सीलिंग पर हंगामा: BJP ने CM आवास पर खोला मोर्चा, तो केजरीवाल ने कहा SC जाएंगे
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी के नेतृत्व में दिल्ली भाजपा के सभी सांसद, विधायक और मेयर के साथ सीलिंग के मुद्दे पर चर्चा करने सुबह केजरीवाल के निवास पर पहुंचे।
नई दिल्ली [ जेएनएन ] । सीलिंग मुद्दे पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल के बहाने केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि अगर एलजी चाहे तो सीलिंग की कार्रवाई तुरंत रूक सकती है। उन्होंने कहा कि इसका समाधान केंद्र या एजली के पास ही है। केजरीवाल ने कहा कि मैंने कई बार एलजी को पत्र लिखा है, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। उन्होंने कहा कि इसके समाधान के लिए वह सुप्रीम कोर्ट जाएंगे।
उधर, दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी के नेतृत्व में दिल्ली भाजपा के सभी सांसद, विधायक और मेयर के साथ सीलिंग के मुद्दे पर चर्चा करने सुबह केजरीवाल के निवास पर पहुंचे। वहां भाजपा कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री निवास पर अरविंद केजरीवाल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और सीलिंग पर अपना विरोध प्रकट किया। इस दौरान दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच धक्कामुक्की और मारपीट भी हुई।
AAP नेताओं के खिलाफ FIR दर्ज
इस बीच मनोज तिवारी के नेतृत्व में भाजपा के नेताओं ने आप नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल आवास में हमसे बदसलूकी की गई है। इन नेताओं में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी समेत सांसद रमेश बिधूड़ी, प्रवेश वर्मा और विधायकों समेत दो मेयर भी शामिल हैं।
मनोज तिवारी ने कहा कि केजरीवाल ने बातचीत के लिए भारी भीड़ बुला ली और वह बातचीत को लेकर गंभीर नहीं है। वहीं, केजरीवाल ने पलटवार करते हुए कहा कि इस मसले का समाधान केंद्र के प्रतिनिधि गवर्नर ही कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि उनके पास 4 फाइलें हैं, जिन पर वह साइन नहीं कर रहे हैं। केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार इस पर अध्यादेश भी ला सकती है।
केजरीवाल ने LG को चिट्ठी लिखी
सोमवार को केजरीवाल ने दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल को चिट्ठी लिखी और कहा कि 'मुझे भाजपा के रविन्द्र गुप्ता ने एक पत्र लिखा है, जिसमें लिखा है कि मनोज तिवारी जी के नेतृत्व में दिल्ली भाजपा के सभी कार्यकर्ता, सांसद, विधायक और मेयर सीलिंग के मुद्दे पर चर्चा करने सुबह 9 बजे मेरे निवास पर आ रहे हैं। चूंकि ये मामला सीधे-सीधे आपके अधिकार क्षेत्र में आता है तो मैं सुबह 9:30 बजे इन सबको और आम आदमी पार्टी के सभी विधायकों और पार्षदों को लेकर आपसे मिलने आता हूं।'
आम जनता के गुस्से से बचना चाहते हैं भाजपा और आप
दिल्ली में सीलिंग पर भाजपा और आम आदमी पार्टी में जमकर सियासत हो रही है। जहां भाजपा इसके लिए दिल्ली सरकार को कसुरवार ठहरा रही है, वहीं दिल्ली सरकार इसके लिए केंद्र और एलजी को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। दोनों ही सीलिंग की ज़िम्मेदारी एक दूसरे पर डालकर व्यापारियों और आम जनता के गुस्से से बचना चाहते हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि ऊंट किस करवट बैठता है।
व्यापारियों ने 2 और 3 फरवरी को दिल्ली बंद का ऐलान किया
इस सियासत के बीच दिल्ल के व्यापारियों ने सीलिंग के विरोध में दो और तीन फरवरी को बंद का ऐलान किया है। बंद के ऐलान के साथ यहां की सियासत गरमा गई है। भाजपा इस मामले में पल्ला झाड़ रही है तो केजरीवाल ने सारी जिम्मेदारी उपराज्यपाल पर डाल दी है।
आखिर क्या है सीलिंग विवाद
2006 में शीला दीक्षित सरकार के कार्यकाल में दिल्ली में सीलिंग शुरू हुई थी। इसके तहत मास्टर प्लान 2021 के लिए रिहायशी इलाकों में कमर्शल गतिविधियों पर रोक का प्रावधान है। इसमें कन्वर्जन का भी प्रस्ताव था, जिसके तहत ऐसी जगहों के लिए कन्वर्जन फीस जमा करा कर लैंड यूज बदलवाया जा सकता है। इस पर कारोबारियों का विरोध है कि उनकी जमी हुई दुकानें खत्म की जा रही है। वहीं, कन्वर्जन चार्ज अधिक होने को लेकर भी आपत्ति जताई जा रही है।