Baroda By-Elections 2020: गोहाना-बरोदा के लिए विकास की घोषणाओं पर कितना अमल हुआ, ये है पुराना इतिहास
Baroda By-Elections 2020 बरोदा के उपचुनाव से पहले भाजपा-जजपा गठबंधन की सरकार ने बरोदा हलका में आइएमटी विकसित करने चावल मिल लगाने और जनता शिक्षण संस्थान को राजकीय विश्वविद्यालय बनाने की घोषणा की है। हुड्डा के राज में भी विकास के लिए बड़े प्रोजेक्टों की घोषणाएं हुई थी।
गोहाना (सोनीपत), जागरण संवाददाता। गोहाना और बरोदा हलका के विकास के लिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के राज में बड़े प्रोजेक्टों की घोषणाएं हुई थी। अब भाजपा ने भी विकास के लिए कई प्रोजेक्टों की घोषणाएं हुई हैं। राजनीति दलों के नेता घोषणाएं जरूर करते हैं लेकिन गोहाना व बरोदा में ये सिरे नहीं चढ़ पाती हैं। क्षेत्र के लोगों में चर्चाएं होने लगी हैं कहीं बरोदा के उपचुनाव के बाद भाजपा की घोषणाएं भी फाइलों में दब कर न रह जाए।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के राज में गोहाना और बरोदा हलका के विकास के लिए बड़े प्रोजेक्टों की घोषणाएं हुई थी। ये घोषणाएं तब की गई थी जब 2014 का विधानसभा चुनाव नजदीक था। हुड्डा के राज में लाठ-जौली गांव के निकट इंडस्ट्रियल मॉडल टाउनशिप (आइएमटी) बनाने और रेल कोच फैक्ट्री लगाने की घोषणा की गई थी। हुड्डा राज में लाठ-जौली के निकट करीब 6 हजार एकड़ जमीन के अधिग्रहण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई थी। 2014 के विधानसभा चुनाव का जब परिणाम आया तो कांग्रेस सत्ता से बाहर हो गई और भाजपा की सरकार बनी। भाजपा सरकार ने लाठ-जौली में अंतिम चरण में पहुंच चुकी भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया को ही रद कर दिया। इससे आइएमटी और रेल कोच फैक्ट्री बनने की परियोजनाओं पर पूर्णविराम लग गया।
कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर हमेशा भाजपा को घेरने की कोशिश की है। अब बरोदा हलका का उपचुनाव होने जा रहा है। बरोदा के उपचुनाव से पहले भाजपा-जजपा गठबंधन की सरकार ने बरोदा हलका में आइएमटी विकसित करने, चावल मिल लगाने और जनता शिक्षण संस्थान को राजकीय विश्वविद्यालय बनाने की घोषणा की है। भाजपा अगर तीनों परियोजनाओं को सिरे चढ़ा देती है तो बरोदा के विकास के रास्ते खुल जाएंगे। चुनाव के बाद ये प्रोजेक्ट सिरे चढ़ पाएंगे या नहीं यह तो समय ही बताएगा।
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मुख्यमंत्री मनोहर लाल गोहाना शहर के पश्चिमी बाईपास के लिए पांच साल पहले घोषणा की थी। बाईपास के लिए सरकार प्रशासनिक मंजूरी दे चुकी है लेकिन अब तक काम शुरू नहीं हुआ है। ऐसे में क्षेत्र के लोगों में चर्चाएं चलने लगी हैं कि बरोदा के विकास के लिए चुनाव के समय बड़ी-बड़ी घोषणाएं जरूर होती हैं लेकिन वे सिरे नहीं चढ़ पाती हैं। भाजपा को चुनाव में तीनों प्रोजेक्टों की घोषणाओं को कितना लाभ मिलेगा यह 10 नवंबर को परिणाम घोषित होने के बाद ही पता लगेगा।
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