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उन्नाव की बिटिया की मौत पर सियासी बवाल, विपक्ष ने खोला मोर्चा, पुलिस ने फटकारी लाठी-कई ह‍िरासत में

दुष्कर्म का केस वापस लेने से इन्कार पर केरोसिन डालकर जलाई गई उन्नाव की बिटिया की शुक्रवार रात मौत के बाद आम लोगों के साथ नेताओं में गम और गुस्सा दोनों है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Sat, 07 Dec 2019 09:43 AM (IST)Updated: Sun, 08 Dec 2019 07:13 AM (IST)
उन्नाव की बिटिया की मौत पर सियासी बवाल, विपक्ष ने खोला मोर्चा, पुलिस ने फटकारी लाठी-कई ह‍िरासत में
उन्नाव की बिटिया की मौत पर सियासी बवाल, विपक्ष ने खोला मोर्चा, पुलिस ने फटकारी लाठी-कई ह‍िरासत में

लखनऊ, जेएनएन। दुष्कर्म का केस वापस लेने से इन्कार पर केरोसिन डालकर जलाई गई उन्नाव की बिटिया की शुक्रवार रात मौत के बाद आम लोगों में गम और गुस्सा दोनों है। इसको लेकर शनिवार को सियासी हंगामा भी हो गया। विपक्ष के नेताओं ने यूपी की योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने घटना पर दुख प्रकट करते हुए सरकार से जल्द इंसाफ की मांग की है।

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सपा मुखिया अखिलेश यादव विधानसभा के सामने धरने पर बैठ गए। सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि आरोपी भाजपा से जुड़े हैं, इसलिए सरकार ने कार्रवाई नहीं की। अखिलेश के जाते ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा मुख्यालय पर हल्ला बोल दिया। कुछ कार्यकताओं ने विधानसभा के सामने प्रदर्शन कर दिया। इस पर पुलिस ने हत्का बल प्रयोग कर सभी को खदेड़ा।

कुछ देर बाद राजभवन की ओर जा रहे कांग्रेसियों पर पुलिस ने फिर लाठीचार्ज कर दिया। इससे पहले जीपीओ के पास बैरिकेडिंग लगाकर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोका। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जितिन प्रसाद, विधान परिषद सदस्य दीपक सिंह और राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव त्यागी सहित तमाम कांग्रेसियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वहीं यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं को पुलिस ने देेेर शाम हिरासत में ले लिया।

इसी बीच दुष्कर्म पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए प्रियंका वाड्रा उन्नाव पहुंचीं। वहां उन्होंने परिवारीजन से मुलाकात कर सांत्वना दी। वहीं महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे आपराधिक मामलों को लेकर बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती राजभवन में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मिलने पहुंचीं।

मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या के काफिले को कांग्रेसियों ने रोका

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर दुष्कर्म पीड़िता के घर उन्नाव जा रहे सहकारिता मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या के काफिले को रोक कांग्रेसियों और एनएसयूआइ के कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाकर जमकर हंगामा किया। इस पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर कांग्रेसियों को खदेड़ा। इस बीच हंगामा होने के कारण सांसद साक्षी महाराज का भी काफिला फंस गया। इस दौरान उन्नाव के सांसद साक्षी महाराज ने कहा कि मैं और मेरी पार्टी पीड़ित परिवार के साथ है। मैं संसद में भी ऐसे अपराधों के खिलाफ मुखर रहा हूं। अपराधियों को अवश्य गिरफ्तार किया जाएगा। किसी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्नाव का नाम बदनाम किया गया है।

उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता के घर पहुंचे स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा कि पीड़िता के परिवारीजन जो भी जांच चाहते हैं हम कराएंगे। पीड़िता ने आरोपितों का नाम भी लिया था, उनके विरुद्ध कार्रवाई की गई है। कोई भी दोषी नहीं बचेगा, ये राजनीति का विषय नहीं है।

