गर्भवती महिला की पिटाई के मामले में DCW सख्त, दिल्ली पुलिस को जारी किया नोटिस
महिला आयोग ने मंडावली इलाके में दिव्यांग गर्भवती महिला की पिटाई के मामले में पुलिस से जवाब मांगा है।
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाती जयहिंद ने पुलिस को नोटिस जारी किया है। महिला आयोग ने मंडावली इलाके में दिव्यांग गर्भवती महिला की पिटाई के मामले में पुलिस से जवाब मांगा है। स्वाती जयहिंद ने पुलिस से पूछा है कि बच्चा चोर समझकर गर्भवती महिला की पिटाई के मामले में अब तक क्या कार्रवाई की गई है।
महिला आयोग ने पुलिस से पूछा कि आखिर इस संवेदनशील मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तार क्यों नहीं हुई। आयोग ने पुलिस से एफआइआर की कॉपी भी मांगी है।
बच्चा चोर समझकर भीड़ ने थी पिटाई
बता दें कि अभी हाल में दक्षिणी दिल्ली में बोलने में असमर्थ (दिव्यांग) पांच माह की गर्भवती को पति ने घर से निकाल दिया। हालात की मारी महिला इधर-उधर खाना मांग कर पेट भर रही थी। लेकिन, इसी बीच मंडावली में बच्चा चोरी की अफवाह के बीच लोगों ने उसे पकड़ लिया था। इसके बाद लोगों ने बुरी तरह से पीटकर पुलिस को सौंप दिया था।
महिला के बोल नहीं पाने की बात का पता लगने के बाद पुलिस ने भी बिना किसी कार्रवाई के उसे छोड़ दिया। अगले दिन पिटाई का वीडियो वायरल होने पर महिला की मां और भाई थाने पहुंचे। इस पर पुलिस ने गर्भवती को दोबारा ढूंढकर परिजनों को सौंप दिया था।
18 अगस्ते से ढूंढ रहे थे मायके वाले
पुल प्रहलादपुर के पास स्थित वीपी सिंह कैंप निवासी पीड़िता की मां ओखला दफ्तरों में काम करने जाती हैं। उनके पति की कई साल पहले मौत हो चुकी है। पीड़िता की मां ने बताया कि करीब डेढ़ साल पहले उन्होंने अपनी 27 वर्षीय बेटी की शादी फरीदाबाद सेक्टर- 20बी में कृष्णा कॉलोनी निवासी सुनील के साथ की थी। 18 अगस्त को ससुराल वालों ने उसे घर से निकाल दिया था। महिला बचपन से ही दिव्यांग है। इसलिए भटककर कहीं और चली गई, जबकि ससुराल पक्ष के लोगों ने उन्हें बताया कि उनकी बेटी कहीं चली गई है। इसके बाद से वह अपने बेटे के साथ उसे ढूंढ रही थीं। उसके पोस्टर भी लगवाए, लेकिन कई दिनों तक कोई पता नहीं चला।
मोहल्ले के लड़के ने भाई को दिखाया वीडियो
पीड़िता के भाई ने बताया कि 28 अगस्त को मोहल्ले के ही एक लड़के ने उन्हें वीडियो दिखाया। इसमें लोग बच्चा चोर समझकर बहन को बुरी तरह से पीट रहे हैं। वीडियो में घटनास्थल के एक घर की नेम प्लेट पर पूरा पता लिखा था। उसी के आधार पर वह मंडावली में गली नंबर 11 पहुंचे। यहां पिटाई की पुष्टि होने पर वह रात में हर्ष विहार थाने पहुंचे। थाने में बताया गया कि घटना के बाद उसे लाया गया था। लेकिन, वह अपने बारे में कुछ बता नहीं पा रही थी, इसलिए चार-पांच घंटे बाद छोड़ दिया गया। हालांकि, अगले दिन पुलिस ने पीड़िता को फिर से खोज निकाला और परिजनों के हवाले कर दिया।