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अनशन पर बैठी स्वाति जयहिंद की हालत बिगड़ी, अचानक हुईं बेहोश; LNJP अस्पताल में कराया गया भर्ती

इससे पहले शनिवार शाम को स्वाति जयहिंद की हालत बिगड़ गई थी जिस पर डॉक्टरों और पुलिस ने उन्हें अस्पताल में भर्ती करने का सुझाव दिया था।

By JP YadavEdited By: Published: Sun, 15 Dec 2019 07:58 AM (IST)Updated: Sun, 15 Dec 2019 11:39 AM (IST)
अनशन पर बैठी स्वाति जयहिंद की हालत बिगड़ी, अचानक हुईं बेहोश; LNJP अस्पताल में कराया गया भर्ती
अनशन पर बैठी स्वाति जयहिंद की हालत बिगड़ी, अचानक हुईं बेहोश; LNJP अस्पताल में कराया गया भर्ती

नई दिल्ली, एएनआइ। दुष्कर्म के दोषियों को 6 महीने के भीतर फांसी देने की मांग को लेकर धरने पर बैठी दिल्ली महिला आयोग (Delhi commission for women) की अध्यक्ष स्वाति जयहिंद (Swati Jai Hind) की हालत बिगड़ने पर उन्हें लोक नारायण जयप्रकाश अस्पताल में भर्ती कराया गया है। स्वाति जयहिंद को अस्पताल में आईवी (नसों के माध्यम से शरीर में तरल पदार्थ पहुंचाना) पर रखा गया है।

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समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, राजघाट स्थित समता स्थल पर पिछले 12 दिनों से लगातार धरने पर बैठीं स्वाति जयहिंद अचानक बेहोश हो गईं। आननफानन में उन्हें नजदीक के लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां पर  विशेषज्ञ डॉक्टरों की देखरेख में उनका इलाज किया जा रहा है। लगातार धरना देने के दौरान उनका वजह पांच किलों से ज्यादा घट चुका है। इससे पहले शनिवार शाम को स्वाति जयहिंद की हालत बिगड़ गई थी, जिस पर डॉक्टरों और पुलिस ने उन्हें अस्पताल में भर्ती करने का सुझाव दिया था, लेकिन उन्होंने इससे इनकार किया था।

वहीं, DCW प्रमुख स्वाति जयहिंद ने एक दिन पहले शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पूरे देश में तेलंगाना की तर्ज पर 'दिशा विधेयक' लागू करने की मांग की है, जिसमें महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के मामलों को 21 दिन के भीतर निर्धारित करने और दुष्कर्म के मामलों में 21 दिन के  भीतर फांसी देने का प्रावधान है। इसके साथ ही उन्होंने इस संजीदा मुद्दे पर केंद्र सरकार की लगातार उदासीनत पर भी सवाल उठाया था।

इससे पहले धरना देने के दौरान शुक्रवार को 16 दिसंबर, 2012 में दिल्ली के वसंत विहार इलाके में सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता निर्भया की मां ने भी धरना स्थल पर जाकर स्वाति जयहिंद से मुलाकात की थी। बता दें निर्भया दुष्कर्म और हत्या मामले में निचली अदालत के साथ दिल्ली हाई कोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट भी चारों दोषियों अक्षय, मुकेश, विनय और पवन को फांसी की सजा सुना चुका है। वर्तमान में उनकी दया याचिका राष्ट्रपति के पास लंबित है, जिस पर जल्द फैसला आने की उम्मीद है।

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