खेल विश्वविद्यालय 2019 बिल पास, हजारों युवाओं के पास होगा प्रतिभा निखारने का मौका
दो दिवसीय दिल्ली विधानसभा सत्र की सोमवार से शुरुआत हुई है। सत्र के पहले ही दिन दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार ने खेल क्षेत्र से जुड़े लोगों को बड़ी खुशखबरी दी है।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। दो दिवसीय दिल्ली विधानसभा सत्र की सोमवार से शुरुआत हुई। सत्र के पहले ही दिन दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार ने खेल क्षेत्र से जुड़े लोगों को बड़ी खुशखबरी दी है। दिल्ली विधानसभा में सोमवार को दिल्ली खेल विश्वविद्यालय (दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी) विधेयक पारित हो गया। इस दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इसे राज्य विश्वविद्यालय का दर्जा दिया जाएगा और दिल्ली के उपराज्यपाल इसके कुलपति होंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह विश्वविद्यालय बनने से चीन से ज्यादा ओलंपिक पदक लाने का भारत का सपना पूरा होगा।
विधानसभा में डीएसयू बिल पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि देश को आजाद हुए 70 साल हो गए हैं। इन 70 साल में ओलंपिक खेलों में हम सिर्फ 28 मेडल ही ला पाए, जिसमें सिर्फ नौ स्वर्ण हैं। चीन को 2016 के ही ओलंपिक में 70 मेडल मिले। केजरीवाल ने कहा कि इसको पेशेवर खिलाड़ी चलाएंगे। दिल्ली के लोगों को प्राथमिकता मिलेगी, लेकिन पूरे देश के खिलाड़ी यहां आएंगे प्रशिक्षण लेंगे और देंगे। उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि मुंडका क्षेत्र में करीब 70 एकड़ में इसका परिसर बनेगा।
खिलाडि़यों को अलग से पढ़ाई की जरूरत नहीं
अभी तक देश के खिलाडि़यों के लिए व्यवस्था यह थी कि वह किसी खेल में कुछ भी हासिल कर लें, अकादमिक रूप से उन्हें अलग से पढ़ाई करनी पड़ती थी। अब खिलाडि़यों को किसी और डिग्री की आवश्यकता नहीं है। उन्हें खेलों में प्रदर्शन के आधार पर ही डिग्री मिल जाएगी। ये युवा भी सिविल सेवा जैसी परीक्षाएं दे पाएंगे।
स्कूल से ले सकेंगे ही दाखिला
इस विश्वविद्यालय के अंतर्गत स्कूल भी खुलेंगे, जहां उन बच्चों को दाखिला मिलेगा, जिन्हें खेल में करियर बनाना है। इस स्कूल में दाखिला लेने वाले बच्चों को फिर परीक्षा में पास होने की चिंता नहीं करनी होगी। यह विश्वविद्यालय की जिम्मेदारी होगी कि बच्चे को अंतरराष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी बनाया जाए, साथ ही डिग्री भी मिले। स्कूल स्तर के शिक्षण के लिए सीबीएसई से संबद्धता होगी।
विश्वस्तरीय संसाधन होंगे
विश्वविद्यालय के पास खेलों में पेशेवर उत्कृष्टता के लिए एक विश्वस्तरीय केंद्र होगा। खेल उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए खेल-विशिष्ट प्रभाग होंगे। ये खेल प्रभाग पूरी तरह से विश्वस्तरीय प्रशिक्षण देने के लिए सुसज्जित होंगे और खिलाड़ी बनने के इच्छुक व्यक्तियों के लिए को¨चग देंगे। प्रत्येक खेल प्रभाग विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेल स्पर्धाओं में खिलाडि़यों को स्काउट, प्रमोशन और प्रायोजित करेगा। केंद्र में खेल उत्कृष्टता के लिए प्रशिक्षण के अलावा कोच भी तैयार होंगे, साथ ही यहां खेल में रिसर्च करने की सुविधा भी होगी
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