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Ayodhya Judgment: जानें जब जज सुना रहे थे अयोध्‍या मामले पर फैसला, कैसा था सुप्रीम कोर्ट का नजारा

Ayodhya case Judgment अयोध्या पर ऐतिहासिक फैसले के दौरान देश में न्याय के सबसे बड़े मंदिर सुप्रीम कोर्ट के परिसर में भी सौहार्द्र और सद्भाव का अभूतपूर्व नजारा देखने को मिला।

By Prateek KumarEdited By: Published: Sat, 09 Nov 2019 04:42 PM (IST)Updated: Sat, 09 Nov 2019 05:20 PM (IST)
Ayodhya Judgment: जानें जब जज सुना रहे थे अयोध्‍या मामले पर फैसला, कैसा था सुप्रीम कोर्ट का नजारा
Ayodhya Judgment: जानें जब जज सुना रहे थे अयोध्‍या मामले पर फैसला, कैसा था सुप्रीम कोर्ट का नजारा

नई दिल्ली [सुशील गंभीर]। Ayodhya case Judgment: अयोध्या पर ऐतिहासिक फैसले के दौरान देश में न्याय के सबसे बड़े मंदिर सुप्रीम कोर्ट के परिसर में भी सौहार्द्र और सद्भाव का अभूतपूर्व नजारा देखने को मिला। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली पांच न्यायमूर्तियों की खंडपीठ ने जैसे ही अयोध्या पर अपना फैसला पढ़ना शुरू किया, अदालत परिसर में एकत्रित दोनों पक्षों के लोग एक-दूसरे के और करीब आते दिखाई दिए। आमतौर पर किसी अदालत में कोई बड़ा फैसला सुनाए जाने पर एक पक्ष खुश तो दूसरा दुखी होकर निकलता है, लेकिन शनिवार को चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के बीच जब सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया तो ठोस आधार पर दिए गए उसके फैसले का दोनों पक्षों ने स्वागत किया।

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वकीलों ने एक दूसरे को लगाया गले

वकीलों ने भी इस फैसले के बाद एक-दूसरे को बधाई दी। जिस फैसले पर पूरी दुनिया की नजर टिकी थी, उसके आने के बाद दो अलग-अलग समुदाय से जुड़े दोनों पक्षों के लोगों ने एक-दूसरे को गले लगाकर पूरे देश को एकजुटता का संदेश भी दिया।

तड़के सुबह से आने लगे थे लोग

शुक्रवार शाम को सोशल मीडिया के जरिये यह पता चला कि शनिवार को अयोध्या पर फैसला आना है, तो दिल्ली-एनसीआर समेत विभिन्न जगहों से लोग सुप्रीम कोर्ट पहुंचने शुरू हो गए थे। तड़के सुबह बड़ी संख्या में लोग सुप्रीम कोर्ट के बाहर पहुंचे। सभी बड़ी बेसब्री से फैसले का इंतजार कर रहे थे। इनमें हिंदू व मुस्लिम दोनों समुदायों के विभिन्न संगठनों के सदस्यों समेत वरिष्ठ नेता मौजूद थे। फैसला आते ही सभी एक-दूसरे के गले मिले व बधाई दी। साथ ही यह संदेश देने की भी कोशिश की कि हमारे बीच भाईचारे की डोर मजबूत है और मजबूत रहेगी। अखिल भारतीय हिंदू महासभा के अध्यक्ष नंद किशोर मिश्र से कई मुस्लिम नेता गले मिले व एकता का संदेश दिया।

चाक चौबंद थी सुरक्षा व्यवस्था

शीर्ष अदालत के इस बड़े फैसले को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा व्यवस्था भी उसी लिहाज से की गई थी। सुप्रीम कोर्ट शनिवार सुबह से ही छावनी में तब्दील कर दिया गया था। सुप्रीम कोर्ट की तरफ अत्याधुनिक हथियारों से लैस दिल्ली पुलिस के जवानों को तैनात किया गया था। इसके अलावा, सुप्रीम कोर्ट के गेटों के बाहर दिल्ली पुलिस के 500 पुलिसकर्मी और अर्धसैनिक बलों की तीन कंपनियों को तैनात किया गया था। साथ ही पूरे इलाके में धारा 144 भी लागू थी। सुप्रीम कोर्ट के आसपास तीन लेयर सिक्योरिटी का इंतजाम किया गया था।

जय श्री राम का उद्घोष हुआ तो वकीलों ने रोका

फैसला आने के बाद सुप्रीम कोर्ट परिसर में कुछ लोगों ने जय श्री राम का उद्घोष किया और शंख भी बजाया। हालांकि कुछ देर बाद ही सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकीलों ने उन्हें ऐसा करने से रोका तो वे शांत हो गए। वकीलों का तर्क था कि माहौल को शांत रहने दिया जाए और शीर्ष अदालत के फैसले का सम्मान किया जाए। सुबह से लेकर दोपहर तक अदालत परिसर में खूब भीड़ रही। इस भीड़ में दोनों पक्षों के लोगों के साथ ही मीडिया का भी खूब जमावड़ा था।

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