लोकसभा में विनायक दामोदर सावरकर को भारत रत्न देने के सवाल पर सरकार ने कही ये बात
लोकसभा में यह सवाल पूछा गया था कि क्या सरकार ने सावरकर को भारत रत्न देने के लिए कदम बढ़ाए हैं।
नई दिल्ली, एएनआइ। स्वतंत्रता सेनानी और हिंदूवादी नेता विनायक दामोदर सावरकर यानी वीर सावरकर को भारत रत्न देने की बढ़ती मांग के बीच मंगलवार को सरकार ने लोकसभा में बताया कि इस सम्मान के लिए नियमित रूप से सिफारिशें आती रहती हैं, लेकिन इसके लिए किसी औपचारिक सिफारिश की जरूरत नहीं है।
पुरस्कार के लिए औपचारिक संस्तुति जरूरी नहीं
लोकसभा में यह सवाल पूछा गया था कि क्या सरकार ने सावरकर को भारत रत्न देने के लिए कदम बढ़ाए हैं। इसके जवाब में गृह मंत्रालय ने कहा, 'भारत रत्न के लिए विभिन्न क्षेत्रों से नियमित रूप से सिफारिशें आती हैं, लेकिन इस पुरस्कार के लिए औपचारिक संस्तुति जरूरी नहीं है। भारत रत्न के संबंध में समय-समय पर निर्णय लिए जाते रहे हैं।'
भाजपा और शिवसेना ने की भारत रत्न देने की मांग
बता दें कि भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं ने सावरकर को भारत रत्न देने की मांग की है। शिवसेना ने भी इसका समर्थन किया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार को भी शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि उनकी पार्टी हमेशा से ही सावरकर को भारत रत्न देने के समर्थन में रही है। भाजपा ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए अपने घोषणापत्र में लोगों से वादा भी किया था कि अगर वह सत्ता में आती है तो सावरकर को भारत रत्न देने की सिफारिश करेगी।
इंदिरा गांधी करतीं थी सावरकर का सम्मान, जारी किया था डाक टिकट
वर्तमान में कांग्रेस पार्टी वीर सावरकर को भारत रत्न देने का विरोध कर रही है। वहीं दूसरी तरफ पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी सावरकर का एक वीर योद्धा और इतिहास लेखक के रूप में सम्मान करती थीं। मई 1970 में इंदिरा गांधी ने सावरकर पर डाक टिकट जारी किया गया था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि हम सावरकर के खिलाफ नहीं हैं। वे जीवन भर जिस हिंदुत्ववादी विचार का समर्थन करते रहे, हम उसके जरूर खिलाफ हैं।