Political war on gangsters: कैप्टन ने जारी की गैंगस्टरों संग अकालियों की फोटो, सुखबीर का भी पलटवार
Political war on gangsters पंजाब में गैंगस्टर्स को राजनीतिक संरक्षण पर राजनीति तेज हो गई है। कांग्रेस व अकाली दल ने एक-दूसरे को घेरा है।
जेएनएन, चंडीगढ़। Political war on gangsters: कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल के बीच इन दिनों गैंगस्टरों व राजनेताओं के रिश्तों के मुद्दे पर पॉलिटिकल वॉर चल रहा है। इस लड़ाई के बीच मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शिरोमणि अकाली दल के नेताओं के साथ गैंगस्टर की फोटो जारी कर कहा कि इसकी जांच करवाई जाएगी। किसी को नहीं बख्शा जाएगा। इस पर शिअद ने भी कैप्टन की फोटो जारी की और आरोप लगाया कि जिन लोगों को गैंगस्टर बताकर फोटो जारी की जा रही हैं, उन्हें आपने ही कांग्रेस में शामिल करवाया था।
वहीं, कैप्टन ने कहा कि मैं अकालियों की नौटंकी के आगे झुकने वाला नहीं। मामले की पूरी छानबीन होगी। गुनहगार पाए जाने वालों को भागने नहीं दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने डीजीपी दिनकर गुप्ता को इन तस्वीरों की जांच करने के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर को भी इसकी जानकारी दी है। कैप्टन ने कहा कि जांच में अगर तस्वीरें सहीं पाई गईं तो इससे राज्य में अपराधियों व गैंगस्टरों की सरपरस्ती देने में अकालियों का गठजोड़ बेनकाब हो जाएगा।
मजीठिया ने छेड़ा था विवाद
इस विवाद की शुरुआत 24 नवंबर को शिअद के पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया ने की थी। मजीठिया ने जेल मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा पर गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया से रिश्ते होने का आरोप लगाया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि गुरदासपुर में अकाली नेता दलबीर सिंह की हत्या रंधावा के इशारे पर हुई है। इसके बाद 26 नवंबर को जेल मंत्री रंधावा ने मीडिया के सामने मजीठिया की गैंगस्टरों के साथ तस्वीरें सार्वजनिक कीं। उन्होंने कहा कि पंजाब में पहले आतंकवादी तो होते थे, लेकिन गैंगस्टरों की उत्पत्ति मजीठिया के राजनीति में आने के बाद हुई।
ध्यान हटाने के लिए रंधावा को बना रहे निशाना
कैप्टन ने कहा, अकाली दल केवल लोगों का ध्यान अपने ऊपर से हटाने के लिए कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर रंधावा पर निशाना साध रहे हैं। अकाली दल के पास रंधावा के विरुद्ध कोई सुबूत नहीं है, लेकिन अकालियों के खिलाफ हमारे पास दस्तावेजी सुबूत हैं।
कौन-कौन हैं कैप्टन की जारी की गई फोटो में
मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी किए गए फोटो में हरजिंदर सिंह बिट्टू उर्फ बिट्टू सरपंच पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, सुखबीर बादल, हरसिमरत बादल और बिक्रम मजीठिया को सम्मानित करता हुआ नजर आ रहा है। बिट्टू तलवंडी साबो हलके से पूर्व अकाली विधायक जीत मोहिंदर सिंह सिद्धू के कथित तौर पर नजदीकी हैं। डीजीपी दिनकर गुप्ता का कहना है कि बिट्टू गुरप्रीत सेखों गैंग के सदस्यों को शरण दिलाता रहा है। बिट्टू पर नशे, कत्ल, डकैती, आम्र्स एक्ट आदि के सात से ज्यादा पर्चे दर्ज हैं।
अब तक 2127 गैंगस्टरों को गिरफ्तार किया: डीजीपी
डीजीपी दिनकर गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री ने राज्य में सक्रिय अपराधियों और गैंगस्टरों पर शिकंजा कसने के सख्त निर्देश दिए हैं। ए श्रेणी के आठ गैंगस्टरों समेत अब तक 2127 गैंगस्टर गिरफ्तार किए जा चुके हैं। 10 गैंगस्टरों के खिलाफ उचित कार्रवाई की गई है। 1040 हथियार और 468 वाहन जब्त किए गए हैं।
अकाली दल की ओर से जारी फोटो, जिसमें मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह गैंगस्टर हरजिंदर सिंह बिïट्टू को कांग्रेस का पटका पहना रहे हैं।
सुखबीर का पलटवार, कैप्टन ने 2017 में कांग्रेस में शामिल किया था गैंगस्टर को
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की एक तस्वीर जारी करके उनके आरोपों पर पलटवार किया है। उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर गैंगस्टरों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए कहा है कि कैप्टन को भी अपना नाम संरक्षण देने वाले नेताओं में शामिल कर लेना चाहिए। इस फोटो में कैप्टन कुख्यात गैंगस्टर हरजिंदर सिंह बिïट्टू को कांग्रेस का पटका पहना रहे हैं। सुखबीर का दावा है कि यह फोटो 2017 में चुनाव के दौरान का है।
सुखबीर ने कहा, जांच में शामिल फोटो में इसे भी शामिल कर लेना चाहिए। पब्लिक डोमेन में आए यह सुबूत वास्तविक राजनेताओं का पता लगाने में डीजीपी की मदद करेंगे। सुखबीर ने कैप्टन से कहा कि इस तस्वीर को राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर को भी भेजें, ताकि वह भी यह समझ लें कि कांग्रेस ने राजनीतिक लाभ के लिए विधानसभा चुनाव में गैंगस्टरों का कैसे इस्तेमाल किया।
सीबीआइ से करवाई जाए जांच
सुखबीर ने कहा कि डीजीपी के लिए मुख्यमंत्री को जांच के लिए बुलाना मुश्किल होगा। अत: राज्यपाल इस मामले की सीबीआइ से जांच करवाने के आदेश दें। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर की बिट्टू को कांग्रेस में शामिल करने की इस तस्वीर के अलावा, शिअद 2017 में मुख्यमंत्री की उपस्थिति में खूंखार गैंगस्टर परदीप संधू की कांग्रेस में शामिल करने की एक और तस्वीर भी पेश करेगा। यह बेहद विचित्र है कि वह बिट्टू की कुछ पुरानी तस्वीरें जारी कर रहे हैं, लेकिन यह भूल गए कि उन्होंने बिट्टू को 2017 में सरकार बनाने की पूर्व संध्या पर कांग्रेस में शामिल कर राजनीतिक आश्रय दिया था।
रंधावा का बचाव कर रहे कैप्टन
सुखबीर ने कहा कि जेल मंत्री सुखजिंदर रंधावा का बचाव करने में मुख्यमंत्री की हताशा स्पष्ट है। कांग्रेस पार्टी ने अपने राजनीतिक विरोधियों को खत्म करने के लिए गैंगस्टर के साथ गठजोड़ कर लिया है। रंधावा के खिलाफ कार्रवाई करने से यह अपवित्र गठबंधन टूट जाएगा और यही वजह है कि गैंगस्टरों को बचाने और शरण देने के मामले में कैप्टन इतनी मजबूती से सामने आए हैं।
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