Ayodhya Ram Mandir : पांच अगस्त को बांटेंगे मिठाई और घी के दीपक जलाकर मनाएंगे खुशी
Ayodhya Ram Mandir राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष डॉ. भगवानलाल सहनी ने की है कारसेवा। यादें की ताजा। नारे लगाने के लिए उनके ऊपर हुआ था मुकदमा अब बढ़ी न्याय की उम्मीद।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। Ayodhya Ram Mandir :अयोध्या में पांच अगस्त को श्री राम जन्मभूमि स्थल पर भव्य मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन होगा। इसको लेकर कारसेवा में शामिल रहे लोगों में खास तौर पर उत्साह है। छह दिसंबर 1992 को अयोध्या में हुई कारसेवा में शामिल रहे राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष मुजफ्फरपुर जिले के डॉ. भगवानलाल सहनी ने कहा कि भूमि पूजन की नींव की जानकारी लगने पर उनके मन में जो खुशी है उसे शब्दों में बयान नहीं कर सकते। कोरोना को लेकर कई तरह की बंदिशें हैं। लेकिन पांच अगस्त को अपने आवास पर मिठाई बांटेंगे और घी के दीपक जलाकर खुशी मनाएंगे।
विहिप के शिविर में डेरा
छह दिसंबर 1992 को अयोध्या में हुई कारसेवा की यादों को ताजा करते करते कहा कि तीन दिसंबर 1992 को पत्नी को साथ लेकर अयोध्या पहुंचे थे। सरयू नदी किनारे विहिप के शिविर में डेरा डाला। पांच की रात नींद ही नहीं आई। छह दिसंबर को चार बजे सुबह जगे। स्नान, सरयू नदी की पूजा कर निकल पड़े राम जन्मभूमि की ओर। सुबह करीब पांच बजकर 30 मिनट पर पहुंचे तो वहां लोगों का भारी हुजूम दिखा।
ढांचा टूटता देख था गजब का उत्साह
कहते हैं कि हमारे साथ मुजफ्फरपुर के कई लोग थे। मंदिर से ज्यादा दूरी पर हम नहीं थे। देखते ही देखते पुराना ढांचा टूटने लगा। ढांचा टूटता देख मन में गजब का उत्साह हुआ। जिधर नजर जाए लोग जय श्री राम का नारा लगाकर झूमते व नाचते मिले। वह दिन सनातन समाज के लिए गौरव का दिन था। इतना कहकर डॉ.सहनी का गला भर आया।
लड़ रहे मुकदमा
डॉ. सहनी ने बताया कि पुराना ढांचा ध्वस्त होने के बाद केंद्र सरकार ने मध्यप्रदेश, हिमाचल प्रदेश व राजस्थान की सरकार को बर्खास्त किया था। उस संदर्भ में मुजफ्फरपुर में शांतिपूर्ण जुलूस निकला था। उनपर चार मुकदमे हुए। तीन समाप्त हो चुके हैं। चौथा मुकदमा अब अंतिम चरण में है। कहते हैं कि उसमें भी उनको न्याय मिलेगा। कानून पर भरोसा है। डॉ. सहनी ने बताया कि उनके ऊपर जय श्रीराम का नारा लगाने के कारण सांप्रदायिक सौहार्द बिगडऩे की आशंका का आरोप लगाया गया था।