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सिख विरोधी दंगों पर सांसत में कांग्रेस, टाइटलर ने खोला राजीव गांधी का राज

1984 के सिख विरोधी दंगों के आरोपी जगदीश टाइटलर ने पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा है कि तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने दंगों के लिए जिम्‍मेदार हैं।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Tue, 30 Jan 2018 10:21 AM (IST)Updated: Wed, 31 Jan 2018 09:21 AM (IST)
सिख विरोधी दंगों पर सांसत में कांग्रेस, टाइटलर ने खोला राजीव गांधी का राज
सिख विरोधी दंगों पर सांसत में कांग्रेस, टाइटलर ने खोला राजीव गांधी का राज

नई दिल्ली [ जेएनएन ] । पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद भड़के 1984 के सिख विरोधी दंगों के मुख्य आरोपी पूर्व सांसद जगदीश टाइटलर ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और 1984 के सिख विरोधी दंगों के आरोपी जगदीश टाइटलर ने पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा है कि तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने दंगों के वक्त हालात का जायजा लेने के लिए उनके साथ उत्तरी दिल्ली के कई चक्कर लगाए थे। टाइटलर के इस बयान के बाद राजनीतिक हलचल एक बार फिर बढ़ गई है। 

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बता दें कि राजीव गांधी की मां और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उनके सिख सुरक्षाकर्मी द्वारा हत्या किए जाने के बाद दिल्ली सहित देश के कई हिस्सों में सिख विरोधी दंगे भड़क गए थे।

इस विवादित बयान के बाद दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीपीसी) और शिरोमणि अकाली दल (शिअद बादल) के नेताओं ने कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री से भारत रत्न का खिताब वापस लेने की मांग की है।

डीएसजीपीसी के अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके और महासचिव मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि टाइटलर के बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि राजीव गांधी को सिखों के कत्लेआम की साजिश की पूरी जानकारी थी। यही कारण है कि दिल्ली छावनी में फौज होने के बावजूद तीन दिन बाद मेरठ छावनी से फौज बुलाई गई थी।

इन तीन दिनों के दौरान सिखों के जान-माल को भारी नुकसान पहुंचाया गया। जीके ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री ने उस समय सिख विरोधी दंगों को लेकर दूरदर्शन पर आपत्तिजनक बयान भी दिया था। उन्होंने कहा कि टाइटलर की बातों से लगता है कि वह गांधी परिवार को यह संकेत देने की कोशिश कर रहे हैं कि यदि उन्हें नहीं बचाया गया तो वह सिख विरोधी दंगे को लेकर सारे राज उजागर कर देंगे।

यही कारण है कि 33 वर्षों तक वह चुप रहे। किसी जांच ऐजेंसी, पुलिस या आयोग के सामने इस बारे में उन्होंने कोई जानकारी आज तक नहीं दी थी। इसलिए दिल्ली पुलिस को उन्हें समन भेजकर सारे रिकार्ड की पड़ताल करनी चाहिए।

इस मामले में उनके खिलाफ मामला भी दर्ज होना चाहिए। सिरसा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी कमेटी के सामने भी वह इस मामले को उठाएंगे। सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित विशेष जांच दल को भी इस पर ध्यान देना चाहिए।

पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री और अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल ने टाइटलर के दावों को गंभीर बताया है। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी टाइटलर के साथ दिल्ली में घूमे थे, जिसका मतलब यह हुआ कि वह हत्याओं का मुआयना कर रहे थे।

नानावटी आयोग ने टाइटलर को बताया था मुख्य आरोपी

इन दंगों की जांच के लिए गठित नानावटी आयोग ने अपनी रिपोर्ट में पूर्व केंद्रीय मंत्री टाइटलर को मुख्य षड्यंत्रकारियों में से एक बताया था। टाइटलर पर दंगों के दौरान पुलबंगश गुरुद्वारा में तीन सिखों के कत्ल का भी इल्जाम लगा था। इन मामले में अभी सीबीआई जांच चल रही है और टाइटलर के खिलाफ लगा कोई भी आरोप अब तक साबित नहीं हो सका है।

हाल ही में सिख विरोधी दंगों के एक मामले में गवाह हथियार कारोबारी अभिषेक वर्मा ने जगदीश टाइटलर को बचाने का आरोप लगाया था। उन्होंने यह आरोप अपने लाइ डिटेक्टर टेस्ट के दौरान फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) पर लगाया था।


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