अखिलेश का विरोध करना पड़ा महंगा, कांग्रेस नेताओं पर लटकी कार्रवाई की तलवार moradabad news
सपा मुखिया अखिलेश यादव के कार्यक्रम का विरोध करना कांग्रेस नेताओंं को भारी पड़ रहा है। पार्टी हाईकमान ने इन पर कार्रवाई की तलवार लटका दी है।
By Narendra KumarEdited By: Published: Tue, 10 Sep 2019 08:08 AM (IST)Updated: Tue, 10 Sep 2019 12:00 PM (IST)
मुरादाबाद। सपा मुखिया अखिलेश यादव के कार्यक्रम का विरोध करना कांग्रेस नेताओंं को भारी पड़ रहा है। पार्टी हाईकमान ने इन पर कार्रवाई की तलवार लटका दी है। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष मुतीउर्रहमान खां बबलू और अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष फैसल लाला को नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब तलब किया है। साथ ही कठोर कार्रवाई की चेतावनी दी है। सपा मुखिया अखिलेश यादव का सोमवार को रामपुर आने का कार्यक्रम था। इन दोनों कांग्रेस नेताओं ने उनके कार्यक्रम के विरोध में बयानबाजी की थी। धरना-प्रदर्शन करने की भी बात कही और प्रशासन से परमीशन भी मांगी। कांग्रेस हाईकमान ने इसे गंभीरता से लिया और दोनों को नोटिस जारी कर दिया है। मुतीउर्रहमान को प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अनुशासन समिति के सदस्य पूर्व विधायक विनोद चौधरी ने नोटिस दिया है। इसमें कहा है कि आपने बिना पार्टी की अनुमति के अखिलेश यादव के खिलाफ बयान दिया है। आपका यह कृत्य घोर अनुशासनहीनता की परिधि में आता है। पांच दिन के अंदर अपना स्पष्टीकरण दें। अन्यथा कठोर कार्रवाई की जाएगी। इसी तरह कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष अली यूसुफ अली ने फैसल लाला को नोटिस जारी किया है। कहा है कि कांग्रेस के रीति-रिवाजों के विपरीत काम कर रहे हैं, क्यों न आपके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। उन्होंने तीन दिन के अंदर स्पष्टीकरण देने को कहा है। साथ ही हिदायत दी है कि पार्टी की अनुमति के बिना लेटरपैड का प्रयोग न करें। उधर, फैसल लाला ने कहा कि अनुशासनहीनता का नोटिस जारी हुआ है। हालांकि इसमें स्पष्ट नहीं है कि मेरे किस कार्य को अनुशासनहीनता बताया जा रहा है। कहा कि आरोप लगाकर मुझे नोटिस देने वाले चंद रोज पहले ही बसपा छोड़कर कांग्रेस में आएं हैं और मैंने जन्म ही कांग्रेस पार्टी में लिया है।
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