Agriculture Bill: राजस्थान में भाजपा सांसदों को गांवों में नहीं घुसने देंगेः हिम्मत सिंह गुर्जर
Agriculture Bill राजस्थान किसान संघर्ष समिति द्वारा कृषि अध्यादेश के खिलाफ किसान जागरूकता अभियान की शुरुआत किसान नेता हिम्मत सिंह गुर्जर के नेतृत्व में हुई। उन्होंने बताया कि कृषि अध्यादेश के खिलाफ किसान जागरूकता अभियान के दौरान प्रदेश के 25 भाजपा सांसदों को गांवों में नहीं घुसने देंगे।
जागरण संवाददाता, जयपुर। Agriculture Bill: राजस्थान में कृषि विधेयकों के खिलाफ कांग्रेस के साथ ही किसान संगठनों ने भी आंदोलन की घोषणा कर दी है। कांग्रेस 28 सितंबर को जयपुर में प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय से राजभवन तक पैदल मार्च कर राज्यपाल को ज्ञापन देगी। इसके बाद दो अक्टूबर को जिला मुख्यालयों व विधानसभा क्षेत्रों में केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन और 10 अक्टूबर को किसान सम्मेलन होंगे। उधर, प्रदेश किसान संघर्ष समिति द्वारा कृषि अध्यादेश के खिलाफ किसान जागरूकता अभियान की शुरुआत किसान नेता हिम्मत सिंह गुर्जर के नेतृत्व में हुई। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि अध्यादेश के खिलाफ किसान जागरूकता अभियान के दौरान प्रदेश के 25 भाजपा सांसदों को गांवों में नहीं घुसने देंगे।
गांवों में किसान जागरूकता अभियान की शुरुआत की है। भाजपा के लोग कह रहे हैं कि अब यूपी का किसान केरल में जाकर उत्पाद बेच सकेगा, लेकिन उन्हें अब तक कौन सा कानून रोक रहा था। अनाज मंडी खत्म होने पर किसान को एमएसपी कैसे मिलेगी। फसल खरीद की गारंटी भी नहीं है। सरकार इसका कोई जवाब नहीं दे रही है। किसान पहले से अपनी फसल बेचने के लिए स्वतंत्र था, इस नए कानून से उसे ऐसी किसी प्रकार की आजादी नहीं मिली है। जब किसान नाराज होगा तो कानून ही नहीं तोड़ेगा, सरकार की पीठ भी तोड़ देगा। मोदी सरकार ने वर्तमान हालत इसी तरह पैदा कर दिए हैं। हिम्मत सिंह ने कहा कि भाजपा सांसदों का सार्वजनिक कार्यक्रमों में भी विरोध किया जाएगा। उधर, भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमराराम ने बताया कि 25 सितंबर को बंद कर कृषि विधेयकों पर विरोध दर्ज कराया जाएगा। 27 सितंबर को रोजगार के मुद्दे पर युवा केंद्र सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरेंगे।
इधर, कृषि से जुड़े तीन केंद्रीय विधेयकों के खिलाफ अब कांग्रेस आर पार की लड़ाई के मूड में आ गई है। कांग्रेस ने तीनों विधेयकों के खिलाफ बड़े स्तर पर आंदोलन का एलान कर दिया है। राजस्थान में आंदोलन को लेकर तय की गई रणनीति के अनुसार 28 सितंबर को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय से राजभवन तक पैदल मार्च निकाला जाएगा। पैदल मार्च के बाद राज्यपाल को ज्ञापन दिया जाएगा। इसके बाद दो अक्टूबर को प्रदेश कांग्रेस किसान मजदूर दिवस मनाएगी। इस दिन विधानसभा क्षेत्रों और जिला मुख्यालयों पर कृषि विधेयकों के खिलाफ धरने प्रदर्शन होंगे। 10 अक्टूबर को जयपुर सहित अन्य जिला मुख्यालयों पर कांग्रेस किसान सम्मेलन आयोजित करेगी। कार्यक्रमों की तैयारी को लेकर 24 सितंबर को कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अजय माकन जयपुर में वरिष्ठ नेताओं की बैठक लेंगे। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बताया कि कृषि विधेयकों के खिलाफ राजस्थान के किसानों में काफी नाराजगी है। किसान इन विधेयकों को अपने हितों के खिलाफ मान रहे हैं। कांग्रेस किसानों के साथ है।