यूपी में तेजी से बढ़ रही महिला हिंसा, राज्यपाल करें कार्रवाई : मायावती

बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने शनिवार को राज भवन पहुंचकर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को ज्ञापन दिया। उन्होंने राज्यपाल से उन्नाव दुष्कर्म प्रकरण व यूपी में बढ़ रहे महिला अपराधों पर हस्तक्षेप की मांग की। उन्होंने कहा राज्य सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है। ऐसे में एक महिला होने के नाते राज्यपाल इस प्रकरण में कड़ी कार्रवाई करें। क्योंकि आए दिन महिलाओं के साथ बलात्कार वह हत्या जैसी दिल दहलाने वाली घटनाएं हो रही हैं। जब पीड़िता और उनका पीड़ित परिवार न्याय के लिए गुहार लगाता है तो उनका भी मुंह बंद कर दिया जाता है। उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता ने न्याय की खूब गुहार लगाई लेकिन उसे समय पर न्याय नहीं मिल पाया और उसे जिंदा जला दिया गया। 

मायावती ने कहा कि न्याय की तलाश में प्रयासरत पीड़ित महिलाओं की हत्या और उन्हें जिंदा जला देने जैसी घटनाओं ने लोगों को झंकझोर दिया है। मायावती ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश में पुलिस झूठे आंकड़े दिखाकर वाहवाही ले रही है और अपराधियों की आवा भगत में जुटी है इससे जनता में बहुत आक्रोश है। वही पीड़ित जनता तेलंगाना में महिला डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या के आरोपियों को पुलिस द्वारा मारे जाने पर ना चाहते हुए भी सराहना करने को मजबूर है। उन्होंने राज्यपाल से आग्रह किया कि राज्य की संवैधानिक प्रमुख होने के नाते राज्य सरकार को सचेत करें और खासकर अपराध नियंत्रण व कानून व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए हर संभव प्रयास करें। मायावती ने राजभवन गेट के बाहर गाड़ी रोककर मीडिया को बाइट दी।

उन्नाव दुष्कर्म केस पीड़िता की मौत के बाद अब सियासत भी बढ़ गई है। लखनऊ में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा दफ्तर के सामने जोरदार प्रदर्शन किया। इसके बाद विधान भवन के घेराव करने जा रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पुलिस से भिड़ंत हो गई। इस पर पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज कर दिया

दुष्कर्म पीड़िता के घर पहुंची प्रियंका, बंद कमरे में परिवार से बात

कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा शनिवार को दोपहर 12.05 पर दुष्कर्म पीड़िता के उन्नाव स्थित गांव पहुंचीं। बिना किसी से कोई बातचीत किए वह पीड़ित परिवार को साथ लेकर कमरे में चली गईं, जहां पर उन्होंने परिवारीजन से बातचीत की। इसके पहले प्रियंका गांधी ने ट्वीट के जरिये संवेदना और सरकार के प्रति रोष व्यक्त किया। प्रियंका से मुलाकात के बाद पीड़िता की भाभी ने कहा कहा कि उन्होंने आश्वासन दिया है कि वह हमारे साथ न्याय के लिए लड़ेंगी। हमारी एकमात्र मांग यह है कि दोषियों को मृत्यु दंड दिया जाए, तभी पीड़िता की आत्मा को शांति मिलेगी।

प्रदेश सरकार को देना चाहिए इस्तीफा : प्रियंका

दुष्कर्म पीड़िता के परिवार से 20 मिनट तक बात करके निकलीं प्रियंका वाड्रा ने कहा कि उन्नाव में जिस तरह माखी और अब दुष्कर्म पीड़िता की मौत हुई है, उससे साफ है कि उन्नाव में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। सरकार को नैतिक रूप से इस्तीफा देना चाहिए। प्रियंका ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार महिला उत्पीड़न की घटना बढ़ रही है। दुष्कर्म पीड़िता और उसके परिवार को बराबर धमकी मिल रही थी, लेकिन पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया। साथ ही कहा कि मुख्यमंत्री इस सवाल का जवाब दें कि आखिर प्रदेश में महिलाओं का क्या स्थान है। माखी और कल जिस तरह से एक और बेटी की मौत हुई है उसने व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इसके लिए सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए।

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यहां पढ़ें लखनऊ की बड़ी खबरें : 

