Budget 2019: दिल्ली के इन चार बड़े अस्पतालों को मिले 6,161.15 करोड़, हेफा से लोन का भी प्रावधान
दिल्ली चार बड़े अस्पतालों को छह हजार 161 करोड़ 15 लाख का बजट आवंटित करने का प्रावधान किया गया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। एम्स, सफदरजंग सहित दिल्ली में स्थित केंद्र सरकार के अस्पतालों को बजट से कुछ अतिरिक्त नहीं मिला। बल्कि, अंतरिम बजट में अस्पतालों के लिए आवंटित राशि को ही इस बजट में जारी रखने का वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रावधान किया है। यहां के चार बड़े अस्पतालों को छह हजार 161 करोड़ 15 लाख का बजट आवंटित करने का प्रावधान किया गया है।
हेफा (हायर एजुकेशन फाइनेंस एजेंसी) से लोन व राष्ट्रीय निवेश फंड से एम्स में विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचा विकसित होगा। यह प्रावधान भी अंतरिम बजट में था। देश के अग्रणी शिक्षा संस्थानों के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए हेफा से लोन का प्रावधान किया गया है। बजट में एम्स के लिए भी हेफा से लोन रकम उपलब्ध कराने का प्रावधान किया गया है। केंद्र सरकार ने मार्च में एम्स के मास्टर प्लान को मंजूरी दी थी।
एम्स को मिले 3600 करोड़
दिल्ली में केंद्र सरकार के चार बड़े अस्पतालों में से एक एम्स को करीब 3600 करोड़ (3599.65 करोड़) का प्रावधान किया गया है। अंतरिम बजट में भी एम्स के लिए इतने ही बजट का प्रावधान किया गया था। हालांकि, वर्ष 2018-19 में एम्स को तीन हजार 18 करोड़ बजट आवंटित किया गया था। इस आधार पर मौजूदा वित्त वर्ष में एम्स के बजट में करीब 581 करोड़ 65 लाख की बढ़ोतरी हुई है।
वहीं, सफदरजंग अस्पताल को पिछले वित्त वर्ष में एक हजार 56 करोड़ 75 लाख का बजट मिला था। जबकि, इस बार बढ़ाकर एक हजार 211 करोड़ 50 लाख कर दिया गया है। आरएमएल अस्पताल का बजट 585 करोड़ 72 लाख से बढ़ाकर 750 करोड़ करने का प्रावधान किया गया है। वहीं लेडी हॉर्डिग मेडिकल कॉलेज व सुचेता कृपलानी अस्पताल के लिए 475 करोड़ 10 लाख व कलावती शरण अस्पताल के लिए 124 करोड़ 90 लाख का प्रावधान किया है।