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AAP-कांग्रेस गठबंधन लगभग फाइनल, राहुल गांधी की इस 'शर्त' से शीला हटेंगी पीछे

इससे पहले राहुल गांधी के साथ हुई बैठक में शीला दीक्षित खेमे ने जहां एक इसके विरोध में राय रखी थी वहीं पीसी चाको-अजय माकन गुट ने खुलकर गठबंधन की पैरवी की थी।

By JP YadavEdited By: Published: Tue, 02 Apr 2019 10:37 AM (IST)Updated: Tue, 02 Apr 2019 03:26 PM (IST)
AAP-कांग्रेस गठबंधन लगभग फाइनल, राहुल गांधी की इस 'शर्त' से शीला हटेंगी पीछे
AAP-कांग्रेस गठबंधन लगभग फाइनल, राहुल गांधी की इस 'शर्त' से शीला हटेंगी पीछे

नई दिल्ली, जेएनएन। Lok Sabha Election 2019 : लोकसभा चुनाव-2019 के लिए सभी दल सक्रिय हो गए हैं और जोरशोर से चुनाव प्रचार भी शुरू हो गया है। इस बीच सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच गठबंधन पर सस्पेंस कभी भी खत्म हो सकता है।

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दरअसल, AAP से गठबंधन के मुद्दे पर मंगलवार दोपहर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित, दिल्ली प्रभारी पीसी चाको और अजय माकन के साथ अपने आवास पर बैठक बुलाई थी। अब जानकारी सामने आ रही है कि AAP और कांग्रेस के बीच दिल्ली में गठबंधन करीब-करीब फाइनल है।

राहुल गांधी ने रखी शर्त...

बताया जा रहा है कि बैैठक के दौरान राहुल गांधी ने पीसी चाको, शीला दीक्षित और अजय माकन के समक्ष यह शर्त रखी कि या तो AAP से गठबंधन करके तीन सीटों पर लड़ो या अकेले लड़के सातों सीटें जीतो। सूत्रों के मुताबिक, इसके जवाब में शीला समेत नेताओं ने सातों सीटें जीतने को लेकर आशंका जताई। इस पर राहुल गांधी ने कहा तब ठीक है, आप लोग जाइए मैं देखता हूं। अब ऐसे में राहुल गांधी की शर्त को देखते हुए शीला दीक्षित अपने रुख में परिवर्तन कर सकती हैं और दिल्ली में AAP से कांग्रेस का गठबंधन हो सकता है। कहा जा रहा है कि दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन लगभग तय है और इसका ऐलान भी जल्द ही हो जाएगा। 

गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले राहुल गांधी के साथ हुई बैठक में शीला दीक्षित खेमे ने जहां एक इसके विरोध में राय रखी थी, वहीं पीसी चाको-अजय माकन गुट ने खुलकर गठबंधन की पैरवी की थी। इसी कड़ी में मंगलवार को फिर राहुल गांधी ने दिल्ली में बैठक बुलाई थी, जिसमें दिल्ली कांग्रेस प्रभारी पीसी चाको और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी (DPCC) अध्यक्ष शीला दीक्षित को बुलाया गया था। 

गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी (AAP) मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को को हराने के लिए सातों सीटों पर कांग्रेस को कई बार गठबंधन का न्योता दे चुके हैं। वहीं, कहा जा रहा है कि दिल्ली की 7 सीटों पर गठबंधन के लिए कांग्रेस पार्टी के अंदर एक राय नहीं है।

बता दें कि दिल्ली की सियासत के सहारे AAP हरियाणा में कांग्रेस से दो और पंजाब में तीन सीटें मांग रही थी, लेकिन पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के विरोध के बाद कांग्रेस पंजाब में AAP को एक भी सीट देने को तैयार नहीं है। नए समीकरणों के तहत कांग्रेस ने AAP को एक नया फॉर्मूला दिया है।

इसके तहत AAP को दिल्ली में चार और हरियाणा में एक सीट देने का प्रस्ताव दिया है। इस प्रस्ताव पर कांग्रेस की ओर से राष्ट्रीय स्तर के नेता अहमद पटेल और गुलाब नबी आजाद गठबंधन के लिए प्रयासरत हैं, जबकि AAP की ओर से राज्यसभा सदस्य संजय सिंह मोर्चा संभाले हुए हैं।

बता दें कि पिछले लोकसभा व विधानसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद निगम चुनाव में कुछ हद तक वोट फीसद बढ़ाने में कांग्रेस सफल रही थी। इस बार लोकसभा चुनाव में पार्टी हर विधानसभा क्षेत्र में साइकिल यात्रा निकालकर लोगों के दिलों में जगह बनाना चाहती है। इसी को देखते हुए पश्चिमी दिल्ली के मादीपुर विधानसभा क्षेत्र में साइकिल यात्रा का शुभारंभ दिल्ली प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष शीला दीक्षित ने किया। कार्यक्रम के दौरान शीला दीक्षित ने कहा कि इससे पहले कभी भी कांग्रेस साइकिल यात्रा के साथ लोगों के बीच नहीं पहुंची थी। यह नई सोच है और लोगों पर इसका असर भी होगा। सातों सीट पर कार्यकर्ता चुनाव की तैयारी में लगे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि हमें कांग्रेस की नीति व सोच से लोगों को अवगत कराने का मौका मिलेगा। कांग्रेस गरीबों के कल्याण के लिए हर समय काम करने वाली पार्टी है। साइकिल यात्रा से कांग्रेस का विस्तार होगा। हम हर विधानसभा क्षेत्र में यह यात्रा निकालेंगे और लोगों के बीच जाएंगे।

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा कि हम पार्टी से ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ना चाहते हैं। ऐसे में साइकिल यात्र ही सबसे उपयुक्त है। हम विभिन्न आरडब्ल्यूए व एसोसिएशन के पदाधिकारियों से मिलेंगे और उन्हें कांग्रेस की नीति से अवगत कराएंगे। साथ ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की ओर से गरीब परिवारों को 72 हजार रुपये प्रतिवर्ष देने के वादे को भी जन जन तक पहुंचाएंगे। कांग्रेस गरीबों की पार्टी है और उनके लिए हर समय काम करती रही है।

उन्होंने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा के शासनकाल में चंद अमीर लोग ही अमीर होते जा रहे हैं और गरीबों का ख्याल नहीं रखा जा रहा है। कांग्रेस कार्यकर्ता एकजुट हैं और सातों लोकसभा सीट जीतने में सक्षम हैं। जब उनसे आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हमने अपने विचार से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को अवगत करा दिया है।

पूर्व सांसद महाबल मिश्र ने कहा कि साइकिल यात्र के दौरान काफी लोगों से मिलने का अवसर मिला। राजधानी में कांग्रेस के शासनकाल में काफी विकास कार्य हुए। इस दौरान मादीपुर गांव, बसई दारापुर सहित विभिन्न इलाकों से कांग्रेस की साइकिल यात्रा गुजरी और लोगों से मुलाकात कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने की।


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