जानें- एग्जिट पोल में दिल्ली की सातों सीटें जीत रही BJP क्यों है चिंतित, AAP भी परेशान
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में सबसे अधिक लगभग 22 फीसद मुस्लिम हैं और यहां सबसे ज्यादा 63.39 फीसद मतदान हुआ है। यहां से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी दूसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं।
नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। देश की राजधानी दिल्ली में मतदान तो 12 मई को ही संपन्न हो गया है, लेकिन मुस्लिम मतदाताओं को लेकर हो रही बयानबाजी से सियासी धड़कन बढ़ी हुई है। राजनीतिक पार्टियां और उनके प्रत्याशी मुस्लिम मतों को लेकर आश्वस्त नहीं हैं। आम आदमी पार्टी (AAP) कह रही है कि अंतिम समय में मुस्लिम एकतरफा कांग्रेस की ओर चले गए हैं। वहीं, AAP नेताओं के बयान से भाजपा की चिंता भी बढ़ गई है। कांग्रेस के लिए इस तरह के कयास जरूर राहत देने वाली है। पार्टियों की यह स्थिति इसलिए भी है, क्योंकि दिल्ली की तीन संसदीय क्षेत्रों में मुस्लिम मतदाता निर्णायक स्थिति में हैं। इनका एकतरफा समर्थन किसी के लिए जीत या हार का कारण बन सकता है।
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में सबसे अधिक लगभग 22 फीसद मुस्लिम हैं और यहां सबसे ज्यादा 63.39 फीसद मतदान हुआ है। यहां से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी दूसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं। उनका मुकाबला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित व AAP के पूर्व प्रदेश संयोजक दिलीप पांडेय से है। मुस्लिम बहुल विधानसभा क्षेत्रों में औसत मतदान से ज्यादा वोटिंग हुई है। कहा जा रहा है कि इस सीट पर मुस्लिम मतदाता कांग्रेस के साथ खड़े हुए हैं। यदि यह चर्चा सही है तो प्रदेश भाजपा अध्यक्ष की मुश्किल बढ़ सकती है।
इसी तरह से चांदनी चौक संसदीय क्षेत्र में मुस्लिम मतों के ध्रुवीकरण से केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन की चुनौती बढ़ जाएगी। इस सीट पर 19 फीसद के करीब मुस्लिम मतदाता हैं। यहां 62.63 फीसद मतदान हुआ है, लेकिन मटिया महल, बल्लीमरान और सदर बाजार जैसे मुस्लिम इलाकों में 65 से 68 फीसद तक मतदाताओं ने मतदान किए हैं। यहां भी कांग्रेस को मुस्लिमों के ज्यादा समर्थन मिलने की बात हो रही है। इस सीट पर कांग्रेस के जय प्रकाश अग्रवाल व आप के पंकज गुप्ता मैदान में हैं।
पूर्वी दिल्ली संसदीय सीट पर लगभग 20 फीसद मुस्लिम मतदाता हैं और यहां 61.93 मतदान हुआ है। बताया जा रहा है कि उत्तर-पूर्वी और चांदनी चौक की तुलना में इस सीट पर मुस्लिम मतों का बंटवारा ज्यादा हुआ है, जिससे भाजपा थोड़ी राहत महसूस कर रही है।
दिल्ली-NCR की ताजा खबरों को पढ़ने के लिए यहां पर करें क्लिक
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप