Delhi Violence: अमित शाह ने हिंसा में जान गंवाने वाले हेड कांस्टेबल की पत्नी को लिखा पत्र
Delhi Violence उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए हिंसक प्रदर्शन में जान गंवाने वाले दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल की पत्नी को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पत्र लिखा है।
नई दिल्ली, एएनआइ। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए हिंसक प्रदर्शन में जान गंवाने वाले दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल की पत्नी को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पत्र लिखा है। अमित शाह ने रतन लाल की मौत पर दुख जताया है। उन्होंने पत्र में लिखा, 'मैं आपके पति की असामयिक मृत्यु पर दुख और गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं'।
बता दें कि मंगलवार को कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने रतन लाल को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने रतन लाल के पार्थिव शरीर को कंधा भी दिया। हिंसक प्रदर्शन में हेड कांस्टेबल रतन लाल की सोमवार को मौत हो गई थी।
दरअसल चांदबाग में सोमवार दोपहर हिंसक प्रदर्शन के दौरान कुछ उद्रवियों ने उन पर लाठी-डंडों से हमला किया। मंगलवार को Autopsy रिपोर्ट से पता चला कि उनकी मौत गोली लगने से हुई। मूलरूप से सीकर, राजस्थान के रहने वाले रतन लाल 1998 में दिल्ली पुलिस में बतौर कांस्टेबल भर्ती हुए थे। उनकी पत्नी और दो बच्चे बुराड़ी में रहते हैं।
मीडिया के जरिए पत्नी को मिली थी जानकारी
हिंसक प्रदर्शन के दौरान शहीद हुए दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल को गोली लगने की खबर उनकी पत्नी पूनम को मीडिया के जरिये मिली थी। उन्हें जैसे ही पता चला कि उनकी मांग का सिंदूर उजड़ गया है, वह गश खाकर बेहोश हो गईं। जबकि स्वजन रतन लाल के घायल होने और उपचार चलने की झूठी तसल्ली देकर ढाढ़स बांधने की कोशिश कर रहे थे।
मूलरूप से राजस्थान के सीकर जिले के थापली गांव के रहने वाले रतन लाल बुराड़ी के अमृत विहार कॉलोनी में परिवार सहित रहते थे। उनके परिवार में पत्नी पूनम, दो बेटी और एक नौ साल का बेटा है। तीनों बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। जब घटना की जानकारी मिली तो रतन लाल के पैतृक गांव में उनके परिवार के बाकी सदस्यों में भी कोहराम मच गया। किसी तरह सब लोग उनके घर पहुंचे और पूनम व बच्चों को हौसला बनाए रखने के लिए समझाने लगे। रिश्तेदारों ने बताया कि उन्हें तो सिर्फ इतना ही पता चला था कि रतन को गोली लगी है। वहीं घटना के बाद दिल्ली पुलिस के कई जवान भी रतन लाल के घर पहुंचे।