चुनाव में नैया पार लगाने को अटल बिहारी का नाम, मोदी-रमन का काम
भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो छत्तीगसढ़ में मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के 15 साल के काम को प्राथमिकता दी जाएगी।
मृगेंद्र पांडेय, रायपुर, नईदुनिया। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव में नैया पार लगाने के लिए भाजपा ने रोडमैप तैयार कर लिया है। विधानसभा चुनाव में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम और मोदी-रमन सरकार की योजनाओं के दम पर भाजपा चुनावी वैतरणी पार करने की जुगत में मैदान में उतर रही है। भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति से लेकर प्रदेश कार्यसमिति में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और महागठबंधन निशाने पर रहे हैं।
दरअसल, चुनाव से पहले आ रहे सर्वे में राहुल गांधी की बढ़ती लोकप्रियता के कारण भाजपा अब राहुल के खिलाफ आक्रामक ख अख्तियार करने के मूड में आ गई है। यही कारण है कि राष्ट्रीय कार्यसमिति में भी पीएम मोदी ने राहुल गांधी व महागठबंधन पर ही जमकर निशाना साधा था। यही रणनीति छत्तीसगढ़ में भी अपनाई जा रही है।
रमन के काम को अधिक प्राथमिकता
भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो छत्तीगसढ़ में मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के 15 साल के काम को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके साथ ही मोदी सरकार के चार साल की उपलब्धियों की भी ब्रांडिंग की जाएगी। बताया जा रहा है कि केंद्र ने चुनावी राज्यों के लिए जो एजेंडा तय किया है, उसमें मोदी सरकार के बखान को प्राथमिकता दी है लेकिन छत्तीगसढ़ में मोदी सरकार बनने से पहले से भाजपा सरकार है और पिछले तीन चुनाव में डॉ रमन का चेहरा सामने रखकर भाजपा ने जीत दर्ज की है। ऐसे में भाजपा के रणनीतिकारों ने तय किया है कि इस चुनाव में भी डॉ रमन के काम को मोदी के काम पर प्राथमिकता दी जाएगी।
इन योजनाओं पर रहेगा फोकस
भाजपा ने तय किया है कि केंद्र की प्रधानमंत्री आवास योजना से लेकर उज्ज्जवला योजना को चुनावी मोर्चे पर जोर-शोर से इस्तेमाल किया जाएगा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री खाद्यान्न योजना, मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना सहित अन्य योजनाओं को लेकर जनता के बीच पहुंचा जाएगा। भाजपा के आला पदाधिकारियों की मानें तो चुनाव में जाति और धर्म के मुद्दे पर भी कांग्रेस को घेरने की कोशिश की जाएगी। इसकी शुरूआत राहुल गांधी के मंदिरों की यात्रा पर बयानबाजी से शुरू कर दी गई है।
युवा-महिला और किसान पर जोर
चुनाव मैदान में भाजपा का फोकस युवा, महिला और किसान पर रहेगा। कार्यसमिति में किसानों के लिए अगल से कृषि प्रस्ताव पास करके पार्टी ने साफ कर दिया कि किसान उसकी प्राथमिकता में है। यही नहीं, धान के बोनस को धान खरीदी के साथ देने की घोषणा को भाजपा मास्टरस्ट्रोक मान रही है। इसी मास्टरस्ट्रोक के दम पर प्रदेश के किसानों को साधने के लिए उतरेंगे।