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22 विपक्षी दलों की बैठक में शामिल हुईं ममता, एम्फन को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग

पीएम नरेंद्र मोदी के साथ एम्फन तूफान से हुई तबाही का जायजा लेने व बैठक करने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शुक्रवार को कांग्रेस समेत देश के 22 विपक्षी दलों की बैठक में हिस्सा लिया।

By Vijay KumarEdited By: Published: Fri, 22 May 2020 07:15 PM (IST)Updated: Fri, 22 May 2020 07:15 PM (IST)
22 विपक्षी दलों की बैठक में शामिल हुईं ममता,  एम्फन को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग
22 विपक्षी दलों की बैठक में शामिल हुईं ममता, एम्फन को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग

राज्य ब्यूरो,कोलकाता: पीएम नरेंद्र मोदी के साथ एम्फन तूफान से हुई तबाही का जायजा लेने व बैठक करने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शुक्रवार को कांग्रेस समेत देश के 22 विपक्षी दलों की बैठक में हिस्सा लिया। इस बैठक में सभी पार्टियों के नेताओं ने बंगाल और ओडिशा की मदद की मांग केंद्र के समक्ष रखी। बंगाल और ओडिशा में चक्रवात से हुए जानमाल के भारी नुकसान पर दुख जताते हुए शुक्रवार को केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि इसे तत्काल राष्ट्रीय आपदा घोषित कर दोनों राज्यों की मदद की जाए। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हुई विपक्षी दलों की बैठक में ‘एम्फन' से मृत लोगों की याद में कुछ पल के लिए मौन रखा गया।

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इन पार्टियों ने एक प्रस्ताव पारित कर कहा कि देश के लोग कोविड-19 का मुकाबला करते हुए अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहे हैं और उसी दौरान चक्रवात एम्फन का आना दोहरा झटका और लोगों को भावनाओं को तोड़ने वाला है। उन्होंने केंद्र से आग्रह किया कि दोनों राज्यों के लोगों को सरकारों एवं देशवासियों से तत्काल मदद और एकजुटता की जरूरत है। विपक्षी पार्टियां केंद्र सरकार से आग्रह करती हैं कि इसे तत्काल राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाए और फिर उसी के मुताबिक राज्यों को मदद दी जाए।

बंगाल के राज्यपाल ने सीएम राहत कोष में दिया 50 लाख का अनुदान

कोलकाता:एम्फन तूफान से बंगाल में मची तबाही के हवाई सर्वेक्षण में पीएम नरेंद्र मोदी व सीएम ममता बनर्जी के साथ राज्यपाल जगदीप धनखड़ भी मौजूद थे। इसके बाद पीएम की बैठक में भी धनकड़ शामिल हुए। उन्होंने कहा कि संघीयी ढांचा का एक सबसे बड़ा मिसाल आज दिखा जब पीएम खुद प्रशासनिक बैठक कर बंगाल को चक्रवात से हुए नुकसान की जानकारी ली। यही नहीं पीएम ने पूरा होमवर्क करने के बाद यहां आए थे उन्हें हर छोटी-छोटी बातों की जानकारी थी। धनखड़ ने कहा कि राज्य के मुख्य सचिव ने जो प्रेजेंटेशन दिया उसमें राज्य के 16 जिलों में असर दिखा है और कोलकाता समेत पांच जिलों में भारी नुकसान है।

80 लोगों की जान चली गई है। उन्होंने इस बैठक और पीएम के दौरे को लेकर संतुष्टि व्यक्त की। साथ ही राज्यपाल ने एम्फन की तबाही से निपटने के लिए 50 लाख रुपये का अनुदान मुख्यमंत्री राहत कोष में दिया है। यह जानकारी खुद राज्यपाल ने दी। संवाददाताओं से बात करने से पहले उन्होंने उन्होंने ट्वीट किया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को 50 लाख रुपये का अनुदान चक्रवात राहत के तौर पर उन्होंने दिया है। सभी से अनुरोध करता हूं कि क्षतिग्रस्त इलाकों को पुनर्निर्मान के लिए और लोगों को सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए मदद करें।


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