मनसे प्रमुख राज ठाकरे बोले, देश से बाहर किए जाएं पाकिस्तानी एवं बांग्लादेशी घुसपैठिए
MNS Rally In Azad Maidan. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ता बांग्लादेशी और पाकिस्तानी घुसपैठियों को बाहर करने की मांग को लेकर आजाद मैदान में रैली में एकत्रित हुए।
राज्य ब्यूरो, मुंबई। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने रविवार को अपनी पार्टी की एक रैली में कहा कि अभी सीएए-एनआरसी के विरोध में निकाले जा रहे मोर्चो का उत्तर मोर्चे से दिया जा रहा है। यदि ये उन्माद इसी तरह चालू रहा तो पत्थर का जवाब पत्थर से और तलवार का जवाब तलवार से दिया जाएगा।
राज ठाकरे की पार्टी मनसे ने रविवार को पाकिस्तानी एवं बंग्लादेशी घुसपैठियों के विरुद्ध बड़ी रैली का आयोजन किया। मरीन ड्राइव स्थित हिंदू जिमखाना से शुरू होकर आजाद मैदान तक गई इस रैली में बड़ी संख्या में मनसे कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। रैली का नेतृत्व स्वयं राज ठाकरे ने किया। आजाद मैदान पहुंच कर एक बड़ी सभा में परिवर्तित हो गई इस रैली को संबोधित करते हुए राज ठाकरे ने सीएए और एनआरसी का खुला समर्थन करते हुए इसके विरोधियों से सवाल किया कि इसमें बुराई क्या है ? राज ठाकरे ने चेतावनी भरे शब्दों में कहा कि जितनी स्वतंत्रता आपको इस देश में मिली है, उतनी अन्य किसी देश में नहीं मिल सकती। यहां चैन से रहो, इसे बर्बाद करने का प्रयास मत करो। राज ने सलाह दी कि सच्चे मुसलमानों को भी सीएए-एनआरसी के पक्ष में जनजागरण करना चाहिए।
राज ठाकरे ने कहा कि आज सरकार के विरोध में बोलने वालों को भाजपा विरोधी एवं सरकार के पक्ष में बोलने वालों को भाजपा समर्थक मान लिया जाता है, लेकिन इन दोनों पक्षों से अलग भी कोई ठोस भूमिका हो सकती है। राज के अनुसार उनकी पार्टी इस रैली के माध्यम से वही भूमिका अदा कर रही है। उन्होंने खराब अर्थव्यवस्था के दौर में सीएए जैसा कानून लाने के लिए सरकार की भी आलोचना की। साथ ही यह भी कहा कि जब यह कानून आ ही गया है, तो इसका कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए। घुसपैठियों को देश से बाहर निकालकर देश को साफ-सुथरा किया जाना चाहिए। राज ने चेतावनी दी कि सिर्फ शक्ति प्रदर्शन की गरज से जो लोग सीए ए-एनआरसी के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं, उन्हें माकूल जवाब दिया जाएगा।
राज ठाकरे की इस रैली पर राजनीति भी शुरू हो गई है। शिवसेना ने सीधा आरोप लगाया है कि मनसे की यह रैली भाजपा के समर्थन से हुई है। शिवसेना प्रवक्ता मनीषा कायंदे ने पत्रकारों से कहा कि शिवसेना का साथ छूटने के बाद भाजपा को किसी के सहारे की जरूरत थी। पिछले दिनों उसने प्रकाश आंबेडकर की वंचित बहुजन अघाड़ी को साथ लेने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनी। अब उसने मनसे को साथ लेने की कोशिश शुरू की है।
कुछ दिन पहले ही मुंबई भाजपा अध्यक्ष आशीष शेलार की राज ठाकरे से हुई मुलाकात का जिक्त्र करते हुए मनीषा ने कहा कि आज हुई मनसे की रैली की योजना उसी मुलाकात के दौरान बन गई थी। उन्होंने राज ठाकरे द्वारा घुसपैठियों का मुद्दा उठाए जाने पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि यह मुद्दा वास्तव में शिवसेना संस्थापक बाला साहब ठाकरे का रहा है। मनसे को स्थापित हुए 14 साल हो गए। उसे आजतक इस मुद्दे की याद क्यों नहीं आई ?