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PM Modi Lucknow Visit : प्रधानमंत्री ने कहा, हिंसा में जो जलाया गया क्या वह उनके बच्चों के काम न आता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लखनऊ में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण व अटल बिहारी चिकित्सा विश्वविद्यालय का शिलान्यास किया।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Wed, 25 Dec 2019 01:05 PM (IST)Updated: Thu, 26 Dec 2019 11:49 AM (IST)
PM Modi Lucknow Visit : प्रधानमंत्री ने कहा, हिंसा में जो जलाया गया क्या वह उनके बच्चों के काम न आता
PM Modi Lucknow Visit : प्रधानमंत्री ने कहा, हिंसा में जो जलाया गया क्या वह उनके बच्चों के काम न आता

लखनऊ, जेएनएन। PM Narendra Modi in Lucknow पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर बुधवार को उनकी कर्मस्थली लखनऊ पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनुच्छेद 370, अयोध्या, नागरिकता संशोधन कानून सहित तमाम चुनौतियों का जिक्र करते हुए कहा कि आत्मविश्वास से भरा हिंदुस्तान 2020 में प्रवेश कर रहा है। उन्होंने सरकार की कई उपलब्धियों को गिनाने के साथ सीएए के विरोध में हुई हिंसा पर दुख भी जताया और कहा कि आंदोलकारियों ने जो संपत्ति जलाई है, क्या वह उनके बच्चों के काम नहीं आती?

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मौका तो यह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर उनकी प्रतिमा के अनावरण और स्मृति में बनाये जाने वाले चिकित्सा विश्वविद्यालय के शिलान्यास का था, लेकिन इन कार्यक्रमों के मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उप्र को हिंसा और आगजनी में झोंकने वालों को नागरिकता के दायित्वबोध का अहसास कराया। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदेश में हिंसा, आगजनी और सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने वाले तत्वों का आह्वान किया कि अपने घरों में बैठकर खुद से सवाल करें कि क्या उनका रास्ता सही था? क्या उनकी प्रवृत्ति सही थी? जिन सरकारी संपत्तियों को उन्होंने नुकसान पहुंचाया, क्या वे उनके बच्चों के काम आने वाली नहीं थीं? हिंसा में जो लोग मारे गए और पुलिसकर्मी घायल हुए, उनके परिवारीजन के बारे में भी सोचें। इसके बाद तकरीबन 35 मिनट के संबोधन में मोदी ने कहा कि आजादी के बाद हमने सबसे ज्यादा जोर अधिकारों पर दिया, लेकिन हमें अपने कर्तव्यों, दायित्वों पर भी उतना ही बल देना है। हक के साथ दायित्व को भी याद रखना होगा। झूठी अफवाहों पर हिंसा करने और सरकारी संपत्तियों को क्षति पहुंचाने वालों से उन्होंने आग्रह किया 'यदि बेहतर सड़क, परिवहन व्यवस्था और सीवर लाइन नागरिकों का हक है तो इन्हें सुरक्षित रखना भी उनका दायित्व है। यदि उत्तम व सुलभ शिक्षा हमारा हक है तो शिक्षण संस्थानों को सुरक्षित रखना और शिक्षकों का सम्मान हमारा दायित्व है। बेहतर चिकित्सा सुविधाएं पाना हमारा अधिकार है तो अस्पतालों की सुरक्षा और डॉक्टरों का सम्मान हमारा कर्तव्य है। सुरक्षित माहौल हमारा हक है तो उसे उपलब्ध कराने वाले पुलिस तंत्र का सम्मान भी हमारा दायित्व है। मोदी ने कहा कि हक की सीमा है, लेकिन कर्तव्य की भावना बहुत व्यापक है। यह भावना नागरिकों के साथ सरकारी तंत्र में भी होनी चाहिए।  

