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Farmers Acts 2020: कृषि कानूनों से किसानों को मिली आजादी, कांग्रेस ने किया छलावा: गुर्जर

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नए कृषि कानून से किसान को आजादी मिली है। किसान अपनी फसल कहीं भी बेच सकते हैं। धान मूंग मसूर चना मूंगफली अरहर सहित सभी मुख्य फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य 40‌ से 60 फीसद तक बढ़ा है।

By Mangal YadavEdited By: Published: Thu, 01 Oct 2020 01:48 PM (IST)Updated: Thu, 01 Oct 2020 01:48 PM (IST)
Farmers Acts 2020: कृषि कानूनों से किसानों को मिली आजादी, कांग्रेस ने किया छलावा: गुर्जर
केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर की पीसी

फरीदाबाद, जागरण संवाददाता। केंद्रीय राज्यमंत्री और फरीदाबाद के सांसद कृष्णपाल गुर्जर ने बृहस्पतिवार को कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कृषि कानून का वही लोग विरोध कर रहे हैं जिन्होंने किसानों की कभी सुध नहीं ली। कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि मोदी सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने का काम किया है। सुधारवादी कदमों से बिचौलियों को दर्द हो रहा है।

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केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नए कृषि कानून से किसान को आजादी मिली है। किसान अपनी फसल कहीं भी बेच सकते हैं। धान, मूंग, मसूर, चना, मूंगफली, अरहर सहित सभी मुख्य फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य 40‌ से 60 फीसद तक बढ़ा है। गेहूं, धान, मूंग, मसूर, सरसों, चना, मूंगफली, अरहर की खरीद में भी मोदी सरकार ने बढ़ोतरी की है। कांग्रेस ने सिर्फ किसानों के साथ छलावा किया है।

कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि किसानों का विरोध कांग्रेस द्वारा प्रायोजित है। कांग्रेस के नेतृत्व को पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि ये लोग छोटी बात करते हैं।

मंडियों में आज से शुरू होगी बाजरे और धान की सरकारी खरीद

वहीं, मंडियों में धान और बाजरे की सरकारी खरीद बृहस्पतिवार एक अक्टूबर से शुरू हो गई है। बाजरे की हैफेड और धान की खरीद हरियाणा भंडारण निगम करेगी। सरकार ने बाजरे को समर्थन मूल्य 2150 रुपये प्रति कुंतल और धान परमल 1815 रुपये प्रति कुंतल खरीदने का फैसला लिया है। पिछले वर्ष बाजरे का भाव 1950 रुपये और धान का भाव 1750 रुपये प्रति कुंतल था। सरकार ने फसलों को समर्थन मूल्य पर खरीदने के लिए किसानों से मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर आनलाइन पंजीकरण करने के लिए कहा था। जिन किसानों ने फसल का पोर्टल पर आनलाइन पंजीकरण कराया है, उन्हीं किसानों की फसल को अब समर्थन मूल्य पर खरीदा जाएगा। जिन किसानों को फसल मंडी में लेकर आना है, उनके पास सरकार की तरफ से मोबाइल फोन पर मैसेज आ जाएगा।

संबंधित किसान को मार्केट कमेटी कार्यालय से गेट पास कटवाना होगा। तभी मंडी के अंदर प्रवेश करेगा। बाजरे की खरीद के लिए फरीदाबाद, तिगांव और बल्लभगढ़ मंडी का चयन किया गया है। धान की सरकारी खरीद बल्लभगढ़ और तिगांव मंडी का चयन किया गया है। सरकार ने एक किसान से धान की खरीद का लक्ष्य 22 कुंतल प्रति एकड़ से बढ़ा कर 33 कुंतल प्रति एकड़ कर दिया है। अब तक एक एकड़ आनलाइन पंजीकरण पर सिर्फ किसान का 22 कुंतल ही धान सरकार खरीदती थी। अब सरकार एक एकड़ धान पंजीकरण कराने वाले किसान से 33 कुंतल धान खरीदेगी।

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