Muzaffarpur Nagar Nigam : दूसरे चरण में एक कदम भी नहीं चल पाई महापौर सुरेश कुमार की नई टीम
Muzaffarpur Nagar Nigam द्वितीय पाली में महापौर ने एक साल पहले सशक्त स्थायी समिति का किया था पुनर्गठन।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। Muzaffarpur Nagar Nigam : एक साल पूर्व महापौर सुरेश कुमार ने अविश्वास प्रस्ताव में अपनी कुर्सी गंवा दी थी लेकिन उसके बाद हुए चुनाव में उन्होंने फिर से अपनी कुर्सी हासिल कर ली थी। दुबारा जीतने के बाद उन्होंने सशक्त स्थायी समिति का पुनर्गठन किया था। नई टीम में उन्होंने अपनी पुरानी टीम के एक भी सदस्य को शामिल नहीं किया। उनकी नई टीम में महापौर उम्मीदवार रहे वार्ड 46 के पार्षद नंद कुमार प्रसाद साह, वार्ड 42 की पार्षद अर्चना पंडित, वार्ड 4 के पार्षद हरिओम कुमार, वार्ड 33 की पार्षद रेशमी आरा, वार्ड 11 की पार्षद प्रमिला देवी, वार्ड 6 के पार्षद जावेद अख्तर गुड्डू एवं वार्ड 16 के पार्षद पवन कुमार राम को शामिल किया था। रविवार को उनकी नई टीम के गठन को एक साल पूरे हो गए। लेकिन महापौर की यह टीम एक साल में निगम को विकास के पथ पर एक कदम भी आगे नहीं बढ़ा सकी।
महापौर एवं उनकी टीम कहीं नजर नहीं आ रही
शहर पिछले पांच माह से कोरोना संकट से गुजर रहा है। शहरवासियों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए पूरे शहर को सैनिटाइज करने की जरूरत है। पिछले एक माह से शहर रह-रह कर बारिश के पानी में तैर रहा है। गंदगी शहरवासियों की सेहत खराब कर रही है। इन समस्याओं से निपटने में महापौर एवं उनकी टीम कहीं नजर नहीं आ रही है। इस समय समिति को अधिकारियों के साथ खड़ा होना चाहिए था लेकिन वे अपने-अपने वार्ड तक सीमित हैं। शहर की ङ्क्षचता उनको नहीं है। पिछले एक साल में समिति ने एक भी ऐसा फैसला नहीं लिया जो शहर को विकास के रास्ते पर ले जाए। वर्तमान हालात में उन्होंने शहरवासियों की सुध तक नहीं ली। साल में समिति के आधा दर्जन बैठक हुए लेकिन उसका परिणाम भी नजर नहीं आया। इस पर भी समिति के सदस्य मौन नजर आए।