Maharashtra Politics: शिवसेना के नेता नरेंद्र पाटिल ने की अजीत पवार से मुलाकात, जानें क्या हुई बात
शिवसेना नेता नरेंद्र पाटिल ने रविवार को महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार से मुलाकात की।
मुंबई, एजेंसियां। शिवसेना नेता नरेंद्र पाटिल ने रविवार को महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार से मुलाकात की। मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताते हुए पाटिल ने कहा कि हर कोई स्थिर सरकार चाहता है। वहीं, शिवसेना प्रमुख ठाकरे और राकांपा अध्यक्ष शरद पवार की एक होटल में मुलाकात हुई। उसी होटल में राकांपा के विधायक रखे गए हैं।
किसानों की सस्याओं और अन्य मुद्दों का समाधान हो
नरेंद्र पाटिल ने यहां पत्रकारों से कहा, 'अजीत पवार ने अपना मत स्पष्ट कर दिया है। मैं और भाजपा एमएलसी निरंजन दवखरे ने उनसे मुलाकात की, क्योंकि चुनाव के बाद उनसे भेंट नहीं हुई थी..जो भी सही निर्णय होगा वह लेंगे..मैं बस यह कह सकता हूं कि हर कोई स्थिर सरकार चाहता है ताकि किसानों की सस्याओं और अन्य मुद्दों का समाधान हो।'
एनसीपी विधायकों को हयात होटल में शिफ्ट कर दिया गया
वहीं, शरद पवार और उद्धव ठाकरे की रेनेसां होटल में मुलाकात हुई। टूट-फूट से बचाने के लिए इसी होटल में राकांपा के 46 विधायकों को रखा गया था। दोनों नेताओं ने विधायकों से अब तक के हालात पर चर्चा भी की। बैठक में आदित्य ठाकरे भी मौजूद थे। बाद में आदित्य ठाकरे ने बैठक से संबंधित कुछ फोटो भी ट्वीट किए। देर शाम सुरक्षा कारणों से सभी 46 विधायकों को छत्रपति शिवाजी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के पास स्थित हयात होटल में शिफ्ट कर दिया गया।
राकांपा विधायक-पुलिसकर्मियों में बहस
राकांपा के विधायकों को जिस होटल में रखा गया है, वहां सादी वर्दी में दो पुलिसकर्मियों को देखकर पार्टी के नेता और विधायक भड़क गए। विधायक जितेंद्र अवाद और कुछ नेताओं की पुलिसकर्मियों से बहस भी हुई। नेताओं ने उनके होटल आने का कारण पूछा और उनसे पहचान पत्र भी मांगे।
महाराष्ट्र में राजनीतिक ड्रामा के बीच एनसीपी के अजीत पवार के भाजपा के साथ सरकार बनाने को लेकर बारामती, जो कि पवारों का गढ़ है, के लोगोंको उम्मीद है कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार अपनी पार्टी में मौजूदा संकट को हल करने में सक्षम होंगे। महाराष्ट्र में राजनीतिक ड्रामा के बीच एनसीपी के अजीत पवार के भाजपा के साथ सरकार बनाने को लेकर बारामती, जो कि पवारों का गढ़ है, के लोगोंको उम्मीद है कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार अपनी पार्टी में मौजूदा संकट को हल करने में सक्षम होंगे।