आरोपित परिवार की महिलाएं प्रियंका के काफिले के आगे लेंटी

पीड़िता के परिवार से मिलकर प्रियंका निकलने लगा उसी दौरान आरोपित परिवार की महिलाओं के साथ करीब दो सौ से ज्यादा महिलाएं काफिले के आगे लेट गईं। महिलाएं प्रियंका से बात करना चाह रही थीं पर प्रियंका अपनी गाड़ी से नहीं उतरीं। महिलाओं के रास्ते से न हटने पर सुरक्षा कर्मियों ने उनको समझाया कि रास्ता दें प्रियंका उनसे बात करेंगी। इस आश्वासन पर महिलाएं किनारे हुईं, वैसें ही काफिला रफ्तार के साथ आगे बढ़ गया। आरोपितों के परिवार की महिलाओं का कहना था कि जो दोषी हैं सरकार उसको सख्त से सख्त सजा दे पर बेकसूरों को छोड़ा जाए। निष्पक्ष जांच कराने के लिए वह प्रियंका से सीबीआइ जांच की बात करना चाह रही थीं।

दोषियों को कड़ी सजा दिलाई जाएगी : योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्नाव की घटना को अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और बालिका की मृत्यु को अति दुखद बताया है। उन्होंने परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि सभी आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। मुकदमे को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाकर दोषियों को कड़ी सजा दिलाई जाएगी। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि मैं पीड़ित परिवार को विश्वास दिलाता हूं  कि हम दोषियों को नहीं बख्शेंगे, उन्हें जल्द से जल्द सजा दिलवाएंगे। सीएम ने के निर्देश के बाद उन्नाव जिले के प्रभारी मंत्री कमल रानी वरुण और श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य को दिवंगत पीड़िता के परिवारीजन से मुलाकात करने जा रहे हैं।

धरने पर बैठे अखिलेश, प्रियंका उन्नाव रवाना

दुष्कर्म पीड़िता के भाई ने पांचों आरोपितों को मौत की सजा देने की मांग की है। उनका कहना है कि इससे कम वह कुछ भी नहीं चाहते। अभी वह दिल्ली में हैं। दुष्कर्म पीड़िता का वहीं पोस्टमार्टम चल रहा है। इसके बाद उसके पार्थिव शरीर को उन्नाव लाया जाएगा। यहीं अंतिम संस्कार किया जाएगा। वहीं, दुष्कर्म पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए प्रियंका वाड्रा उन्नाव के लिए रवाना हो गई हैं। इधर, उन्नाव मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव विधान भवन के सामने दो मिनट का मौन रख धरने पर बैठ गए। इस दौरान उनके साथ राजेंद्र चौधरी व नरेश उत्‍तम भी मौजूद रहे। वहीं, अखिलेश के जाते ही कांग्रेस ने भाजपा मुख्यालय पर हल्ला बोल दिया। मुख्य द्वार पर टूट पड़े। कुछ कार्यकताओं ने विधानसभा के सामने प्रदर्शन कर दिया। पुलिस ने लाठियां फटकार कर भाजपा मुख्यालय से कांग्रेसियों को खदेड़ा।

इस सरकार में ना बेटियां सुरक्षित हैं ना उनका सम्मान ः अखिलेश

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि उन्नाव की घटना बहुत दुखद है। इस घटना की जितनी भी निंदा की जाए कम है। इस सरकार में ना बेटियां सुरक्षित हैं ना उनका सम्मान सुरक्षित है। क्या यही भारतीय जनता पार्टी का नारा था। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री, डीजीपी और होम सेक्रेटरी के हटे बिना कानून व्यवस्था में स्थापित नहीं हो सकता है। इतनी दुखद निंदनीय घटना कहीं नहीं हुई होगी। पहले पूरा देश हैदराबाद की घटना को लेकर गुस्से में था, उसके बाद उन्नाव की घटना उसी तरीके से हुई। ऐसी घटना भारतीय जनता पार्टी की सरकार में पहली नहीं है। इसके पहले भी सरकार से न्याय मांगने वाले लोगों की हत्या की गई है।