चुनौतियों को चुनौती देने का कोई मौका नहीं छोड़ा

मोदी ने अपनी सरकार के कामकाज को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कसौटियों पर खरा ठहराया। उन्होंने कहा कि अटल जी कहते थे कि हर पीढ़ी को भारत की प्रगति का मूल्यांकन दो मानदंडों पर करना चाहिए। पहला, विरासत में मिलीं कितनी समस्याओं को हमने सुलझाया है। दूसरा, राष्ट्र के भावी विकास के लिए हमने अपने प्रयासों से कितनी मजबूत नींव रखी है। कहा कि हमने राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक चुनौतियों को दूर किया है। फिर बोले, अनुच्छेद 370 कितनी पुरानी बीमारी थी? कितनी कठिन लगती थी? हमें विरासत में मिली थी। हमने ऐसी कठिन चुनौती को सुलझाया। यह हुआ और आराम से हुआ। सबकी धारणाएं चूर-चूर हो गईं। अयोध्या विवाद के इतने पुराने मामले का शांतिपूर्ण समाधान कराया। नागरिकता संशोधन कानून का नाम लिए बगैर कहा कि देश के विभाजन के बाद लाखों गरीब, जिनमें ज्यादातर दलित, वंचित और शोषित थे, अपना धर्म और बहू-बेटियों की इज्जत बचाने के लिए पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान छोड़ भारत की शरण लेने को मजबूर हैं, उन्हें नागरिकता की गरिमा दिलाने का काम देश की 130 करोड़ जनता ने किया है। भारत यह आत्मविश्वास लेकर 2020 में प्रवेश कर रहा है। अब भी जो चुनौतियां बाकी हैं, उनके समाधान के लिए हर भारतवासी पूरे सामर्थ्य से प्रयास कर रहा है। इसी कड़ी में उन्होंने कहा कि हम चुनौतियों को चुनौती देने का स्वभाव लेकर निकले हैं। हमने चुनौतियों को चुनौती देने का कोई मौका नहीं छोड़ा।

जीवन को टुकड़ों में नहीं देखा जा सकता

पीएम नरेंद्र मोदी ने बताया कि अटल जी कहते थे कि जीवन को टुकड़ों में नहीं देखा जा सकता। उसको समग्रता में देखना होगा। यह बात सरकार और सुशासन के लिए भी लागू होती है। सुशासन भी तब तक संभव नहीं है, जब तक हम समस्याओं को संपूर्णता में, समग्रता में नहीं सोचेंगे। उन्होंने कहा आज दिल्ली में अटल भूजल योजना का शुभारंभ किया। छह हजार करोड़ रुपये की इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश सहित देश के सात राज्यों में भूजल के स्तर को सुधारने के लिए काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र के लिए सरकार का रोड मैप हैं, प्रिवेंटिव हेल्थ केयर पर काम करना, अफोर्डेबल हेल्थकेयर का विस्तार करना, सप्लाई साइड इंटरवेंशन यानि इस सेक्टर की हर डिमांड को देखते हुए सप्लाई को सुनिश्चित करना और मिशन मोड इंटरवेंशन। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत से लेकर योग तक, उज्ज्वला से लेकर फिट इंडिया मूवमेंट तक और इन सबके साथ आयुर्वेद को बढ़ावा देने तक, इस तरह की हर पहल बीमारियों की रोकथाम में अपना अहम योगदान दे रही हैं।

नए भारत की ठोस नींव कर रहे तैयार

स्वच्छ भारत मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री जनधन योजना की उपलब्धियां बयान करने के साथ उन्होंने 2024 तक देश के हर घर को नल से जल मुहैया कराने के लिए शुरू की गई योजना का जिक्र किया और कहा कि हम समस्याओं का समाधान कर रहे हैं। इन समाधानों के जरिये नए भारत की ठोस नींव तैयार कर रहे हैं। इसी ठोस बुनियाद पर हम देश की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन डॉलर का आकार देेने का लक्ष्य सिद्ध करेंगे। यही तो सुशासन और सुराज है जिसकी परिकल्पना अटल बिहारी वाजपेयी और पंडित मदन मोहन मालवीय ने की थी।

यह भी थे मौजूद

कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व डॉ.दिनेश शर्मा, चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, पर्यटन व संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ.नीलकंठ तिवारी और मोहनलालगंज के सांसद कौशल किशोर तथा राज्य सरकार के मंत्री व भाजपा पदाधिकारी शामिल थे। 

इससे पहले प्रधानमंत्री ने सूबे में सत्ता के शीर्ष अधिष्ठान लोकभवन के परिसर में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 25 फीट ऊंची कांस्य प्रतिमा का अनावरण किया। अटलजी की 25 फीट ऊंची कांस्य प्रतिमा पर पीएम मोदी ने श्रद्धासुमन अर्पित किये। यह प्रतिमा उत्तर प्रदेश के संस्कृति विभाग ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में बनवाई है। फिर उन्होंने राजधानी के चक गंजरिया में बनाये जाने वाले अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय का लोकभवन सभागार में बटन दबाकर शिलान्यास किया। 

