Move to Jagran APP

विधायकों ने राजस्थान में शराब बंदी कि मांग की, विधानसभा में पक्ष-विपक्ष के विधायक एकमत

राजस्थान के अधिकांश विधायक प्रदेश में शराब बंदी लागू करने के पक्ष में है। विधायकों का कहना है कि शराब के कारण लोगों की आर्थिक स्थिति खराब होने के साथ ही माफिया पनप रहे है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Tue, 23 Jul 2019 11:33 AM (IST)Updated: Tue, 23 Jul 2019 11:33 AM (IST)
विधायकों ने राजस्थान में शराब बंदी कि मांग की, विधानसभा में पक्ष-विपक्ष के विधायक एकमत
विधायकों ने राजस्थान में शराब बंदी कि मांग की, विधानसभा में पक्ष-विपक्ष के विधायक एकमत

जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान के अधिकांश विधायक प्रदेश में शराब बंदी लागू करने के पक्ष में है। विधायकों का कहना है कि शराब के कारण लोगों की आर्थिक स्थिति खराब होने के साथ ही माफिया पनप रहे है। विधायकों ने प्रदेश में शराब के अवैध कारोबार पर भी चिंता जताते हुए सरकार से कठोर कदम उठाने का आग्रह किया।

loksabha election banner

सोमवार को राज्य विधानसभा में आबकारी विभाग की अनुदान मांगों पर बहस के दौरान विधायकों ने कहा कि हरियाणा से गुजरात तक अवैध शराब पहुंचाने के लिए राजस्थान एक माध्यम बना हुआ है। पुलिस और आबकारी विभाग के अधिकारियों की शराब का अवैध कारोबार करने वालों के साथ मिलीभगत है।

भाजपा विधायक मदन दिलावर ने प्रदेश में शराब बंदी की मांग करते हुए कहा कि शराब की अवैध दुकानें चल रही है। इन पर लगाम लगाने की जरूरत है। बसपा विधायक राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि सभी विधायक जानते है कि एक शराब के लाइसेंस पर पांच-पांच दुकानें चल रही है। पुलिस आबकारी विभाग के अधिकारियों की इसमें मिलीभगत है। कांग्रेस विधायक शकुंतला रावत,सुरेश मोदी और दानीश अबरार ने शराब बंदी की मांग करते हुए कहा कि शराब के कारण लोगों के घर बर्बाद हो रहे है।

शराब पर रोक लगने से गरीब परिवारों की महिलाओं को सबसे अधिक खुशी होगी। निर्दलिय विधायक संयम लोढ़ा ने अवैध शराब की जांच करने की मांग करते हुए कहा कि इस कारोबार में जुटे लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने राजनीतिक पार्टियों को आरटीआई के दायरे में लाने की मांग करते हुए कहा कि इससे राजनेताओं की जनता के प्रति जवाबदेही बढ़ेगी। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.