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Jammu And Kashmir: Kashmir में हिरासत में नेताओं से अब सप्ताह में सिर्फ दो दिन मिला जा सकेगा

पूरक जेल में बदले गए संटूर होटल में बंद विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं से अब हर कोई और जब चाहे नहीं मिल सकेगा। न ही उनके लिए कोई उपहार लेकर जा सकेगा।

By Preeti jhaEdited By: Published: Sat, 12 Oct 2019 09:42 AM (IST)Updated: Sat, 12 Oct 2019 09:42 AM (IST)
Jammu And Kashmir: Kashmir में हिरासत में नेताओं से अब सप्ताह में सिर्फ दो दिन मिला जा सकेगा
Jammu And Kashmir: Kashmir में हिरासत में नेताओं से अब सप्ताह में सिर्फ दो दिन मिला जा सकेगा

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। पूरक जेल में बदले गए संटूर होटल में बंद विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं से अब हर कोई और जब चाहे नहीं मिल सकेगा। न ही उनके लिए कोई उपहार लेकर जा सकेगा। इन नेताओं से अब सप्ताह में सिर्फ दो ही दिन बुधवार और शनिवार को मुलाकात का समय मिलेगा। वह भी सुबह दस से दोपहर दो बजे तक।

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जानकारी हो कि पहले किसी भी दिन, किसी भी समय संटूर में बंद नेताओं से मिलने उनके जानने वाले आ सकते थे। संटूर में बंद नेताओं से बीते दो माह के दौरान करीब 23 हजार लोग मिलने आ चुके हैं। लोगों की भीड़ से होने वाली परेशानी और सुरक्षा को देखते हुए ही प्रशासन ने यह कदम उठाया है।

पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर को दो केंद्र शासित राज्यों में पुनर्गठित करने के फैसले के मद्देनजर उपजी स्थिति में राज्य प्रशासन ने एहतियात के तौर पर घाटी में राजनीतिक दलों के वरिष्ठ नेताओं व कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया था। इनमें से 56 लोगों को शेरे कश्मीर इंटरनेशनल कनवेंशन सेंटर परिसर में स्थित संटूर होटल में रखा गया। अब 33 राजनीतिक नेता ही संटूर में रह गए हैं।

56 लोगों में से तीन को अगले ही दिन उनके घरों में नजरबंद किया गया था, जबकि आठ को राज्य के बाहर की जेलों में भेजा गया या राज्य के भीतर अन्य जगहों पर स्थानांतरित किया गया। इसके अलावा 12 अन्य को बीते एक माह के दौरान इसी पूरक जेल से रिहा किया गया है। इनमें से चार पूर्व विधायक गत रोज ही रिहा हुए हैं।

ये प्रमुख नेता हैं संटूर में बंद :

संबंधित अधिकारियों ने बताया कि संटूर पूरक जेल में इस समय पीपुल्स कांफ्रेंस के चेयरमैन सज्जाद गनी लोन व उनके सहयोगी अब्बास वानी, पीडीएफ के चेयरमैन हकीम मोहम्मद यासीन, नेशनल कांफ्रेंस के मुबारक गुल, अली मोहम्मद सागर व सलमान सागर, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के नईम अख्तर, वहीदुर्रहमान पारा व सरताज मदनी के नाम उल्लेखनीय हैं।

उन्होंने बताया कि संटूर में बंद नेताओं से मिलने वालों की भीड़ लगातार बनी रहती है। इससे कई तरह की दिक्कतें पैदा होने लगी थी। सुरक्षा का भी मुद्दा था, इसलिए संबंधित प्रशासन ने पूरक जेल मे बंद लोगों से मिलने वालों की संख्या पर अंकुश लगाने और जेल मैन्यु़ल के अनुपालन को यकीनी बनाने के लिए कुछ कदम उठाए हैं।

नेताओं से मिल सकेंगे केवल निकट संबंधी :

अधिकारियों ने बताया कि अब संटूर पूरक जेल में बंद नेताओं से सिर्फ उनके निकट संबंधी जिनमें बच्चे, मां-बाप, भाई-बहन, पत्नी, सास-ससुर शामिल हैं, ही मिल सकते हैं। अगर उनकी पार्टी का कोई नेता, सहयोगी या उनका समर्थक उनसे मिलना चाहेगा तो उसे पहले जिला प्रशासन से संपर्क करना होगा। उसे बताना होगा कि वह क्यों मिलना चाहता है। मुलाकात के लिए सप्ताह में दो दिन ही तय किए गए हैं।

मिलने वालों से कमरे में नहीं लॉबी में करनी होगी बात :

संटूर पूरक जेल में बंद लोगों के लिए सिर्फ कॉमन हॉल में ही टीवी की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। उनसे मिलने वाले अब खाना लेकर नहीं आ सकते। वह उनके लिए कोई उपहार भी नहीं ला सकते। अगर किसी बंद नेता को कपड़े बदलने हैं तो कपड़े लाने की अनुमति होगी। इसके अलावा अपने मिलने वाले को लेकर अपने कमरे में नहीं जा सकेंगे, उन्हें जो भी बात करनी होगी, वह लाबी में ही करनी होगी। 


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