नेपाल की खबरें : नेपाल में हो रही भारतीय दुधारू पशुओं की तस्करी Gorakhpur news
भारत के दुधारू पशुओं की नेपाल में धड़ल्ले से तस्करी हो रही है।
गोरखपुर, जेएनएन। भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा एजेंसियों की कड़ी निगहबानी के बावजूद दुधारू पशुओं को नेपाल भेजने के धंधे पर लगाम नहीं लग पा रहा है। धंधे से जुड़े कारोबारी हर रोज नए तरीके इजाद कर पशुओं को नेपाल पहुंचा रहे हैं। जिससे क्षेत्र पशु तस्करों के सुरक्षित ठिकाने के रूप में तब्दील होता जा रहा है। क्षेत्र में अवैध कमाई का मजबूत जरिया होने के कारण दुधारू पशुओं को नेपाल भेजने का धंधा बदस्तूर जारी है। तस्कर गोरखपुर, संतकबीर नगर क्षेत्र में लगने वाले पशु बाजारों से पिकअप गाडिय़ों में भरकर लाए गए पशुओं को बरगदवा व परसामलिक थानाक्षेत्र की सीमा में उतार दे रहे हैं। पुलिस क्षेत्राधिकारी राजू कुमार साव ने बताया कि पशु तस्करों पर पुलिस की पैनी नजर है। इसके रोकथाम के लिए सीमावर्ती थानों की पुलिस को सख्त दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
सीमावर्ती क्षेत्र में बेखौफ चल रहा जुए का अवैध कारोबार
नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्र के गांवों व कस्बों में जुए का कारोबार तेजी से फैलता जा रहा है। सैकड़ों की संख्या में जुआरी शांत स्थानों पर बैठकर खुलेआम धंधे को अंजाम दे रहे हैं। बावजूद इसके रोकथाम का उपाय न किए जाने से इनका मनोबल बढ़ता जा रहा है। सोनौली कोतवाली क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों में जुए का कारोबार खुलेआम चल रहा है। जुआरी सुनसान जगह देखकर घेरा बनाकर बैठ जा रहे हैं।
भारतीय क्षेत्र में बेखौफ बेची जा रही नेपाली शराब
सुरक्षा एजेंसियों की कड़ी निगहबानी के बावजूद भारतीय क्षेत्र में नेपाली शराब की बिक्री पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। इससे न केवल राजस्व को भारी क्षति हो रही है, वहीं दूसरी ओर पियक्कड़ों के शोर शराबे व हंगामे के कारण गांवों का शांत माहौल दिनोंदिन विषाक्त होता जा रहा है। प्रशासन की लाख कोशिशों के बावजूद क्षेत्र में नेपाली शराब का कारोबार अपनी जड़ें जमाता जा रहा है। क्षेत्र में सक्रिय शराब के पेशेवर कारोबारी कैरियरों के माध्यम से शराब की शीशियों को मंगाकर जरूरत के मुताबिक जनपद के अन्य हिस्सों में सप्लाई कर रहे हैं। जिसे आबकारी विभाग व बरगदवा, परसामलिक, नौतनवा और सोनौली थाने के पुलिस के लोग भी बखूबी जानते हैं। लेकिन धरपकड़ के नाम पर केवल कैरियर ही पकड़े जाते हैं। जबकि धंधे को संचालित करने वाले बड़े कारोबारी हमेशा पकड़ से बच निकलते हैं। स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि शराब के इन अड्डों पर कुछ बाहरी लोगों का भी आना जाना लगा रहता है। जिन्हें स्थानीय लोग जानते पहचानते तक नहीं। पुलिस क्षेत्राधिकारी राजू साव का कहना है कि नेपाली शराब की बिक्री पर कड़ाई से अंकुश लगाने के लिए पुलिस को सख्त दिशा निर्देश दिए गए हैं।
नेपाल बस संचालकों व विधायक ने सीडीओ से की शिकायत
नेपाल में इन दिनों प्राइवेट भारतीय बसों का संचालन बढ़ता जा रहा है। जो भंसार कराकर नेपाल की सड़कों पर फर्राटा भरते हैं। जिससे नेपाल वाहन संचालकों का कार्य प्रभावित हो रहा है।रुपंदेही जिले के विधायक संतोष पांडेयने सीडीओ को दिए गए शिकायती पत्र में लिखा है कि भारतीय चार पहिया वाहन व बस भंसार शुल्क जमा कर नेपाल में प्रवेश कर लेती है। लेकिन वह नेपाल में आकर सवारियों को भरती है। जो कि नेपाली वाहनों के साथ डग्गामारी है। जिसमें कई बसे यात्रियों को काठमांडू व पोखरा तक छोडऩे जाती हैं और वापसी में रूक-रूक कर सवारी भरते हुए आती है।