प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना संकट को लेकर 8 अप्रैल को बुलाई है सर्वदलीय बैठक, तृणमूल कांग्रेस बैठक में नहीं लेगी हिस्सा
कोरोना संकट को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 8 अप्रैल को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में तृणमूल कांग्रेस के सांसद हिस्सा नहीं लेंगे।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। कोरोना संकट को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 8 अप्रैल को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में तृणमूल कांग्रेस के सांसद हिस्सा नहीं लेंगे। इसको लेकर बंगाल में एक बार फिर सियासत गरमा गई है।
प्रदेश भाजपा के नेताओं ने इसको लेकर सत्तारूढ़ तृणमूल की तीखी आलोचना की है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व सांसद दिलीप घोष ने कहा कि कोरोना महामारी को लेकर जब पीएम सभी दलों के साथ चर्चा करना चाहते हैं, ऐसे समय में भी तृणमूल राजनीति करने से बाज नहीं आ रही है। उन्होंने कहा कि पहले भी कई मौकों पर तृणमूल ने केंद्र व पीएम द्वारा बुलाई गई बैठक में हिस्सा नहीं लिया है, लेकिन इस समय वह जो कर रही है वह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
इधर, लोकसभा में तृणमूल के नेता व वरिष्ठ सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने इस बात की पुष्टि की कि उनकी पार्टी के सांसद सर्वदलीय बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे। उन्होंने बताया कि केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी की तरफ से संसद में पार्टी का नेता होने के नाते मुझे इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होने वाली सर्वदलीय बैठक में शामिल होने के लिए न्योता दिया गया है, मगर इससे संबंधित किसी भी तरह की चर्चा पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी से करना उचित था।
उन्होंने कहा कि दूसरी बात केंद्र सरकार को इस वक्त बंगाल के लिए आर्थिक पैकेज देना चाहिए जिसकी मांग खुद ममता बनर्जी कई बार कर चुकी है। रही बात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल होने की तो कोरोना को लेकर हम सभी सांसद इस वक्त अपने -अपने क्षेत्र में व्यस्त हैं, ऐसे में बैठक में हिस्सा नहीं ले सकेंगे।
इधर, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तृणमूल सुप्रीमो व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संकट की इस घड़ी में सभी जनप्रतिनिधियों को अपने इलाके में रहने व आम लोगों को होने वाली समस्याओं से निपटने के लिए पुलिस- प्रशासन का सहयोग से लेकर लोगों की मदद करने का निर्देश दिया है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी आठ अप्रैल को सुबह 11 बजे सदन में उन सभी पार्टियों के नेताओं से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत करेंगे जिनके लोकसभा और राज्यसभा में कम से कम पांच या इससे अधिक सदस्य हैं। समझा जाता है कि इस बैठक में कोरोना वायरस से जुड़े विभिन्न मुद्दों और देशव्यापी लॉकाडाउन पर चर्चा हो सकती है ।