Move to Jagran APP

Rajasthan: कोरोना पर विधानसभा में हंगामा, चिकित्सा मंत्री बोले-30 लाख लोगों को काढ़ा पिलाया

Rajasthan Assembly राजस्थान विधानसभा में कोरोना महामारी पर हुई चर्चा के दौरान जमकर हंगामा हुआ। सत्तापक्ष कांग्रेस और विपक्ष भाजपा के विधायकों के बीच जमकर तकरार हुई।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Fri, 21 Aug 2020 08:39 PM (IST)Updated: Fri, 21 Aug 2020 08:39 PM (IST)
Rajasthan: कोरोना पर विधानसभा में हंगामा, चिकित्सा मंत्री बोले-30 लाख लोगों को काढ़ा पिलाया
Rajasthan: कोरोना पर विधानसभा में हंगामा, चिकित्सा मंत्री बोले-30 लाख लोगों को काढ़ा पिलाया

जागरण संवाददाता, जयपुर। Rajasthan Assembly: राजस्थान की 15वीं विधानसभा के पांचवें सत्र की दूसरी बैठक में शुक्रवार को कोरोना महामारी पर हुई चर्चा के दौरान जमकर हंगामा हुआ। सत्तापक्ष कांग्रेस और विपक्ष भाजपा के विधायकों के बीच तकरार इस हद तक बढ़ी की मामला तू-तू, मैं-मैं तक जा पहुंचा। हंगामा बढ़ता देख अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी को तीन बार विधानसभा की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। आखिरकार अध्यक्ष के कड़े रुख के बाद अपरान्ह दो बजे सदन की कार्यवाही व्यवस्थित रूप से चली। हालांकि कोरोना पर करीब पांच पांच घंटे तक हुई चर्चा के दौरान कांग्रेस विधायकों ने केंद्र सरकार पर राज्य की मदद नहीं करने का आरोप लगाया तो भाजपा ने कोरोना का कांग्रेसी करण करने का आरोप लगाया।

loksabha election banner

चर्चा की शुरुआत और अंत में विधायकों द्वारा उठाए गए मुद्दों का जवाब देते हुए चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि जब से कोरोना महामारी शुरू हुई है, प्रदेश में 30 लाख से अधिक लोगों को काढ़ा पिलाया जा चुका है। एक दवा का दावा कोरोना के इलाज को लेकर हुआ था, उसके कंटेंट भी इसी काढ़े में है। उन्होंने कहा कि प्लाज्मा थैरेपी बहुत कारगर साबित हुई है। कोरोना पॉजिटिव से निगेटिव हुए लोगों की एंटीबॉडी से 100 फीसद परिणाम रहे है । इससे गंभीर मरीजों की जान बचाई गई है। अब तक 211 मरीजों का प्लॉज्मा अन्य मरीजों को दिया गया है।

पीड़ितों की काउंसलिंग

कोरोना पीड़ितों के लिए मेंटल हेल्थ काउंसलिंग की व्यवस्था की गई है। आठ मार्च से अब तक प्रदेश में 25 सरकारी और 10 निजी संस्थानों में जांच की सुविधा विकसित की गई है। प्रदेश में 46 हजार टेस्ट प्रतिदिन करने की क्षमता है। पीएम नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि प्रदेश में सबसे पहले 21 मार्च को लॉकडाउन किया गया था। इसके बाद देश में थाली और ताली बजी, दीपक जलाए गए। देश की अर्थव्यवस्था कोरोना के कारण पटरी से उतर गई। केंद्र ने राज्यों की मदद नहीं की। उन्होंने कहा कि मरीजों को 40 हजार रुपये का एक इंजेक्शन लगाने का प्रबंध किया गया है। प्लॉज्मा थैरेपी का कोई पैसा मरीजों से नहीं लिया जा रहा, भाजपा विधायकों ने मरीजों से 16,500 रुपये लेने के आरोपों को गलत बताया। उन्होंने कहा प्रदेश में 76 प्रतिशत रिकवरी रेट है। मृत्यु दर देश में सबसे कम 1.38 प्रतिशत है। कोरोना की रोकथाम को लेकर प्रदेश के भीलवाड़ा व रामगंज मॉडल को देश में अपनाया गया। उन्होंने बताया कि घर-घर सर्वे का काम जारी है। उन्हाोने बताया कि केंद्र से राज्य सरकार को 1300 वेंटिलेटर मिले हैं।

विधायकों और मंत्रियों में तकरार

हंगामे के दौरान भाजपा विधायक कालीचरण सराफ ने मुख्यमंत्री को लेकर कटाक्ष करना शुरू किया। इस पर संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल व परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास उत्तेजित हो गए। इस दौरान कांग्रेस और भाजपा विधायकों के बीच जमकर नोंक-झोंक हुई। मामला बढ़ता देख अध्यक्ष ने हंगामे के दौरान पक्ष और विपक्ष के विधायकों द्वारा की गई टिप्पणी को सदन की कार्यवाही से निकाल दिया। कोरोना पर चर्चा और स्वास्थ्य मंत्री के जवाब के बाद सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.