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बीरेंद्र सिंह का आरक्षण पर बड़ा बयान- जाट सहित छह जातियों को मिले 3 फीसद reservation

पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कहा है कि आरक्षण की 50 फीसद में से तीन फीसद बचा हुआ है। जाट सहित छह जातियों को यह तीन फीसद आरक्षण दिया जाए व गतिरोध खत्‍म किया जाए।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Thu, 23 Jan 2020 05:32 PM (IST)Updated: Thu, 23 Jan 2020 06:06 PM (IST)
बीरेंद्र सिंह का आरक्षण पर बड़ा बयान- जाट सहित छह जातियों को मिले 3 फीसद reservation
बीरेंद्र सिंह का आरक्षण पर बड़ा बयान- जाट सहित छह जातियों को मिले 3 फीसद reservation

नई दिल्‍ली, जेएनएन। पूर्व सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने हरियाणा में जाटों को आरक्षणपर बड़ी बात कही है। उन्‍होंने कहा कि जाट सहित छह जातियों को तीन फीसदी आरक्षण देकर मामले को सुलझाना चाहिए। आरक्षण की 50 फीसद सीमा में तीन फीसदी बचा हुआ है और इसी कारण आरक्षण की सीमा के भीतर यह व्‍यवस्‍था की जाए। इससे मामला अदालत में नहीं फंसेगा।

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बीरेंद्र सिंह यहां बृहस्‍पतिवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। बीरेंद्र सिंह जाट आरक्षण के मामले पर खुलकर बोले। उन्‍होंने कहा कि पंजाब एवं हरियाणा में रुके हुए जाट सहित छह जातियों के आरक्षण के मामले का निपटारा कराया जाए। उन्‍होंने कहा कि देश में आरक्षण की अधिकतम सीमा 50 फीसद तय है। ऐसे में इस मामले को उसी सीमा के तहत निपटाया जाए, अन्‍यथा गतिरोध बना रहेगा।

उन्‍होंने कहा कि 50 फीसद आरक्षण सीमा में तीन प्रतिशत बचा हुआ है। ऐसे में हरियाणा सरकार यह तीन प्रतिशत आरक्षण जाट सहित छह जातियों को देकर मामले में आया गतिरोध समाप्‍त करे। बीरेंद्र सिंह ने कहा कि इससे जाटों सहित इन जातियों को केंद्रीय स्‍तर पर भी आरक्षण का लाभ मिल सकेगा। उन्‍होंने कहा कि जाटों को गुर्जर और अहीरों की तरह ही आरक्षण की जरूरत है। इन जातियों का रहन‌-सहन और इतिहास एक जैसा है। जाट अभी भी काफी पिछड़े हुए हैं और आरक्षण से उनको आगे आने का मौका मिलेगा।

बता दें कि बीरेंद्र सिंह का राज्‍यसभा की सदस्‍यता से इस्‍तीफा स्‍वीकार किया गया है। उन्‍होंने इसी पर अपनी बात रखने के लिए यहां मीडिया से बातचीत की। बीरेंद्र सिंह ने राज्यसभा की सदस्‍यता से अपने इस्तीफे पर सफाई दी। उन्‍होंने कहा, मैंने राज्‍यसभा की सदस्‍यता से इस्तीफा बहुत पहले सौंप दिया था। इसे अब दो दिन पहले मंजूर किया गया है।

बीरेंद्र सिंह ने कहा कि भाजपा ने मेरे बेटे को टिकट देने का जो वादा किया वह निभाया और अब मैंने अपना इस्तीफा मंजूर करा पार्टी से किया अपना वादा निभाया है। इसके साथ ही उन्‍होंने कहा कि वह अब पार्टी संगठन में जिम्‍मेदारी निभाना चाहते हैं। सिर्फ हरियाणा नहीं बल्कि पंजाब, राजस्थान और बाकी राज्यों के हिसाब से उनका संगठन में इस्तेमाल कर सकती है।

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बीरेंद्र सिंह ने कहा कि हरियाणा में फिर से भाजपा का मजबूत संगठन खड़ा करने की जरूरत है। हरियाणा में संगठन बनाते समय अच्‍छे नेताओं को शामिल और बढा़वा दिया जाना चाहिए। इसमें यह नहीं देखा जाए कौन किस राजनीतिक दल से आया है। कद्दावर नेताओं के साथ हरियाणा में भाजपा संगठन खड़ा किया जाए।

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