स्वागत के लिए काशी का सांसद सभी को धन्यवाद कहता है

अटल बिहारी वाजपेयी की 95वें जयंती के मौके पर लखनऊ पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस स्वागत के लिए काशी का सांसद सभी को धन्यवाद कहता है। मेरा सौभाग्य है कि मुझे दूसरे महत्वपूर्ण कार्यक्रम में यूपी आने का अवसर मिला है। अटल जी की भव्य प्रतिमा लोगों को सुशासन की निरंतर प्रेरणा देती रहेगी। अटल बिहारी चिकित्सा विश्वविद्यालय का शिलान्यास करना मेरे लिए सौभाग्य के पल हैं। अटल जी ने लखनऊ के लिए अनेक योजनाएं शुरू की थी। उन्होंने लखनऊ को नई पहचान देने के लिए अनेक कार्यक्रम चलाए।

यूपी में 11 लाख लोगों को मिला 'आयुष्मान' का लाभ

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आयुष्मान भारत के कारण देश के करीब 70 लाख गरीब मरीजों का मुफ्त इलाज हो चुका है, जिसमें करीब 11 लाख यहीं यूपी के हैं। स्वच्छता और स्वास्थ्य सुविधाओं को गांव-गांव तक सुलभ कराने का जो अभियान यहां की सरकार ने चलाया है, वो यूपी के लोगों के जीवन को आसान बनाने की दिशा में बड़ा कदम हैं। आज सुशासन दिवस पर अटल जी कहते थे हर पीढ़ी के योगदान का मूल्यांकन दो बातों पर निर्भर होगा। पहला हमें विरासत में मिली समस्याओं को कितना सुलझाया है। दूसरा राष्ट्र के भावी विकास के लिए हमने अपने खुद के प्रयासों से कितनी मजबूत नींव रखी है। इन दोनों सवालों के आलोक में हम कह सकते हैं 2020 के साल में भारत अभूतपूर्व उपलब्धियों के साथ प्रवेश कर रहा है। हमें विरासत में जो भी चुनौतियां मिली उनके समाधान की निरंतर हम कोशिश कर रहे हैं। अनुच्छेद 370 जैसी पुरानी और कठिन बीमारी हमें विरासत में मिली और हमने उसे सुलझाने का प्रयास किया और वह आराम से हो गया। सब की धारणाएं चूर-चूर हो गई।

सुशासन का अर्थ है सभी की सुनवाई हो

पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार के लिए सुशासन का अर्थ है- सभी की सुनवाई हो। सुविधा, हर नागरिक तक पहुंचे। सुअवसर हर भारतीय को मिले। सुरक्षा हर देशवासी अनुभव करे और सुलभता सरकार के हर तंत्र की सुनिश्चित हो। भारत के गरीब लोगों के लिए लगभग दो करोड़ घर बनाए गए हैं। जिनके पास घर नहीं हैं, हम उनके लिए बहुत मेहनत कर रहे हैं। सड़कों और रेलवे कनेक्टिविटी को बढ़ाया जा रहा है और काम बड़ी तेजी से हो रहा है। हम 2024 तक हर परिवार को पीने का पानी उपलब्ध कराने के लिए समर्पित हैं। ये सभी तंत्र न्यू इंडिया के लिए एक मजबूत आधार तैयार कर रहे हैं। हम इस मजबूत आधार पर 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में पूरे देश के साथ आगे बढ़ रहे हैं।

हमने सबसे ज्यादा जोर अधिकारों पर दिया

पीएम मोदी ने कहा कि आज सुशासन दिवस पर जब हम नए वर्ष और नए दशक में प्रवेश करने जा रहे हैं, तब हमें अटल जी की एक और बात अवश्य याद रखनी चाहिए। अटल जी कहते थे कि हर पीढ़ी भारत की प्रगति में योगदान का मूल्यांकन दो बातों के आधार पर होगा। पहला, हमें जो विरासत में मिली कितनी समस्याओं को हमने सुलझाया है। दूसरा, राष्ट्र के भावी विकास के लिए हमने अपने खुद के प्रयासों से कितनी मजबूत नींव रखी है। पीएम ने कहा कि आज अटल सिद्धि की इस धरती से मैं यूपी के युवा साथियों को, यहां के हर नागरिक को आग्रह करने आया हूं। आजादी के बाद के वर्षों में हमने सबसे ज्यादा जोर अधिकारों पर दिया है, लेकिन अब हमें अपने कर्तव्यों, अपने दायित्वों पर भी उतना ही बल देना है।

