Gujarat: कांग्रेस नेता भरत सिंह सोलंकी ने दी कोरोना को मात, 101 दिन बाद घर लौटे
Bharatsinh Solanki भरत सिंह सोलंकी ने कहा कि मैं अति आत्मविश्वास और इस धारणा के तहत था कि कि इससे मुझे कुछ नहीं होगा। इसलिए मैंने लोगों से मिलना-जुलना जारी रखा और सावधानी नहीं बरती। मैं लोगों से कोरोना वायरस को हल्के में नहीं लेने की अपील करता हूं।
अहमदाबाद, प्रेट्र। Gujarat: पूर्व केंद्रीय मंत्री भरत सिंह सोलंकी ने वीरवार को कहा कि मैं अति आत्मविश्वास और इस धारणा के तहत था कि कि इससे मुझे कुछ नहीं होगा। इसलिए मैंने लोगों से मिलना-जुलना जारी रखा और सावधानी नहीं बरती। मैं लोगों से कोरोना वायरस को हल्के में नहीं लेने की अपील करता हूं। कृपया मास्क पहनें, क्योंकि यह अस्पताल में भर्ती होने से बेहतर है। उन्होंने कहा कि कई जटिलताओं के बावजूद उनकी रिकवरी किसी चमत्कार से कम नहीं है। सोलंकी ने ट्वीट में लिखा है कि मुझे आप सभी को यह बताते हुए बहुत प्रसन्नता हो रही है कि आप सभी के प्रेम, आशीर्वाद और शुभकामनाओं के बल पर मैं कोरोना से ठीक होकर आज 101 दिन के बाद घर जा रहा हूं। सीआइएमएस टीम और सारे शुभेच्छकों को दिल से धन्यवाद।
इधर, कांग्रे के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने ट्वीट में लिखा कि गुजरात के पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी कोरोना से लंबी लड़ाई जीतकर वापस लौटे हैं। वो जल्द से जल्द सार्वजिनक जीवन में लौटकर पार्टी और लोगों की सेवा करते रहें, मेरी ओर से उनको शुभकामनाएं। 66 वर्षीय सोलंकी को 51 दिन तक आइसीयू में भी रहना पड़ा। कोरोना से जूझकर उनका घर लौटना अपने आप में एक रिकार्ड है। सोलंकी राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी थे। संभवत: उसी दौरान वह कोरोना से संक्रमित हो गए थे। उन्हें 22 जून को वडोदरा के कोविड-19 स्पेशल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालत बिगड़ने के बाद 30 जून को उन्हें अहमदाबाद के सीआइएमएस अस्पताल में स्थानांतरित किया गया था। गुजरात के आणंद जिले के बोरसद कस्बे के निवासी सोलंकी केंद्र की मनमोहन सरकार में राज्यमंत्री रहे व गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वह गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री माधव सिंह सोलंकी के पुत्र हैं।
गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावडा ने मंगलवार को सिम्स पहुंचकर उनसे मुलाकात भी की। इससे पहले पार्टी के गुजरात प्रभारी राजीव सातव, नेता विपक्ष परेश धनाणी व विधायक लाखाभाई भरवाड ने भी मिलकर उनकी कुशलक्षेम पूछी। सोलंकी ने अपने करीबियों को बताया कि चिकित्सक व मेडिकल स्टाफ ने उनकी खूब देखभाल की। ईश्वर के बाद धरती पर डॉक्टर ही दूसरे भगवान हैं। कांग्रेस के नेता, कार्यकर्ता व मेरे शुभचिंतकों ने मेरे लिए जो प्रार्थना, दुआ व पूजा-पाठ किये उसका ही फल मुझे नए जीवन के रूप में मिला है।