन हमारा देश सब धर्मों को स्वीकार करने वाला देश है। गहलोत ने कहा कि राज आज भाजपा का नहीं आरएसएस का है। इसके प्रचारक ही प्रधानमंत्री हैं। आरएसएस ने मुखोटा पहन रखा है, लेकिन जनता इनकी चालों और राष्ट्रवाद को समझ चुकी है। असली राष्ट्रवादी वो है, जो आज यहां आए हैं।

सचिन पायलट ने कही ये बात

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि आज जब आर्थिक मंदी है और देश विपरीत परिस्थितियों में है तो भी हमे यह शांति मार्च निकलना पड़ा है। सरकार संख्या बल ले आधार पर कानून बना तो सकती है, लेकिन उसे जबर्दस्ती लागू नहीं कर सकती। नागरिकता संशोधन कानून पहले भी आया है, लेकिन ऐसे हालात पहले नहीं बने। हमारे देश में धर्म के आधार पर कभी नागरिक नहीं बनाए गए हैं। सरकार लोगों से प्रमाण लेना बंद करे।

जानें, किसने क्या कहा

जनता दल नेता शरद यादव ने कहा कि आज देश में अघोषित आपातकाल की स्थिति है। अब या तो यह कानून जाएगा या यह सरकार ही जाएगी।

मानवाधिकार कार्यकर्ता कविता श्रीवास्तव ने कहा कि नागरिकता को कभी धर्म से नही जोड़ा गया है। पहली बार ऐसा किया गया है। धर्म के आधार पर रोक नहीं लगा सकते।

सामाजिक कार्यकर्ता अरुणा राॅय ने कहा कि ऐसे कानून रहेंगे तो देश सुरक्षित नहीं रह सकता। हमारा संघर्ष इसके खिलाफ जारी रहेगा।

जमाते हिंद के अध्यक्ष मोहम्मद नाजिम ने कहा कि जब तक यह काला कानून वापस नहीं होगा, हमारा विरोध जारी रहेगा।

सभा को सीपीआई के तारा सिंह सिद्धू, लोकदल के जयंत चैधरी, जनता दल सेक्युलर के अर्जुन देथा, आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष रामपाल जाट ने भी संबोधित किया।

शांति मार्च को देखते हुए सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए गए। जयपुर में इंटरनेट बंद रहा और चप्पे-चप्पे पर भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया। जयपुर में आज मेट्रो का संचालन भी बंद रहा और सार्वजनिक सिटी बसों को भी बंद कर दिया गया। व्यापार मंडलों ने अपनी ओर से ही बाजार बंद करने की घोषणा कर दी थी।

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