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जेएनयू हिंसा पर बोले पूर्व वीसी, मैंने यूनिवर्सिटी में 25 साल काम किया, मौजूदा घटनाओं से दुखी हूं

जेएनयू कैंपस में हो रही हिंसा के बारे में पूर्व वीसी सुधीर कुमार सोपोरी ने कहा कि सुनकर बेहद निराश हूं। ऐसी घटनाएं तभी होती हैं जब अविश्वास होता है

By Prateek KumarEdited By: Published: Sat, 11 Jan 2020 04:30 PM (IST)Updated: Sat, 11 Jan 2020 05:43 PM (IST)
जेएनयू हिंसा पर बोले पूर्व वीसी, मैंने यूनिवर्सिटी में 25 साल काम किया, मौजूदा घटनाओं से दुखी हूं
जेएनयू हिंसा पर बोले पूर्व वीसी, मैंने यूनिवर्सिटी में 25 साल काम किया, मौजूदा घटनाओं से दुखी हूं

नई दिल्‍ली, एएनआइ। Sudhir Kumar Sopory: जेएनयू में हिंसा और प्रदर्शन को लेकर जेएनयू के पूर्व वीसी सुधीर कुमार सोपोरी ने बताया कि मुझे 25 साल तक जेएनयू में काम करने का अनुभव है। पिछले कुछ समय से कैंपस में हो रही हिंसा के बारे में सुनकर बेहद निराश हूं। ऐसी घटनाएं तभी होती हैं जब अविश्वास होता है और यह कम्‍यूनिकेशन (संचार) की कमी है, जो विश्वास के स्तर को कम करता है। उन्‍होंने कहा कि प्रशासन को छात्रों से बात करनी चाहिए। मैं जब वहां था तब मेरे दरवाजे हमेशा खुले रहते थे। मेरे पास हमेशा छात्रों की मांगों की एक डायरी रहती थी। जिन मांगों को पूरा किया जा सकता था, उनके अनुसार उपाय किए गए थे।

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वहीं जेएनयू के मामले में पुलिस की प्रेसवार्ता में हुए खुलास के बाद केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि लोकसभा में जिन पार्टियों के पास गिनती की सीटें हैं वे जेएनयू में प्रदर्शन कर मोदी सरकार को अस्थिर करने के प्रयास में जुटे हैं। लेकिन, वे अपने प्रयास में सफल नहीं हो पाएंगे।

जेएनयू में हिंसा पर रघुराम राजन ने कहा है कि ये खबरें चिंताजनक हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रमुख विश्वविद्यालय पर होने वाले हमले इस आरोप को पर्याप्त बल देते हैं कि सरकार असंतोष को दबाने का प्रयास कर रही है।

केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने आरोप लगाया कि वामपंथी पार्टियां जेएनयू में हिंसा को बढ़ावा दे रही हैं। उन्होंने ट्वीट किया, ‘जेएनयू में वाम साजिश बेनकाब हुई। उन्होंने उत्पात मचाया, सार्वजनिक संपत्ति तबाह की, नए छात्रों को नामांकन कराने से रोका, परिसर को राजनीतिक युद्ध भूमि की तरह इस्तेमाल किया।’


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