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प्रधानमंत्री ने निभायी जवाबदेही,अब ममता निभाएं अपनी जिम्मेदारी: विजयवर्गीय

बंगाल भाजपा के प्रभारी व केंद्रीय नेता कैलाश विजयवर्गीय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चक्रवात एम्फन की मदद के बाबत बंगाल को 1000 करोड़ रुपये देने की घोषणा का स्वागत किया।

By Vijay KumarEdited By: Published: Fri, 22 May 2020 07:22 PM (IST)Updated: Fri, 22 May 2020 07:22 PM (IST)
प्रधानमंत्री ने निभायी जवाबदेही,अब ममता निभाएं अपनी जिम्मेदारी: विजयवर्गीय
प्रधानमंत्री ने निभायी जवाबदेही,अब ममता निभाएं अपनी जिम्मेदारी: विजयवर्गीय

राज्य ब्यूरो, कोलकाता: बंगाल भाजपा के प्रभारी व केंद्रीय नेता कैलाश विजयवर्गीय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चक्रवात एम्फन की मदद के बाबत बंगाल को 1000 करोड़ रुपये देने की घोषणा का स्वागत किया। साथ ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ममता जी ने अहंकार को छोड़ा, तो बंगाल की जनता को लाभ मिला। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के कोविड-19 को लेकर विरोधी दलों के नेताओं के वीडियो कांफ्रेंसिंग पर निशाना साधते हुए कहा कि ममता जी कभी कांग्रेस को दुश्मन समझती हैं, तो कभी दोस्त। पहले इस बारे में वह फैसला ले लें कि आखिर वह चाहती क्या हैं?

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विजयवर्गीय ने शुक्रवार को कहा कि ममता जी ने अपना अहंकार त्यागा तो उसका लाभ बंगाल की जनता को मिला। ममता जी देर से आयीं, लेकिन दुरुस्त आयीं। यदि वह अहंकार रखती है और प्रधानमंत्री आते नहीं, तो आज बंगाल को 1000 करोड़ रुपये की सहायता नहीं मिलती। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा है कि वह बंगाल के साथ है। उन्होंने कहा कि सबसे पहले मैं प्रधानमंत्री को धन्यवाद कहूंगा। उन्होंने अपनी जवाबदेही को समझा। बंगाल आए और बंगाल की जनता के लिए एक सौगत देकर गए हैं।

इसके अलावा प्रधानमंत्री ने कहा कि यदि और आवश्यकता हुई, तो केंद्र और मदद के लिए सदा ही तत्पर रहेगा। प्रधानमंत्री ने अपनी जवाबदेही का निर्वहन किया है। हम अपेक्षा करते हैं कि ममता जी अब अपनी जिम्मेवारी का निर्वहन करेंगी। अहंकार से काम नहीं चलता। विजयवर्गीय ने सोनिया गांधी के नेतृत्व में वीडियो कांफ्रेसिंग में सुश्री बनर्जी के शामिल होने पर कहा कि सभी लोग अपना- अपना ठिकाना ढूंढ़ रहे हैं। आज मोदी जी के नेतृत्व के आगे सभी बौने हैं। कुछ कर नहीं पा रहे हैं। सोच रहे हैं कि कुछ किया जाए। कैसे करें, किसके साथ करें। एक- दूसरे का सहारा ढूंढ़ रहे हैं। साथी तलाश रहे हैं। उसकी यह शुरुआत है। ममता कभी कांग्रेस को अपना दुश्मन मानती हैं, कभी दोस्त मानती हैं। ये ममता से पूछे कि कांग्रेस के प्रति उनका क्या चिंतन है।


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