हक और दायित्व को हमेशा याद रखना होगा

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हक और दायित्व को हमें साथ-साथ और हमेशा याद रखना है। उत्तम शिक्षा, सुलभ शिक्षा हमारा हक है, लेकिन शिक्षा के संस्थानों की सुरक्षा, शिक्षकों का सम्मान, हमारा दायित्व है। मैं यूपी के युवाओं और हर दूसरे व्यक्ति से अनुरोध करना चाहता हूं। अब जब हम आजादी के 75 साल बाद जा रहे हैं, वह समय आ गया है जब हमें अपनी जिम्मेदारियों को देखना चाहिए। हर कोई जिसने हिंसक रूप से विरोध किया है और हाल के दिनों में संपत्ति में बर्बरता की है।

यूपी जिस तरह से विरोध प्रदर्शन के नाम पर हिंसा की, सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाया। वो लोग एक बार खुद से पूछें क्या उनका रास्ता सही था। क्या उनकी प्रवृत्ति योग्य थी। जो कुछ जलाया गया, बर्बाद किया गया, क्या वह उनके बच्चों के काम आने वाला नहीं था। मोदी ने कहा कि हिंसा में जिनकी मृत्यु हुई, जो पुलिस वाले जख्मी हुए, उनके और उनके परिवार के प्रति सोचें कि उन पर क्या बीतती होगी। इसलिए मैं झूठी अफवाहों में आकर हिंसा करने वालों को, सरकारी सम्पत्ति तोड़ने वालों को आग्रह करूंगा कि बेहतर सड़कें, सुविधाएं और उत्तर सीवरेज प्रणाली नागरिकों का अधिकार है, तो इनको सुरक्षित रखना नागरिकों की ही दायित्व है। हम अपना दायित्व निभाएं, अपने लक्ष्यों को प्राप्त करें, यही सुशासन दिवस पर हमारा संकल्प होना चाहिए। यही जनता की अपेक्षा है, यही अटल जी की भी भावना थी। पीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश के लोगों को अटल मेडिकल विश्वविद्यालय के लिए बहुत-बहुत बधाई। साथ ही उत्तर प्रदेश के सभी नागरिकों को नव वर्ष 2020 की अग्रिम शुभकामनाएं।

प्रतिमा अटल जी के आदर्शों की याद दिलाएगी

इससे पहले लोक भवन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के पूर्वजों की जन्मभूमि रही है। उन्होंने उत्तर प्रदेश को ही अपनी कर्मभूमि बनाया। अटल जी की पहली कर्मभूमि बलरामपुर में स्वास्थ्य की बेहतर सुविधा के लिए केजीएमयू के सैटेलाइट सेंटर के रूप में एक मेडिकल कॉलेज अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर ही स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। अटल जी की यह कांस्य प्रतिमा उनके आदर्शों और मूल्यों की याद दिलाती रहेगी।

अटल जी से जुड़ी स्मृतियां आज भी हमारे दिलों में अटल

इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने स्वागत करते करते हुए कहा कि मैं अपने आप को सौभग्यशाली मानता हूं जहां से अटल जी ने निर्वाचित होते थे वहां से ही मुझे कार्य करने का अवसर मिला है। अटल जी से जुड़ी स्मृतियां आज भी हमारे दिलों में अटल हैं। उन्होंने कहा कि अटल जी अजातशत्रु थे। अटल जी कहते थे कि सरकारें बनती और गिरती हैं। राजनीतिक दल बनते हैं, टूटते हैं, लेकिन यह देश रहना चाहिए। इससे पहले लोकभवन पहुंचे पीएम मोदी का राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित, उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा व केशव प्रसाद मौर्य ने स्वागत किया। 

योगी ने लिया तैयारियों का जायजा 

इससे पहले 25 दिसंबर को अटल बिहारी के जन्मदिन पर आयोजित कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लेने सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लोकभवन पहुंचे। उन्होंने प्रतिमा की स्थिति देखने के साथ ही तैयारियों का जायजा लिया और अधिकारियों को निर्देश दिये।

सुशासन दिवस मना रही भाजपा

पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन को भारतीय जनता पार्टी सुशासन दिवस रूप में मना रही है। इस अवसर पर अटल बिहारी वाजपेयी की नीतियों व सिद्धांतों के बारे में जनसामान्य को बताया जा रहा है। मंडल स्तर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें याद किया जा रहा है। केंद्र व प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को भी प्रचारित किया जा रहा है।


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