बसपा प्रमुख मायावती ने कहा- न्याय दिलाए यूपी सरकार

बहुजन समाज पार्टी के अध्यक्ष मायावती ने ट्वीट कर कहा कि 'जिस उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता को जलाकर मारने की कोशिश की गई, उसकी कल रात दिल्ली में हुई दर्दनाक मौत अति कष्टदायक है। इस दुख की घड़ी में बीएसपी पीड़ित परिवार के साथ है। यूपी सरकार पीड़ित परिवार को समुचित न्याय दिलाने हेतु शीघ्र ही विशेष पहल करे, यही इंसाफ का तकाजा व जनता की मांग है। साथ ही ऐसी दर्दनाक घटनाओं को यूपी सहित पूरे देशभर में रोकने के लिए राज्य सरकारों को चाहिए कि वे लोगों में कानून का खौफ पैदा करें और केंद्र भी ऐसी घटनाओं को मद्देनजर रखते हुए दोषियों को निर्धारित समय के भीतर ही फांसी की सख्त सजा दिलाने का कानून जरूर बनाए।

प्रियंका ने कहा- खोखली हो चुकी यूपी की कानून व्यवस्था

कांग्रेस की प्रभारी महासचिव प्रियंका वाड्रा ने दुष्कर्म पीड़िता की मौत के बाद राज्य सरकार से कई सवाल किये हैं। उन्होंने ट्वीट कर पूछा है कि 'उन्नाव की पिछली घटना को ध्यान में रखते हुए सरकार ने तत्काल पीड़िता को सुरक्षा क्यों नहीं दी गई? जिस अधिकारी ने उसका एफआइआर दर्ज करने से मना किया उस पर क्या कार्रवाई हुई? उप्र में रोज रोज महिलाओं पर जो अत्याचार हो रहा है, उसको रोकने के लिए सरकार क्या कर रही है?'

प्रियंका वाड्रा ने कहा कि 'मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि उन्नाव पीड़िता के परिवार को इस दुख की घड़ी में हिम्मत दे। यह हम सबकी नाकामयाबी है कि हम उसे न्याय नहीं दे पाए। सामाजिक तौर पर हम सब दोषी हैं, लेकिन ये उत्तर प्रदेश में खोखली हो चुकी कानून व्यवस्था को भी दिखाता है। उन्नाव में जलाई गई दुष्कर्म पीड़िता की बुआ का घर रायबरेली के लालगंज क्षेत्र में है। प्रियंका वाड्रा ने शुक्रवार रात इस बारे में जानकारी भी ली थी।

वहीं उन्नाव में प्रदर्शन कर रहे नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) के सदस्यों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। ये लोग मंत्री कमल रानी वरुण, स्वामी प्रसाद मौर्य और सांसद साक्षी महाराज के साथ उन्नाव में रेप पीड़िता के घर जाने का विरोध कर रहे थे।

43 घंटे मौत से लड़ी उन्नाव की बेटी

गुरुवार (5 दिसंबर, 2019) तड़के करीब 4:30 बजे 25 वर्षीय युवती दुष्कर्म के मामले में पैरोकारी के लिए रायबरेली जा रही थी। रास्ते में छह दिन पहले ही जमानत पर छूटा दुष्कर्म का मुख्य आरोपित शिवम त्रिवेदी मिला। इसी ने युवती को शादी का झांसा देकर लालगंज में रखा था। आरोप है कि उसने दोस्त शुभम के साथ दुष्कर्म किया और इसका वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करते रहे। शादी का इकरारनामा भी किया, पर शादी नहीं की। शादी का झांसा देकर दुष्कर्म का जब उसने शिवम व शुभम पर मुकदमा लिखा दिया। शिवम इसी केस में नौ महीने रायबरेली जेल में रहकर 30 नवंबर को ही छूटा था। बाहर आते ही उसने केस वापस लेने का दबाव बनाया। इन्कार करने पर उसने व उसके चार साथियों ने केरोसिन डालकर जला डाला। आग की लपटों में घिरी युवती आधा किलोमीटर तक जान बचाते दौड़ी थी। उसके बयान के आधार पर सभी आरोपित गुरुवार को ही गिरफ्तार कर लिए गए थे। 43 घंटे तक उसने जिंदगी के लिए संघर्ष किया, लेकिन दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल में शुक्रवार रात 11:40 बजे उसकी मौत हो गई।


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