इस खिलाड़ी ने भी की थी आपसे एक नेक अपील, फिर भी दिल्ली वालों ने तोड़ दिया दिल
इस बार दिल्ली का मतदान फीसद बढ़ना तो दूर पिछला आंकड़ा भी नहीं छू सका। 2014 में जहां 65 फीसद मतदान हुआ था वहीं इस बार 60.21 फीसद लोग ही घरों से निकले।
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। दिल्ली में पड़ रही भीषण गर्मी के बीच रविवार को मौसम थोड़ा मेहरबान रहा, इसके बावजूद प्रत्याशियों के भाग्य विधाता (मतदाता) घरों में आराम करते रहे। मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) कार्यालय की तमाम कवायद के बावजूद लोकसभा चुनाव में इस बार दिल्ली का मतदान फीसद बढ़ना तो दूर पिछला आंकड़ा भी नहीं छू सका। 2014 में जहां 65 फीसद मतदान हुआ था, वहीं इस बार 60.21 फीसद लोग ही घरों से निकले। करोड़ों रुपये खर्च कर चलाए गए मतदाता जागरूकता अभियान का कोई असर दिखाई नहीं दिया। सीईओ ने इसे मतदाताओं की उदासीनता बताते हुए निराशा जाहिर की है।
प्रचार अभियान पर खर्च किए करोड़ों
देशभर में सबसे अधिक और सशक्त जागरूकता अभियान दिल्ली में ही चला। तमाम एफएम चैनलों पर रेडियो जिंगल चले, जगह-जगह सेमिनार और कार्यशालाओं का आयोजन किया गया। ऑल इंडिया रेडियो और समाचार पत्रों के माध्यम से भी मतदाताओं को अपना वोट डालने के लिए जागरूक किया गया। आउटडोर पब्लिसिटी के तहत क्रिकेटर रिषभ पंत और टेनिस खिलाड़ी मोनिका बत्रा के संदेश वाले विज्ञापन विभिन्न जगहों पर लगाए गए।
मतदाता जागरूकता टीमें पार्कों, स्कूल एवं कालेजों सहित कालोनियों में भी गई। मतदाता जागरूकता के संदेशों वाली विशेष रेल चलाई गई, मेट्रो ट्रेन भी चुनावी रंग में रंगी गई। डीटीसी की एक हजार, जबकि 1676 कलस्टर बसों पर भी मतदाता जागरूकता वाले विज्ञापन लगाए गए। एक करोड़ मतदाताओं को वाट्सएप संदेश भेजकर मताधिकार का प्रयोग करने का संदेश दिया। इसके अलावा पूरे शहर में होर्डिंग्स लगाने के साथ-साथ समाचार पत्रों, रेडियो और टीवी पर भी विज्ञापन दिए गए। इस सब पर करोड़ों रुपये का खर्च आया। इसके बावजूद इतने महंगे अभियान का अपेक्षाकृत परिणाम सामने नहीं आ सका।
मौसम रहा अपेक्षाकृत हल्का गर्म
रविवार को गर्मी तो रही, लेकिन अन्य दिनों की तुलना में काफी कम रही। पिछले कुछ दिनों से दिल्ली का अधिकतम तापमान 44-45 डिग्री सेल्सियस को छू रहा था। वहीं रविवार को यह 38.5 डिग्री सेल्सियस ही रहा। इसी तरह न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस तक चला गया था, जो रविवार को 25.3 डिग्री सेल्सियस रहा। सुबह के समय ठंडी हवा चल रही थी तो दिन में भी सूरज और बादलों के बीच आंखमिचौली का खेल चलता रहा।
100 साल के ऊपर 91 बुजुर्ग मतदाता, 47 ने ही डाले वोट
दिल्ली में 100 साल से अधिक उम्र के कुल 91 बुजुर्ग मतदाता हैं। इन्हें मतदान केंद्र तक लाने और घर वापस छोड़कर आने के लिए सीईओ कार्यालय ने परिवहन सुविधा उपलब्ध कराई तो इन्हें सम्मानित भी किया गया। इसके बावजूद इनमें से मात्र 47 बुजुर्ग मतदाताओं ने ही अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
डा. रणबीर सिंह, सीईओ, दिल्ली के मुताबिक, मतदान फीसद बढ़ाने और मतदाताओं को जागरूक करने के लिए हर संभव प्रयास किया गया। हमें उम्मीद थी कि मतदान 70 फीसद तक जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया! इसे चिंता का विषय ही कहा जा सकता है।
सतनाम सिंह (विशेष मुख्य निर्वाचन अधिकारी, दिल्ली) के मुताबिक, निर्वाचन आयोग का काम मतदान केंद्रों पर मतदाताओं के लिए ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं उपलब्ध कराना होता है। हमने भी इस दिशा में हर संभव कोशिश की। पीने का पानी, शेड, दिव्यांगों के लिए व्हील चेयर इत्यादि ज्यादातर मतदान केंद्रों पर उपलब्ध कराई। आदर्श मतदान केंद्रों पर तो रेड कारपेट सहित गुलाब के फूल, गुब्बारों और बच्चों के खेलने तक की व्यवस्था की। अगर तब भी मतदाता कम संख्या में ही आए तो अब इसके लिए क्या किया जाए।
दिल्ली-NCR की ताजा खबरों को पढ़ने के लिए यहां पर करें क्लिक
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप