रक्कड़ पंचायत में की कमान पहली बार अनुसूचित जनजाति की महिला के हाथ
धर्मशाला ब्लाक की रक्कड़ पंचायत की कमान पहली बार अनुसूचित जनजाति महिला वर्ग के हाथ होगी। वर्ष 2015 के दौरान हुए पंचायत चुनावों में यहां प्रधान पद की सीट महिला ओपन रही है। तब कस्तूरबा देवी भारी मतों से विजयी रही थी।
जेएनएन, योल -धर्मशाला ब्लाक की रक्कड़ पंचायत की कमान पहली बार अनुसूचित जनजाति महिला वर्ग के हाथ होगी। वर्ष 2015 के दौरान हुए पंचायत चुनावों में यहां प्रधान पद की सीट महिला ओपन रही है। तब कस्तूरबा देवी भारी मतों से विजयी रही थी।
इस बार आरक्षण रोस्टर में बदलाव किया गया है और प्रधान पद अनुसूचित जनजाति महिला के लिए आरक्षित किया गया है। अनुसूचित जनजाति महिला के लिए आरक्षित होने के बाद चार महिलाएं मुकाबले में हैं। इनमें निर्मला देवी, नीलम कुमारी, डिम्पल और सरला देवी शामिल हैं। इस वर्ग की महिलाएं इसे खुद के लिए बड़े अवसर के रूप में देख रही हैं। इस कारण चुनाव जीतने के लिए पूरा जोर लगाए हुए हैं।
रक्कड़ पंचायत की जनसंख्या लगभग 2950 है। इनमें कुल मतदाता लगभग 1400 हैं। पूरी पंचायत में पांच वार्ड हैं। बड़ी बात तो है कि पूर्व शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा का भी निवास यहां पर है। इसलिए कहीं न कहीं कांग्र्रेस भी चाहेगी कि उनका समर्थित प्रत्याशी ही प्रधान बने। वैसे तो पंचायत चुनाव किसी राजनीतिक दल के बैनर तले नहीं होते हैं, लेकिन अंदर खाते दोनों दल नजर रखे हुए हैं। इस बार पूरी पंचायत में उपप्रधान पद के लिए लोगों ने ज्यादा रुचि नहीं दिखाई और सीधा मुकाबला है। यानी पंचायत से इस पद की दौड़ में दो ही उम्मीदवार आमने-सामने हैं। इनमें पिछली पंचायत में उपप्रधान रह चुके राजीव शर्मा फिर से भाग्य आजमा रहे हैं। उनको सुनील से टक्कर मिल रही है। दोनों में कड़ा मुकाबला बताया जा रहा है।