Delhi fire News: शहीद अमित के परिवार को 1 करोड़ व एक सदस्य को मिलेगी सरकारी नौकरी
Delhi fire News अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को पीरागढ़ी की फैक्टरी में आग के बुझाने के दौरान हुए हादसे में शहीद दमकलकर्मी अमित बाल्यान के घर मीत नगर पहुंचे।
नई दिल्ली [शुजाउद्दीन]। Delhi fire News: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को पीरागढ़ी की फैक्टरी में आग के बुझाने के दौरान हुए हादसे में शहीद दमकलकर्मी अमित बाल्यान के घर मीत नगर पहुंचे। मुख्यमंत्री ने परिवार को सांत्वना दी, साथ ही उन्होंने परिवार से कहा कि अमित ड्यूटी करते हुए शहीद हो गए। उन्होंने अपनी जान को खतरे में डालकर कई लोगों की जान बचाई। दिल्ली सरकार परिवार को एक करोड़ देने के साथ ही परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी देगी।
एलजी व मुख्यमंत्री ने जताया दुख
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल अनिल बैजल ने शहीद दमकल कर्मी के प्रति गहरा दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया ‘बेहद दु:ख के साथ बताना पड़ रहा है कि लोगों को आग से बचाते-बचाते हमारा एक जांबाज शहीद हो गया। हमारे दमकलकर्मी जोखिम भरी परिस्थितियों में अपनी जान की बाजी लगाकर लोगों को बचाते हैं। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।’ उन्होंने ट्वीट कर बताया कि मृतक दमकल कर्मी के परिवार को एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।
दूसरी तरफ उपराज्यपाल अनिल बैजल ने ट्वीट कर कहा कि वह दमकल कर्मी अमित बाल्यान की मौत से दुखी हैं। उनके परिवार के प्रति शोक संवेदना जताते हुए उन्होंने यह भी कहा कि दमकल कर्मी के परिवार की यथासंभव मदद की जाएगी।
घटनास्थल पर पहुंचे सत्येंद्र जैन
प्रदेश के गृह मंत्री सत्येंद्र जैन मौके पर पहुंचे। दिल्ली पुलिस की ओर से पश्चिमी रेंज की संयुक्त आयुक्त शालिनी सिंह, अतिरिक्त उपायुक्त राजेंद्र सिंह सागर सहित क्षेत्र के तमाम पुलिस अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। जिला प्रशासन की ओर से पश्चिमी जिला की उपायुक्त नेहा बंसल ने खुद कमान संभाल रखी थी।
सुभाष चोपड़ा ने जताई चिंता
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने कहा कि इसके लिए जवाबदेही तय होनी चाहिए। चोपड़ा व मुख्य प्रवक्ता मुकेश शर्मा ने इस हादसे में शहीद हुए अग्निशमन विभाग के फायरमैन अमित बाल्यान को श्रद्धाजंलि देते हुए घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हुए सरकार से मांग की कि अमित बाल्यान ने कर्तव्य पालन करते हुए अपनी जान गंवाई है इसलिए उन्हें शहीद का दर्जा मिले व उनके आश्रितों को तुरंत नौकरी दी जाए।