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अहिंसावादी छवि बनाने के चक्कर में नेहरू ने चीन को तिब्बत सौंप दिया : जनरल वीके सिंह

वीके सिंह ने आरोप लगाया कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने अपनी अहिंसावादी छवि को चमकाने के चक्कर में चीन को तिब्बत सौंप दिया।

By Mangal YadavEdited By: Published: Fri, 14 Aug 2020 08:17 PM (IST)Updated: Fri, 14 Aug 2020 08:17 PM (IST)
अहिंसावादी छवि बनाने के चक्कर में नेहरू ने चीन को तिब्बत सौंप दिया : जनरल वीके सिंह
अहिंसावादी छवि बनाने के चक्कर में नेहरू ने चीन को तिब्बत सौंप दिया : जनरल वीके सिंह

गुरुग्राम [आदित्य राज]। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री जनरल (रिटा.) वीके सिंह ने आरोप लगाया कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने अपनी अहिंसावादी छवि को चमकाने के चक्कर में चीन को तिब्बत सौंप दिया। तिब्बत से सदियों पुराने रिश्ते बिगाड़ लिए। इसके बाद से चीन दावा करने लगा कि लद्दाख की 31 हजार किलोमीटर व अरुणाचल प्रदेश की 36 हजार किलोमीटर इलाका भी उसका है। वर्तमान केंद्र सरकार चीन के सामने मजबूती के साथ अपना पक्ष रख रही है।

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शुक्रवार शाम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संपर्क विभाग गुरुग्राम की तरफ से आयोजित अखंड भारत संकल्प दिवस के उपलक्ष्य में अखंड भारत और चीन संबंध विषय पर आयोजित वेबिनार में जनरल वीके सिंह ने कहा कि चीन ने अपनी विस्तारवादी नीतियों को क्रियान्वित करते हुए 1950 के दशक में तिब्बत को हड़पना शुरू कर दिया था। तभी से भारत-चीन के रिश्तों में खटास आने लगी थी।

उस समय भारत की तीन टुकड़ियां तिब्बत में तैनात थीं लेकिन पंडित नेहरू की कमजोर राजनैतिक इच्छा शक्ति के चलते चीन से मुकाबला नहीं हो पाया। सात नवंबर 1950 को सरदार पटेल ने नेहरू को चिट्ठी लिखी थी कि चीन से दोस्ती महंगी पड़ेगी। यह भरोसेमंद नहीं है। वह 10 से 12 सालों के बीच भारत पर आक्रमण करेगा। तब नेहरू ने इस बात को दरकिनार कर दिया था। सन् 1962 में सरदार पटेल की बात तब साबित हो गई जब चीन ने भारत के ऊपर आक्रमण कर दिया।

दरअसल वह अपनी छवि एक शांति दूत की बनाना चाहते थे। पंचशील सिद्धांत से तीनों सेनाओं व प्रमुख लोगों को दूर रखा गया था। सच्चाई यह है कि तिब्बत 1950 से पहले तक भारत एवं चीन के मध्य में एक स्वतंत्र राष्ट्र था, जो भारत एवं चीन के बीच पुल का काम करता था। तब चीन की कहीं से भी कोई सीमा भारत के साथ नहीं लगती थी।

सेना के आधुनिकीकरण पर जोर

जनरल वीके सिंह ने कहा कि वर्तमान केंद्र सरकार सेना के आधुनिकीकरण के ऊपर जोर दे रही है। सीमाओं तक संचार एवं परिवहन की सुविधाएं विकसित करने के ऊपर जोर दिया जा रहा है। जहां तक चीन को सबक सिखाने का सवाल है तो उसका दृढ़ता से निर्भय होकर मुकाबला करना होगा। चीनी सामानों के बहिष्कार के ऊपर जोर देना होगा।

वेबिनार की अध्यक्षता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हरियाणा के प्रांत संघचालक पवन जिंदल ने की। विषय की प्रस्तावना संघ के हरियाणा प्रांत सह संपर्क प्रमुख गंगाशंकर मिश्र ने रखी। वेबिनार में उत्तर क्षेत्र के संपर्क प्रमुख श्रीकृष्ण सिंहल, गुरुग्राम विभाग के संघचालक प्रताप सिंह के अलावा कर्नल (रिटा.) जेके सिंह एवं प्रदीप शर्मा सहित देश के विभिन्न राज्यों से लोग शामिल हुए।


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